देश में 5G स्पेक्ट्रम के लिए हो रही नीलामी के सातवें दिन यानी सोमवार को जियो (Jio) और एयरटेल (Airtel) समेत बाकी प्लेयर्स ने यूपी ईस्ट सर्कल में 1800 मेगाहर्ट्ज के लिए अपनी बोलियां लगाईं। रविवार को बोली लगाने के छठे दिन कुल स्पेक्ट्रम की बिक्री 1.50 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गई थी। अल्ट्रा-हाई-स्पीड इंटरनेट देने में सक्षम 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी के 6 दिनों में अब तक 1,50,130 करोड़ रुपये हासिल हुए हैं। रविवार को आयोजित सात नए दौर की बोली में 163 करोड़ रुपये हासिल हुए।
सोमवार को नीलामी का सातवां दिन है और फिलहाल 38वें दौर की बोली चल रही है। सूत्रों ने बताया है कि शनिवार को मांग में कमी के बाद सोमवार को यूपी ईस्ट सर्कल के लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, गोरखपुर और कानपुर में 1800 मेगाहर्ट्ज के लिए बोली लगाने की कार्रवाई में तेजी दिखाई दी।
यूपी ईस्ट सर्कल में 10 करोड़ से ज्यादा मोबाइल सब्सक्राइबर्स हैं और यहां स्पेक्ट्रम के लिए रिलायंस जियो और एयरटेल के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा चल रही है। यूपी ईस्ट मार्केट के इस बैंड में स्पेक्ट्रम हासिल करने को लेकर चल रहे मुकाबले ने नीलामी की कीमतों को 160 करोड़ प्रति मेगाहर्ट्ज (MHz) तक पहुंचा दिया है, जो रिजर्व प्राइस 91 करोड़ प्रति (MHz) से ज्यादा है। इसने 2021 की नीलामी के 153 करोड़ रुपये के बेस प्राइस लेवल को भी पार कर दिया है। मई महीने तक यूपी ईस्ट सर्कल में रिलायंस जियो के 3.29 करोड़ मोबाइल सब्सक्राइबर्स थे। वहीं, भारती एयरटेल के पास 3.7 करोड़ और वोडाफोन आइडिया के 2.02 करोड़ सब्सक्राइबर्स थे।
यूपी ईस्ट सर्कल में 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड के लिए लग रही बोली बुधवार से शुक्रवार के बीच पीक पर थी। शनिवार को इसमें कमी आई। रविवार को इसमें नए सिरे से दिलचस्पी देखी गई और स्पेक्ट्रम सप्लाई की मांग एक बार फिर बढ़ गई। कहा जाता है कि तीनों प्राइवेट ऑपरेटर यूपी ईस्ट में इस बैंड में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के इच्छुक हैं, क्योंकि 900 मेगाहर्ट्ज बैंड में रेडियो वेव्स उपलब्ध नहीं हैं।
दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव कह चुके हैं कि 5G ऑक्शन इस बात को रेखांकित करता है कि इंडस्ट्री विस्तार करना चाहती है और ग्रोथ के अगले चरण में प्रवेश कर गई है। मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो, सुनील मित्तल की अगुवाई वाली भारती एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और गौतम अडानी की कंपनी अदानी एंटरप्राइजेज की एक यूनिट भी 5G स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगाने की दौड़ में है। यह 4G की तुलना में लगभग 10 गुना तेज स्पीड से इंटरनेट ऑफर करता है।