• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • धरती पर जहां इंसान का रहना मुमकिन नहीं, एलन मस्‍क की स्‍टारलिंक ने वहां भी पहुंचा दिया इंटरनेट!

धरती पर जहां इंसान का रहना मुमकिन नहीं, एलन मस्‍क की स्‍टारलिंक ने वहां भी पहुंचा दिया इंटरनेट!

स्‍पेसएक्‍स भी इस कामयाबी को सेलिब्रेट कर रही है। कंपनी ने ट्वीट किया कि स्टारलिंक अब सभी सात महाद्वीपों पर है! अंटार्कटिका जैसी दूरस्थ जगह में यह क्षमता स्टारलिंक के अंतरिक्ष लेजर नेटवर्क के जरिए सक्षम है।

धरती पर जहां इंसान का रहना मुमकिन नहीं, एलन मस्‍क की स्‍टारलिंक ने वहां भी पहुंचा दिया इंटरनेट!

गौरतलब है कि स्पेसएक्स 3,200 से ज्‍यादा स्टारलिंक सैटेलाइट्स को लो अर्थ ऑर्बिट में लॉन्‍च कर चुकी है।

ख़ास बातें
  • अंटार्कटिका में स्‍टारलिंक इंटरनेट सर्विस की टेस्टिंग हो रही है
  • यानी अब स्‍टारलिंक की सर्विस सातों महाद्वीपों पर है
  • स्‍पेसएक्‍स इस कामयाबी को सेलिब्रेट कर रही है
विज्ञापन
दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक एलन मस्‍क (Elon Musk) की कंपनी स्‍पेसएक्‍स (SpaceX) उसकी स्‍टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस को दूरस्‍थ इलाकों तक पहुंचाने में जुटी है। कंपनी ने दुनिया के सबसे ठंडे और निर्जन इलाके में उसकी सर्विस की टेस्टिंग शुरू कर दी है। आप सही समझ रहे हैं, कंपनी अंटार्कटिका में इंटरनेट सर्विस को लेकर जा रही है। अंटार्कटिका के तट पर मैकमुर्डो स्टेशन (McMurdo Station) पर अब यह संभावित रूप से उपलब्ध है। इसका मतलब है कि स्‍टारलिंक की इंटरनेट सर्विस अब सातों महाद्वीपों पर मौजूद है। मैकमुर्डो स्टेशन एक रिसर्च आउटपोस्‍ट है, जिसे यूनाइटेड स्‍टेट अंटार्कटिक प्रोग्राम (USAP) संचालित करता है। 

रिपोर्ट्स के अनुसार, यह जानकारी बुधवार को US नेशनल साइंस फाउंडेशन ने दी। एक ट्वीट में बताया गया कि हाल में डिप्‍लॉय किए गए यूजर टर्मिनल के साथ स्टारलिंक, मैकमुर्डो स्टेशन पर पोलर सर्विस की टेस्टिंग कर रहा है, जिससे बैंडविड्थ और कनेक्टिविटी बढ़ रही है। स्‍पेसएक्‍स भी इस कामयाबी को सेलिब्रेट कर रही है। कंपनी ने ट्वीट किया कि स्टारलिंक अब सभी सात महाद्वीपों पर है! अंटार्कटिका जैसी दूरस्थ जगह में यह क्षमता स्टारलिंक के अंतरिक्ष लेजर नेटवर्क के जरिए सक्षम है। 
 

गौरतलब है कि स्पेसएक्स 3,200 से ज्‍यादा स्टारलिंक सैटेलाइट्स को लो अर्थ ऑर्बिट में लॉन्‍च कर चुकी है। कंपनी के पास 12 हजार स्‍टारलिंक स्‍पेसक्राफ्ट को लॉन्‍च करने की इजाजत है, हालांकि 30,000 और सैटेलाइट्स को ऑर्बिट में भेजने के लिए आवेदन किया हुआ है। 

इसके अलावा, स्‍पेसएक्‍स और अमेरिका की टी-मोबाइल कवरेज एबव एंड बियॉन्ड (Coverage Above and Beyond) नाम के एक प्रोजेक्‍ट पर काम कर रही हैं। इसका मकसद टी-मोबाइल कस्‍टमर्स को हर जगह स्मार्टफोन कनेक्टिविटी प्रदान करना है। सबकुछ योजना के मुताबिक हुआ, तो स्‍पेसएक्‍स का स्टारलिंक सैटेलाइट नेटवर्क अगले साल से सीधे स्मार्टफोन पर सर्विस शुरू कर देगा। यानी फोन में सीधे सैटेलाइट से नेटवर्क आएगा। 

कवरेज एबव एंड बियॉन्ड के लिए स्टारलिंक वर्जन 2 की जरूरत होगी, जिसके अगले साल शुरू होने की उम्मीद है। ‘स्‍टारलिंक वर्जन 2' करीब 23 फीट लंबा और 1.25 टन का होगा। यह मौजूदा स्‍टारलिंक सैटेलाइट से काफी बड़ा होगा, जो 300 किलोग्राम के हैं। ‘स्‍टारलिंक वर्जन 2' को लॉन्‍च करने के लिए कंपनी को उसके नेक्‍स्‍ट जेन ट्रांसपोर्टेशन सिस्‍टम की जरूरत पड़ेगी, जिसे स्‍टारशिप कहा जाता है। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. फ्रॉड के लिए eSIM का इस्तेमाल कर रहे स्कैमर्स, I4C ने दी चेतावनी
  2. BSNL ने गंवाए 1 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स, Reliance Jio को मिले सबसे अधिक वायरलेस कस्टमर्स
  3. NASA ने बना लिया मंगल पर घर! देखें अंदर से कैसा है ये 3D प्रिंटेड हैबिटेट
  4. Vivo T4 Pro vs Realme P4 Pro 5G vs OnePlus Nord CE 5 5G: जानें कौन सा है बेस्ट
  5. क्या आपका फोन हो गया है हैक? इन बातों पर दें ध्यान, ऐसे करें बचाव
  6. ट्रेन कहां पहुंची और कितनी देरी से चल रही है, लाइव स्टेटस ऐसे करें चेक
  7. दिल्ली मेट्रो का सफर होगा बिलकुल फ्री, यहां से करनी होगी ऑनलाइन टिकट बुकिंग
  8. Apple ने iPhone 16 Pro Max का 'मजाक' उड़ाने वाले विज्ञापन पर Xiaomi को भेजा कानूनी नोटिस
  9. Tecno Pova Slim 5G जल्द होगा भारत में लॉन्च, बिना सिग्नल वाले एरिया में भी मिलेगी कनेक्टिविटी
  10. Google Pixel 10 vs Nothing Phone 3 vs OnePlus 13: जानें कौन सा फोन है बेस्ट
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »