पृथ्वी पर हिमयुग के बारे में हम पढ़ते आए हैं। एक ऐसा वक्त जब लंबे समय तक मौसम ठंडा रहता है, मसलन कई लाख साल तक। उसे हिमयुग कहते हैं। इस दौरान पृथ्वी के एक बड़े हिस्से पर बर्फ की चादर होती है। सवाल उठता है कि पृथ्वी के आखिर कितने हिमयुग हैं और उनमें किस तरह से इंसान जीवित रहेगा। space.com की एक रिपोर्ट में इसी पर रोशनी डालने की कोशिश की गई है। माना जाता है कि पृथ्वी पर कम से कम 5 हिमयुग रहे हैं। इनमें सबसे पहला हिमयुग लगभग 2 अरब साल पहले हुआ था और लगभग 300 लाख साल तक चला था। सबसे नया हिमयुग 26 लाख साल पहले माना जाता है। कहा जाता है कि तकनीकी रूप से अभी भी हम इसी युग में हैं।
अगर हम किसी हिमयुग में हैं, तो फिर पृथ्वी पर बर्फ का अंबार क्यों नहीं है।
रिपोर्ट में लिखा गया है कि इंसान एक ऐसे दौर में हैं, जिसे ‘इंटरग्लेशियल' कहा जाता है। इसमें तापमान में ठंडे और गर्म स्तरों के बीच उतार-चढ़ाव होता है। गर्म चरण में बर्फ और ग्लेशियर पिघलते हैं, जिसे इंटरग्लेशियल कहा जाता है। वहीं, ठंडे फेज में बर्फ का विस्तार होता है। रिपोर्ट कहती है कि अभी हम आइस ऐज यानी हिमयुग के गर्म इंटरग्लेशियल पीरियड में हैं। यह लगभग 11 हजार साल पहले शुरू हुआ था।
रिपोर्ट कहती है कि जब ज्यादातर लोग ‘हिमयुग' के बारे में बात करते हैं, तो वो आम तौर पर आखिरी ग्लेशियल पीरियड का जिक्र करते हैं, जो लगभग 115,000 साल पहले शुरू हुआ था और 11,000 साल पहले इंटरग्लेशियल पीरियड की शुरुआत के साथ खत्म हो गया।
आज की तुलना में तब हमारी पृथ्वी बहुत ठंडी थी। ठंड जब पीक पर थी, तब बर्फ की चादरों ने ज्यादातर उत्तरी अमेरिका को कवर किया था। उत्तरी अमेरिका और यूरेशिया बर्फ की चादरों से ढके हुए थे। पृथ्वी अधिक शुष्क थी और समुद्र का स्तर बहुत कम था।
सवाल उठता है कि क्या हिमयुग में इंसान था? जवाब है हां। रिपोर्ट कहती है कि इंसान की प्रजाति यानी होमो सेपियन्स 300,000 साल पहले अफ्रीका में उभरी थी। हिमयुग के दौरान कुछ आबादी अफ्रीका में रही और बाकी यूरोप के ठंडे वातावरण समेत बाकी दुनिया में चली गई। माना जाता है कि अपनी कुशलता से इंसान उन इलाकों में जीवित बचा रहा।