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Airtel और Reliance Jio के 5G नेटवर्क की स्पीड में बड़ी गिरावट, नेटवर्क पर कंजेशन है कारण!

डाउनलोड स्पीड, अपलोड स्पीड, लाइव वीडियो, वीडियो स्ट्रीमिंग और गेमिंग सहित कई कैटेगरीज में देश के 5G मार्केट में एयरटेल का पहला स्थान है

Airtel और Reliance Jio के 5G नेटवर्क की स्पीड में बड़ी गिरावट, नेटवर्क पर कंजेशन है कारण!

ये दोनों कंपनियां स्पेक्ट्रम से जुड़े रिसोर्सेज को प्रभावी तरीके से मैनेज करने का प्रयास कर रही हैं

ख़ास बातें
  • देश में 5G कनेक्शंस में 16 प्रतिशत 700 MHz स्पेक्ट्रम इस्तेमाल करते हैं
  • यह स्पेक्ट्रम अधिक कवरेज देता है लेकिन यह स्पीड को सीमित कर देता है
  • एयरटेल अपने 4G इंफ्रास्ट्रक्चर में भी सुधार कर रही है
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बड़ी टेलीकॉम कंपनियों Bharti Airtel और Reliance Jio के 5G नेटवर्क की स्पीड में काफी गिरावट हुई है। ये दोनों टेलीकॉम कंपनियां नेटवर्क की स्पीड में स्लोडाउन का सामना कर रही हैं। हालांकि, ऐसा बताया जा रहा है कि ये स्पेक्ट्रम से जुड़े रिसोर्सेज को प्रभावी तरीके से मैनेज करने का प्रयास कर रही हैं। 

इंडिपेंडेंट एनालिटिक्स फर्म OpenSignal की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारती एयरटेल और रिलायंस जियो के 5G नेटवर्क की स्पीड काफी कम हुई है। इसके पीछे 5G सब्सक्राइबर्स की संख्या तेजी से बढ़ने और प्रति 5G सब्सक्राइबर डेटा की अधिक खपत की वजह से नेटवर्क पर कंजेशन बड़ा कारण है। देश में भारती एयरटेल अपने 5G नेटवर्क की सबसे तेज डाउनलोड और अपलोड स्पीड के चलते बेस्ट 5G एक्सपीरिएंस प्रोवाइडर्स बनी थी। रिलायंस जियो ने 66.5 प्रतिशत का स्कोर हासिल कर Consistent Quality अवॉर्ड जीता था। OpenSignal के एनालिसिस से पता चला है कि 5G कनेक्शंस में से केवल 16 प्रतिशत लो-बैंड (700 MHz) स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल करते हैं। यह स्पेक्ट्रम अधिक कवरेज देता है लेकिन यह स्पीड को सीमित कर देता है। हालांकि, अन्य कनेक्शंस मिड-बैंड 3.5 GHz स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल करते हैं। 

डाउनलोड स्पीड, अपलोड स्पीड, लाइव वीडियो, वीडियो स्ट्रीमिंग और गेमिंग सहित कई कैटेगरीज में देश के 5G मार्केट में एयरटेल का पहला स्थान है। कंपनी नॉन-स्टैंडअलोन एक्सेस (NSA) प्रोसेस का इस्तेमाल करती है। इस प्रोसेस में मौजूदा 4G इंफ्रास्ट्रक्चर पर ही 5G टेक्नोलॉजी को लागू किया जाता है। इस तरीके से शहरी क्षेत्रों में 5G को जल्द लॉन्च किया जा सकता है। एयरटेल अपने 4G इंफ्रास्ट्रक्चर में भी सुधार कर रही है। इसने अगले तीन वर्षों में लगभग तीन लाख नए बेस स्टेशंस बनाने की तैयारी की है। 

रिलायंस जियो कई कैटेगरीज में एयरटेल से पीछे है। हालांकि, इस कंपनी ने 66.5 प्रतिशत के स्कोर के साथ Consistent Quality अवॉर्ड को बरकरार रखा है। एयरटेल जल्द ही Tata Play का डायरेक्ट-टु-होम (DTH) बिजनेस खरीद सकती है। दोनों कंपनियों के बीच इसके लिए बातचीत चल रही है। हालांकि, Tata Play की DTH सर्विस घाटे में चल रही है। इस बिजनेस को खरीदने से एयरटेल की डिजिटल TV के सेगमेंट में मौजूदगी बढ़ेगी। कंपनी इस सेगमेंट में DishTV जैसे ऑपरेटर्स से कॉम्पिटिशन का सामना कर रही है। 
 
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