सूर्य में हुई बारिश! तारे भी टूटे, 4.9 करोड़ किलोमीटर दूर से स्‍पेसक्राफ्ट ने खींची तस्‍वीर, देखें

यूरोपीय स्‍पेस एजेंसी के सोलर ऑर्बिटर स्‍पेसक्राफ्ट ने यह ऑब्‍जर्वेशन किया है।

विज्ञापन
Written by प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 5 जुलाई 2023 13:46 IST
ख़ास बातें
  • यूरोपीय स्‍पेस एजेंसी के स्‍पेसक्राफ्ट ने जुटाई जानकारी
  • सूर्य में इस तरह का नजारा पहली बार देखा गया
  • सूर्य से जुड़े शोधों में मदद कर सकता है यह ऑब्‍जर्वेशन

धारियों के साथ पहली बार सूर्य की सतह पर सौर तारे टूटते (solar shooting stars) हुए दिखाई दिए।

Photo Credit: ESA

सूर्य को टटोल रहे वैज्ञानिक मिशन इसके बारे में रोज नई जानकारी जुटा रहे हैं। खगोलविदों ने सूर्य की सतह पर उल्‍कापिंडों (meteor) जैसी धारियां देखी हैं। इन्‍हें देखकर लगता है जैसे सूर्य की सतह पर बारिश हो रही है। यूरोपीय स्‍पेस एजेंसी के सोलर ऑर्बिटर स्‍पेसक्राफ्ट ने यह ऑब्‍जर्वेशन किया है। धारियों के बीच पहली बार सूर्य की सतह पर सौर तारे टूटते (solar shooting stars) हुए दिखाई दिए। यह पृथ्‍वी से दिखाई देने वाले टूटते तारों से कैसे अलग होते हैं? आइए जानते हैं। 

रॉयल एस्‍ट्रोनॉमिकल सोसायटी की रिपोर्ट में बताया गया है कि सोलर शूटिंग स्‍टार्स, पृथ्‍वी से दिखने वाले टूटते तारों से अलग होते हैं। हम जिन टूटते हुए तारों को देखते हैं, वो अंतरिक्ष की धूल, चट्टानें और छोटे एस्‍टरॉयड हो सकते हैं, जो पृथ्‍वी के वायुमंडल में प्रवेश करते ही जलने लग जाते हैं। सूर्य में जो उल्‍कापिंडों जैसी धारियां नजर आई हैं, वो प्‍लाज्‍मा के विशाल गुच्‍छे हैं।  

रिपोर्ट कहती है कि पृथ्‍वी का वातावरण बहुत घना है। इस वजह से टूटते तारे हमारे ग्रह पर नहीं गिरते। सूर्य का वायुमंडल जिसे कोरोना कहते हैं, काफी पतला है। ऐसे में प्‍लाज्‍मा के गुच्‍छे सूर्य से अलग नहीं हो पाते और तारे की सतह पर ही बने रहते हैं। 

वैज्ञानिकों को लगता है कि हालिया खोज से यह जानने में मदद मिल सकती है कि सूर्य का कोरोना उसके नीचे की परतों के मुकाबले ज्‍यादा गर्म क्‍यों है। यूरोपीय स्‍पेस एजेंसी के स्‍पेसक्राफ्ट ने सूर्य पर टूटते तारों को कोरोनल रेन की घटना के दौरान देखा था। इस घटना में प्‍लाज्‍मा काफी एक्टिव हो जाता है और इकट्ठा होने लगता है।  

स्‍पेसक्राफ्ट ने जब घटना को कैमरे में कैद किया, तब वह सूर्य से 4.9 करोड़ किलोमीटर दूर था। यानी वह बुध ग्रह से भी ज्‍यादा नजदीक था सूर्य के। रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना कुछ ही देर तक चली और उस दौरान सूर्य में जो गैस बन रही थी, वह 10 लाख डिग्री तक गर्म हो रही थी। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. नासा की चेतावनी! 4 एस्टरॉयड आज होंगे पृथ्वी के करीब, जानें कितना है खतरा
  2. HMD 100, HMD 101 फीचर फोन भारत में लॉन्च, जानें फीचर्स और कीमत
  3. Motorola Edge 70 जल्द होगा भारत में लॉन्च, 6.67 इंच डिस्प्ले, ट्रिपल रियर कैमरा यूनिट
  4. OnePlus 15R में मिल सकता है 12GB तक RAM, जल्द होगा भारत में लॉन्च
  5. Realme P4x 5G vs Vivo T4x 5G: मिडरेंज में कौन सा फोन है बेस्ट? जानें यहां
  6. Flipkart Buy Buy 2025 Sale: Rs 24 हजार सस्ता मिल रहा Samsung Galaxy S25 Ultra, फोन पर सबसे धांसू ऑफर
#ताज़ा ख़बरें
  1. Flipkart Buy Buy 2025 Sale: Rs 24 हजार सस्ता मिल रहा Samsung Galaxy S25 Ultra, फोन पर सबसे धांसू ऑफर
  2. नासा की चेतावनी! 4 एस्टरॉयड आज होंगे पृथ्वी के करीब, जानें कितना है खतरा
  3. एस्टरॉयड में चीनी! NASA की नई खोज ने चौंकाया
  4. Realme P4x 5G vs Vivo T4x 5G: मिडरेंज में कौन सा फोन है बेस्ट? जानें यहां
  5. सावधान! मोबाइल में खतरनाक वायरस, चुटकी में बैंक अकाउंट कर सकता है खाली
  6. OnePlus 15R में मिलेगी 7400mAh की बड़ी बैटरी, 17 दिसंबर को होगा भारत में लॉन्च
  7. Motorola Edge 70 जल्द होगा भारत में लॉन्च, 6.67 इंच डिस्प्ले, ट्रिपल रियर कैमरा यूनिट
  8. Indigo की फ्लाइट हुई कैंसल, तो कपल ने ऑनलाइन अटैंड कर लिया अपनी ही शादी का रिसेप्शन!
  9. 10 मिनट में घर बैठे मिलेंगे Samsung के टैबलेट, स्मार्टवॉच, चार्जर भी! कंपनी ने बढ़ाई सर्विस
  10. भारत में इलेक्ट्रिक बसों और ई-स्कूटर्स की मैन्युफैक्चरिंग करेगी VinFast
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.