अंतरिक्ष की उड़ान अब सिर्फ रिसर्च तक सीमित नहीं है। यह नई दुनिया का टूरिस्ट प्लेस बन रही है, जिसके जरिए लोग स्पेस का सफर कर रहे हैं। हालांकि अभी यह काफी महंगा टूरिज्म है। पिछले महीने हमने स्पेसएक्स के रॉकेट पर सवार होकर तीन यात्रियों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की उड़ान भरते हुए और वहां से सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लैंड करते हुए देखा था। Axiom Space ने इस मिशन को तैयार किया था और हरेक अंतरिक्ष यात्री को 420 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े थे। अरबपति जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन (Blue Origin) भी स्पेस फ्लाइट संचालित करती है। कल इसकी पांचवीं ह्यूमन स्पेस फ्लाइट प्रस्तावित थी, जिसमें अब देरी हो गई है।
जेफ बेजोस (Jeff Bezos) की कंपनी अपने न्यू शेपर्ड सबऑर्बिटल व्हीकल के अगले मिशन ‘NS-21' के लॉन्च का लक्ष्य बना रही थी।
रिपोर्टों के अनुसार, अब इस प्लान को टाल दिया गया है। न्यू शेपर्ड सबऑर्बिटल व्हीकल एक रॉकेट है, जिसे ब्लू ओरिजिन ने बनाया है। न्यू शेपर्ड सबऑर्बिटल व्हीकल में एक रॉकेट और एक कैप्सूल होता है। इन दोनों को ही दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है।
ब्लू ओरिजिन ने बताया है कि फाइनल व्हीकल चेकआउट के दौरान पता चला कि न्यू शेपर्ड का एक बैकअप सिस्टम परफॉर्मेंस के लेवल पर उम्मीदों को पूरा नहीं कर रहा था। सावधानी बरतते हुए शुक्रवार को होने वाले लॉन्च में अब देरी की जा रही है।
अभी यह जानकारी नहीं है कि इस मिशन का बजट कितना है और ब्लू ओरिजन ने प्रत्येक यात्री से टिकट के लिए कितने रुपये चार्ज किए हैं। जैसा कि NS-21 के नाम से पता चलता है, यह न्यू शेपर्ड और ब्लू ओरिजिन की 21वीं उड़ान होगी। कंपनी ने अब तक चार क्रू मिशनों संचालित किए हैं। इनमें से तीन मिशन पिछले साल और एक मिशन इस साल लॉन्च हुआ था।
वैसे, ब्लू ओरिजिन अकेली ऐसी कंपनी नहीं है जो सबऑर्बिटल फ्लाइट्स में सीट बेचती है। रिचर्ड ब्रैनसन की वर्जिन गेलेक्टिक भी ऐसा ही करती है। हालांकि अभीतक उसने कोई ह्यूमन फ्लाइट ऑपरेट नहीं की है। सिर्फ टेस्टिंग की है। कंपनी की योजना साल 2023 की शुरुआत में कमर्शल क्रू फ्लाइट ऑपरेट करने की है।
‘NS-21' के जरिए 6 लोगों को ब्लू ओरिजिन की वेस्ट टेक्सास लॉन्च साइट से सबऑर्बिटल स्पेस के छोटे से सफर पर भेजा जाना है। इन यात्रियों में कात्या एकाजाररेटा और इवान डिक भी शामिल हैं। वह न्यू शेपर्ड के पहले क्रू मेंबर हैं, जो दोबारा दोबारा उड़ान भरेंगे। इससे पहले उन्होंने NS-19 मिशन के तहत उड़ान भरी थी। यह मिशन 11 दिसंबर 2021 को लॉन्च किया गया था।