रिलायंस जियो लॉन्च के 6 महीने के अंदर ही देश की सबसे बड़ी ब्रॉडबैंड कनेक्शन प्रदाता कंपनी बन गई है। यह जानकारी टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई के आंकड़े से सामने आई है। आंकड़ें फरवरी महीने के हैं और इसमें वायर्ड व वायरलेस कनेक्शन को शामिल किया गया है। ट्राई के मुताबिक, ब्रॉडबैंड की मान्यता के लिए न्यूनतम स्पीड 512 केबीपीएस होनी चाहिए। रिपोर्ट से पता चला है कि फरवरी महीने में ब्रॉडबैंड कनेक्शन की संख्या 261.31 मिलियन से 2.98 प्रतिशत बढ़कर 253.75 मिलियन हो गई। इसमें से सिर्फ 4जी वायरलेस नेटवर्क देने वाली रिलायंस जियो के पास करीब 10 करोड़ 28 लाख यूज़र हैं।
मोबाइल के साथ वायर्ड ब्रॉडबैंड इंटरनेट की सुविधा देने वाली एयरेटल इस सूची में दूसरे स्थान पर है। कंपनी के पास करीब 4 करोड़ 67 लाख यूज़र (17.87 प्रतिशत) यूज़र हैं। रिलायंस जियो और एयरेटल के बाद वोडाफोन (32.06 मिलियन, 12.27 प्रतिशत), आइडिया सेल्युलर (24.31 मिलियन, 9.3 प्रतिशत) और बीएसएनएल (20.81 मिलियन, 7.69 प्रतिशत) आते हैं। अन्य वायर्ड और मोबाइल सर्विस प्रदाता कंपनियों के पास 3.46 करोड़ यूज़र हैं जिनकी हिस्सेदारी 13.24 प्रतिशत है।
मोबाइल ब्रॉडबैंड कनेक्शन में भी स्थिति वही है। रिलायंस जियो (10.28 करोड़), एयरटेल (4.46 करोड़), वोडाफोन (3.20 करोड़) और आइडिया सेल्युलर (2.43 करोड़) पहले चार स्थान पर हैं। हालांकि, इस सूची में रिलायंस कम्युनिकेशन्स ने 1.40 करोड़ मोबाइल ब्रॉडबैंड कनेक्शन के साथ बीएसएनएल को मात दे दी है।
इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर की सूची में बीएसएनएल 99.5 लाख ग्राहकों के साथ सबसे आगे हैं। इस सूची में एयरटेल (20.7 लाख), एसीटी फाइबरनेट (11.4 लाख), एमटीएनएल (10.3 लाख) और यू ब्रॉडबैंड (6.2 लाख) भी आते हैं।
वैसे, आने वाले दिनों वायर्ड ब्रॉडबैंड कनेक्शन की सूची में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। दरअसल, रिलायंस जियो जल्द ही फाइबर टू द होम (एफटीटीएच) ब्रॉडबैंड सेवा की शुरुआत करने वाली है। टेलीकॉम सेवा की तरह रिलायंस जियो ब्रॉडबैंड सेवा के लिए किफायती प्लान पेश करेगी। संभव है कि इस मार्केट में भी उथल-पुथल देखने को मिले।
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