अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) मंगल ग्रह पर एक बड़े मिशन को अंजाम दे रही है। नासा का पर्सवेरेंस रोवर (Perseverance rover) मंगल ग्रह से रॉक सैंपल्स इकट्ठा कर रहा है। इन सैंपल्स को पृथ्वी पर वापस लाने के लिए अगले कुछ साल में नासा एक और मिशन को लॉन्च करेगी। पर्सवेरेंस रोवर ने मंगल ग्रह पर जुटाए जा रहे सैंपल्स की पहली ट्यूब तैयार की है। टाइटेनियम ट्यूब में जमा सैंपल्स को मंगल ग्रह पर बनाए गए एक डिपो में पहुंचा दिया गया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, अगले 2 महीनों में पर्सवेरेंस रोवर मंगल ग्रह की सतह से चट्टान और मिट्टी के नमूने वाली कुल 10 ऐसी टाइटेनियम ट्यूब को जमा करेगा। इन सैंपल्स को ‘थ्री फोर्क्स' नाम की जगह पर रखा जा रहा है। पृथ्वी से बाहर किसी ग्रह पर यह इस तरह का पहला डिपो है।नासा ने बताया है कि उसके रोवर ने मंगल ग्रह पर अपने ऑपरेशन के 2 साल में कुल 17 सैंपल्स लिए हैं। पर्सवेरेंस रोवर ने पिछले साल फरवरी में मंगल ग्रह पर लैंड किया था।
बीते दिनों नासा ने बताया था कि उसने साल 2033 में मंगल ग्रह से 30 रॉक सैंपल्स को पृथ्वी पर लाने की योजना बनाई है और इस मिशन में मदद के लिए वह दो छोटे हेलीकॉप्टर भेज रही है। पहले नासा की तैयारी मंगल ग्रह पर एक और रोवर भेजने की थी, जो पर्सवेरेंस रोवर से उसके सैंपल्स को लेकर उन्हें अपने रोबोट लैंडर में ला सके, जिसे मार्स एसेंट वीकल (Mars Ascent Vehicle) कहा जाता है। हालांकि अब प्लानिंग में बदलाव किया गया है और पर्सवेरेंस ही ज्यादातर काम पूरा करेगा। बहरहाल, जिस सैंपल को डिपो में पहुंचाया गया है, वह आग्नेय (igneous) चट्टान का सैंपल है। इसे इस साल की शुरुआत में इकट्ठा किया गया था। सैंपल को रोवर ने संभालकर रखा था और आखिरकार ट्यूब में भर दिया।
पर्सवेरेंस रोवर जब मंगल ग्रह पर पहुंचा था, तब इसके साथ एक हेलीकॉप्टर भी था। इनजेनिटी (Ingenuity) नाम के इस ड्रोन ने अपनी परफॉर्मेंस से पूरी दुनिया को हैरान किया है। यह मंगल ग्रह पर करीब 3 दर्जन उड़ानें भर चुका है।
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