भारत में आज हर हाथ में इंटरनेट है। WhatsApp से लेकर Instagram तक, लोग जागते ही फोन चेक करते हैं और सोने से पहले तक स्क्रॉल करते हैं। हम खाना ऑर्डर करते हैं, बिल भरते हैं, ऑफर चेक करते हैं... और हर उस स्क्रीन टैप के साथ अनजाने में एक रिस्क भी उठा रहे होते हैं। क्योंकि खतरा अब कॉल से नहीं आता, ये लिंक बनकर आता है।
आजकल फ्रॉड का तरीका बदल गया है। पहले लोग कॉल करके OTP मांगते थे, अब वो आपका भरोसा मांगते हैं - एक फॉर्वर्ड मैसेज में, एक DM में, या एक SMS में, जिसमें लिखा हो "आपकी डिलीवरी अटकी है, अधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।" लिंक असली वेबसाइट जैसा लगता है। आप क्लिक करते हैं और सेकंड भर में फोन की स्क्रीन के पीछे एक नया स्क्रिप्ट चालू हो जाता है, डेटा चोरी, बैंकिंग फ्रॉड, या सोशल मीडिया हैक।
डरे नहीं, क्योंकि अब आपका नेटवर्क भी स्मार्ट हो गया है
Airtel ने हाल ही में एक ऐसा सिस्टम लॉन्च किया, जो स्कैम को रोकने में मददगार साबित होता है। यह यूजर द्वारा किसी फ्रॉड लिंक पर टैप करने पर उस लिंक को स्कैन करके उसे ब्लॉक करने का काम करता है। हां, आप कह सकते हैं कि यह आपकी निजी जानकारी या बैंक अकाउंट के लिए एक एंजल है। Airtel इसे 'फ्रॉड डिटेक्शन सिस्टम' कहता है, जो 100 मिलीसेकंड के अंदर किसी भी फिशिंग या फ्रॉड वेबसाइट को ब्लॉक कर देता है, वो भी बिना किसी ऐप, सेटिंग या एक्स्ट्रा स्टेप के। जी हां, आपके पलक झपकने से भी पहले।
इसके लिए न ही कोई ऐप डाउनलोड या कोई मैन्युअल सेटिंग करने की जरुरत नहीं है। जैसे ही आप Airtel नेटवर्क से जुड़ते हैं, यह सुविधा स्वतः चालू हो जाती है।
क्या है Airtel की यह शील्ड?
ज्यादातर फ्रॉड या स्कैम प्रोटेक्शन टूल्स फोन के अंदर होते हैं, जैसे एंटीवायरस या एक्सटेंशन। लेकिन Airtel ने ये सुरक्षा आपके फोन के पहले लेयर पर रख दी है, जो है नेटवर्क लेवल।
जैसे ही आप किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करते हैं, Airtel का डुअल इंजन सिस्टम उस डोमेन को रियल टाइम में स्कैन करता है, जिसमें पहला इंजन उसे ग्लोबल फ्रॉड डेटाबेस से मैच करता है और दूसरा इंजन नए अनजान लिंक्स को AI से रियल टाइम में जांचता है। अगर खतरा मिलता है, तो साइट खुलने से पहले ही उसे ब्लॉक कर दिया जाता है और आपको एक वार्निंग स्क्रीन दिखाई जाती है, ये बताते हुए कि Airtel ने आपकी सुरक्षा के लिए इस वेबसाइट को रोका है।
तो क्या यह वाकई असरदार है? आंकड़े तो यहीं कहते हैं
लॉन्च के कुछ ही हफ्तों में Airtel का सिस्टम 3 मिलियन से ज्यादा फ्रॉड वेबसाइट्स को ब्लॉक कर चुका है। इनमें नकली बैंकिंग पोर्टल्स, इंस्टाग्राम गिवअवे, कूरियर स्कैम्स, फेक शॉपिंग ऑफर्स, सब शामिल हैं। और ये सिर्फ SMS नहीं, WhatsApp, Telegram, Facebook, Email, ब्राउजर, हर प्लेटफॉर्म पर काम करता है। Airtel का ये कदम एक टेक्नोलॉजिकल अपग्रेड नहीं, बल्कि डिजिटल सेफ्टी की नई डेफिनिशन है। अब आप सिर्फ कनेक्टेड नहीं हैं - आप प्रोटेक्टेड हैं, Airtel Safe Network के साथ।