भारत में 5G का इंतजार जोरो से हो रहा है और अब ऐसा प्रतीत होता है कि यह इंतजार खत्म होने वाला है, क्योंकि दूरसंचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने सोमवार को यह बताया कि हाई-स्पीड 5G सर्विस लगभग एक महीने में शुरू होने की उम्मीद है। एजेंसी रिपोर्ट के अनुसार, एशिया और ओशिनिया क्षेत्र के लिए इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन के क्षेत्रीय मानकीकरण फोरम (RSF) उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा कि भारत इस साल के अंत तक 5G सर्विस के लिए स्वदेशी रूप से विकसित और निर्मित 5जी दूरसंचार गियर तैनात कर सकता है।
समाचार एजेंसी PTI के
अनुसार, इवेंट में चौहान ने कहा, "लगभग एक महीने में, देश में 5G मोबाइल सेवाएं शुरू हो जाएंगी, जिसका सभी क्षेत्रों के विकास पर गुणक प्रभाव पड़ेगा। एक 6G टेक्नोलॉजी इनोवेशन ग्रुप भी स्थापित किया गया है, जो स्वदेशी 6G स्टैक के विकास की दिशा में काम कर रहा है।"
रिपोर्ट कहती है कि चौहान के अनुसार, सरकार स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित एडवांस दूरसंचार प्रौद्योगिकी को बढ़ावा दे रही है, और इसके चलते भारत में आज एक मजबूत घरेलू 5G मोबाइल कम्युनिकेशन इकोसिस्टम है। उन्होंने कहा, "हमने पूरी तरह से स्वदेशी 5G टेस्ट बेड विकसित किया है, जो 5G नेटवर्क एलिमेंट की टेस्टिंग की सुविधा प्रदान करेगा। इस वर्ष के अंत तक, हम भारत में 5G नेटवर्क को रोल आउट करने के लिए स्वदेशी रूप से विकसित और निर्मित 5G स्टैक को देखने की संभावना रखते हैं।"
1 अगस्त को हुई दूरसंचार स्पेक्ट्रम की भारत की अब तक की सबसे बड़ी
नीलामी में रिकॉर्ड 1,59,100 करोड़ रुपये की बोलियां लगी थी, जिसमें मुकेश अंबानी की Jio ने 88,078 करोड़ रुपये की बोली के साथ बेचे गए सभी एयरवेव्स के लगभग आधे हिस्से पर कब्जा कर लिया।
कहा जा रहा है कि 5G में 4G की तुलना में लगभग 10 गुना तेज डेटा स्पीड मिल सकती है। दुनिया भर में इस नेक्स्ट जेन नेटवर्क को सेल्फ-ड्राइविंग कारों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी उभरती टेक्नॉलजी के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।