रोबोटिक्स इंजीनियरों ने खास तरह के जूते पेश किए हैं और दावा किया है कि ये दुनिया के सबसे तेज जूते हैं। इन जूतों में 8 पहिए लगे हैं जो किसी व्यक्ति के चलने की स्पीड को 250 फीसदी तक बढ़ा देते हैं। इंजीनियरों ने इन्हें मूनवॉकर्स (Moonwalkers) नाम दिया है, जो देखने में रोलर स्केट्स की तरह लगते हैं। इन्हें नॉर्मल जूतों के चारों ओर पट्टे की तरह बांधा जाता है और जूतों में लगी इलेक्ट्रिक मोटर व्यक्ति को तेजी से आगे की ओर बढ़ाती है।
डेली मेल की
रिपोर्ट के अनुसार, इन
जूतों को शिफ्ट रोबोटिक्स (Shift Robotics) में रोबोटिक्स इंजीनियरों की एक टीम ने तैयार किया है। नॉर्मल जूतों के साथ अगर कोई व्यक्ति एक घंटे में 4.8 किलोमीटर की दूरी तय करता है, अगर वह मूनवॉकर्स पहन ले, तो एक घंटे में 11 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है।
कंपनी इन जूतों को 1,399 डॉलर यानी करीब 1,15,466 रुपये में पेश करेगी। यानी ये बिलकुल भी सस्ते नहीं हैं। कंपनी इन्हें उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए क्राउडफंडिंग अभियान में जुटी है। उसका लक्ष्य 90 हजार डॉलर है। इन जूतों की डिलिवरी अगले साल मार्च में शुरू हो सकती है।
आप सोच रहे होंगे कि इन जूतों को पहनकर चला कैसे जाएगा। यह सब मुमकिन होता है टेक्नॉलजी के जरिए। जैसे कि सीढि़यों पर चढ़ते समय एक मोड एक्टिवेट करके इन जूतों के पहियों को लॉक किया जा सकता है। यह सब जूतों में लगे मशीन लर्निंग एल्गोरिदम के जरिए मुमकिन होता है। यह एल्गोरिदम उपभोक्ता की चाल के अनुरूप खुद को ढाल लेता है।
इन जूतों के तैयार होने की कहानी भी दिलचस्प है। कंपनी के फाउंडर ज़ुन्जी झांग (Xunjie Zhang) स्कूटर पर सवार होकर काम के लिए जा रहे थे, तभी उनका एक्सीडेंट एक कार से हो गया। झांग ने एक वीडियो में कहा, मैंने खुद से पूछना शुरू किया कि मैं 30 मिनट तक क्यों नहीं चला। अगर मैं स्कूटर पर नहीं होता, तो वह हादसा ही नहीं होता। इसी के बाद मूनवॉकर्स पर काम शुरू हुआ। ये जूते बैटरी से पावर्ड होते हैं और 1.5 घंटे में पूरी तरह से चार्ज होने के बाद 11 किलोमीटर तक का सफर तय कर लेते हैं। इसमें इस्तेमाल हुआ एआई एल्गोरिदम, यूजर्स की चाल को सीखकर उन्हें तेजी से आगे बढ़ाता है।
ये जूते भले ही महंगे हैं, लेकिन ये भविष्य की तकनीक का एक नया आईना दिखते हैं। बताते हैं कि आने वाला वक्त इंसान को कितना एडवांस बना देगा।