रिलायंस इंडस्ट्रीज की सालाना आम बैठक में इस साल कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी समूह की अब तक की सबसे बड़ी परियोजना जियो 4जी दूरसंचार सेवा को लेकर बड़ी घोषणा करने वाले हैं, जिसकी लागत 21 अरब रुपये है। आधिकारिक रूप से कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने कोई जानकारी नहीं दी है। लेकिन उन्होंने कहा कि इस साल गुरुवार को होने वाली आमसभा में चेयरमैन कुछ बड़ी घोषणाएं करने वाले हैं और 4जी सेवा भी उनमें से एक होगी।
एक सूत्र ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया, "लेकिन, इन सेवा के व्यावसायिक लांच होने की उम्मीद न करे। यह सही है कि परीक्षण के दौरान लोग जियो का सिम लेने के लिए बड़ी संख्या में लाइन में खड़े हैं। लेकिन अभी भी इंटरकनेक्शन संबंधी कुछ समस्याएं हैं। जियो से दूसरे ऑपरेटरों के बीच के 65 फीसदी फोन कॉल विफल हो रहे हैं।"
वहीं, जियो के लांच की उम्मीद में शेयर बाजार के निवेशकों में उत्साह है और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर की कीमत 1,000 रुपये से बढ़कर 1,070 रुपये हो गई है, जोकि सात फीसदी की बढ़त है और यह 52 हफ्ते की सर्वाधिक ऊंचाई 1,089.50 रुपये के काफी करीब है, जो इस साल 15 जनवरी को पहुंचा था।
जेपी मार्गन ने एक विश्लेषण में कहा, "जियो सेवा के कमर्शियल लांच के बारे में काफी उम्मीदे हैं। लेकिन हमारा अनुमान है कि अखिल भारतीय स्तर पर इस सेवा के कमर्शिलय लांच में अभी कुछ हफ्तों से लेकर कुछ महीने तक लग सकते हैं।"
मर्चेट बैंकर ने हालांकि कहा कि इस सेवा के टैरिफ प्लान को देखना रोचक होगा। साथ ही वर्तमान परीक्षण की तीन महीने की अवधि के समाप्त होने तक भी कमर्शियल सेवाएं शुरू नहीं होती हैं, तो परीक्षण अवधि को बढ़ाया जाएगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के सूत्रों का कहना है कि जियो के कमर्शियल लांच से पहले मुख्य रूप से तीन चीजों पर काम किया जा रहा है। पहला तो विभिन्न कंपनियों के हैंडसेटों का नेटवर्क पर परीक्षण, आंतरिक प्रक्रिया को पटरी पर लाना और अन्य सेवा प्रदाताओं के साथ इंटरकनेक्शन के मुद्दे को सुलझाना।
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