वैज्ञानिकों को मिल गया तंबाकू की पत्तियों से कोकीन बनाने का तरीका, जानें कैसे?
वैज्ञानिकों को मिल गया तंबाकू की पत्तियों से कोकीन बनाने का तरीका, जानें कैसे?
एक ऑनलाइन मैगजीन Interesting Engineering के अनुसार, कोकीन एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला ट्रोपेन अल्कलॉइड है, जो एरीथ्रोक्सिलम कोका पौधे की पत्तियों में स्वाभाविक रूप से पैदा होता है।
Written by नितेश पपनोई,
अपडेटेड: 3 दिसंबर 2022 20:15 IST
चीन में कुनमिंग इंस्टीट्यूट ऑफ बॉटनी में शेंग-जिओंग हुआंग और उनके सहयोगियों ने इस स्टडी को अंजाम दिया है
ख़ास बातें
इस उपयोग को चीन के कुनमिंग इंस्टीट्यूट ऑफ बॉटनी में पूरा किया गया था
दक्षिण अमेरिका में कम से कम 8000 वर्षों से कोका की खेती की जा रही है
कोकीन एक प्रकार का जैविक कण है जो ट्रोपेन एल्केलॉयड की श्रेणी में आता है
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कोकीन (Cocaine) को इंसान नशे के लिए इस्तेमाल करता है और इसका आम उपोयग दुनिया भर के ज्यादातर देशों में अवैध है। कोकीन को वर्षों से कोका के पौधों (Coca Plant) से बनाया जाता है। हालांकि, एक रिपोर्ट के अनुसार, पहली बार ऐसा हुआ है कि वैज्ञानिकों ने तंबाकू की पत्तियों से कोकीन बनाया है। ऐसे करने के लिए वैज्ञानिकों ने बायो-इंजीनियरिंग का उपयोग किया है। इस उपयोग को चीन के कुनमिंग इंस्टीट्यूट ऑफ बॉटनी में पूरा किया गया था।
Science News मैगजीन के अनुसार, कोका के पौधों को कोकीन बनाने वाली जटिल जैव रसायन को तंबाकू के पौधे की एक अन्य नस्ल में रेप्लिकेट (दोहराया) गया है। स्टडी कहती है कि अन्य पौधों या सूक्ष्मजीवों को संशोधित करके प्रक्रिया को फिर से बनाने से स्टिम्युलेंट का निर्माण करने या यूनिक प्रॉपर्टीज वाले रासायनिक रूप से समान कंपाउंड बनाने का एक तरीका हो सकता है।
एक अन्य ऑनलाइन मैगजीन Interesting Engineering के अनुसार, कोकीन एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला ट्रोपेन अल्कलॉइड है, जो एरीथ्रोक्सिलम कोका पौधे की पत्तियों में स्वाभाविक रूप से पैदा होता है। इसके दुरुपयोग के रूप में कुख्यात, कोकीन और इसके समान कंपाउंड का उपयोग सदियों से मनुष्यों द्वारा किया जाता रहा है। दक्षिण अमेरिका में मूल जनजातियां कम से कम 8000 वर्षों से कोका की खेती कर रही हैं और अपने उत्तेजक और भूख-दबाने वाले गुणों के लिए इसकी पत्तियों को चबा रही हैं।
नई स्टडी बताती है कि चीन में कुनमिंग इंस्टीट्यूट ऑफ बॉटनी में शेंग-जिओंग हुआंग और उनके सहयोगियों ने EnMT4 और EnCYP81AN15 के रूप में ज्ञात दो पहले अनुपस्थित एंजाइमों को पेश करके प्रक्रिया को बेहतर ढंग से समझने का एक तरीका खोजा है। ये एंजाइम रासायनिक अग्रदूत को कोकीन में परिवर्तित करने का काम करते हैं।
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