पृथ्‍वी पर 21 टन का खतरा! अंतरिक्ष में गया चीनी रॉकेट का बूस्टर आउट ऑफ कंट्रोल

ऐसा तीसरी बार हो रहा है, जब चीन ने अपने ‘लॉन्ग मार्च 5 बी रॉकेट’ के फर्स्‍ट स्‍टेज के डिस्‍पोज को कंट्रोल नहीं करने का ऑप्‍शन चुना है।

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प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 26 जुलाई 2022 14:10 IST
ख़ास बातें
  • चीन ने ‘लॉन्ग मार्च 5 बी रॉकेट’ के फर्स्‍ट स्‍टेज को नहीं किया कंट्रोल
  • करीब 21 टन का स्‍टेज अंतरिक्ष में तैर रहा है
  • लॉन्ग मार्च 5B रॉकेट की बॉडी काफी बड़ी है

करीब 21 टन का स्‍टेज अपने आप तैरते हुए दिखाई दे रहा है।

अंतरिक्ष में अपना स्पेस स्टेशन बनाने के लिए चीन ने रविवार को पहला लैब मॉड्यूल वेंटियन (Lab Module Wentian) लॉन्च किया था। जिस रॉकेट के जरिए इसे स्‍पेस में भेजा गया, उसका स्‍टेज अपने आप पृथ्‍वी पर गिरने जा रहा है। ऐसा तीसरी बार हो रहा है, जब चीन ने अपने ‘लॉन्ग मार्च 5 बी रॉकेट' के फर्स्‍ट स्‍टेज के डिस्‍पोज को कंट्रोल नहीं करने का ऑप्‍शन चुना है। इससे पहले 2020 और 2021 में चीनी रॉकेट का मलबा अनियंत्रित रूप से पृथ्‍वी पर पहुंचा था। हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स में इन घटनाओं पर नजर रखने वाले अनुभवी ट्रैकर ‘जोनाथन मैकडॉवेल' ने बताया है कि करीब 21 टन का स्‍टेज अपने आप तैरते हुए दिखाई दे रहा है। 

स्‍पेसडॉटकॉम के अनुसार, अमेरिकी सेना ने इसको लेकर अभी तक कोई अलर्ट जारी नहीं किया है, ना ही सोशल मीडिया पर इसकी कोई चर्चा है। सामान्य रूप में रॉकेट स्‍टेज के गिरने से हताहत होने का जोखिम बहुत कम होता है, लेकिन लॉन्ग मार्च 5B रॉकेट की बॉडी काफी बड़ी है। गौरतलब है कि चीन ने रविवार को वेंटियन स्पेस स्टेशन मॉड्यूल को लॉन्च किया था। पहले से तय योजना के अनुसार इसे तियांगोंग स्‍पेस स्टेशन के साथ डॉक किया गया। नेचर एस्ट्रोनॉमी के एक अध्ययन में बताया गया है कि इन विशाल स्‍टेजों को पृथ्वी पर अनियंत्रित रूप से गिरने देने की प्रथा ‘अनावश्यक जोखिम' पैदा करती है। 

इस साल अप्रैल में मध्‍य प्रदेश और महाराष्‍ट्र के आसमान में भी चमकती हुई रोशनी दिखाई दी थी और मलबा आकर कई इलाकों में गिरा था। इसे लेकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा था कि वह फरवरी 2021 में लॉन्च किए गए चीनी रॉकेट की री-एंट्री का ‘क्‍लोज मैच' था। जब रॉकेट की बॉडीज वायुमंडल में दोबारा प्रवेश करने से बच जाती हैं, तो उसके बाकी हिस्‍से जैसे- नोजल, रिंग और टैंक पृथ्वी पर असर डाल सकते हैं। 

उस वक्‍त भी हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के स्‍पेस-वॉचर जोनाथन मैकडॉवेल ने बताया था कि वह मलबा, चीन के 3B रॉकेट का हिस्‍सा था। ऐसी चीजें वातावरण में प्रवेश करने पर बहुत ज्‍यादा गर्मी और घर्षण पैदा करती हैं। इससे वो जल सकती हैं। लेकिन बड़ी चीजें पूरी तरह से नष्ट नहीं हो पातीं। अब अंतरिक्ष में तैर रहा 21 टन का स्‍टेज कहां जाकर गिरेगा, इस बारे में पुख्‍ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। हालांकि इसकी वजह से नुकसान की संभावना कम है, लेकिन किसी चुनौती से इनकार भी नहीं किया जा सकता है। 
 
 

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