NASA का ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट पहुंचा चंद्रमा के करीब, जानें Artemis 1 मिशन के जरूरी अपडेट

NASA Moon Mission : इस स्‍पेसक्राफ्ट में कोई अंतरिक्ष यात्री मौजूद नहीं है। मिशन को 16 नवंबर को लॉन्‍च किया गया था।

विज्ञापन
Written by प्रेम त्रिपाठी, Edited by आकाश आनंद, अपडेटेड: 22 नवंबर 2022 20:52 IST
ख़ास बातें
  • यह यात्रा अभी 20 दिन और चलेगी
  • इंसान को चांद पर भेजने की शुरुआत है यह मिशन
  • मौजूदा स्‍पेसक्राफ्ट में नहीं है कोई अंंतरिक्ष यात्री

NASA Moon Mission : मिशन का एक मकसद यह भी परखना है कि ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट अपने डिजाइन के हिसाब से काम कर रहा है या नहीं। कहीं इसमें किसी बदलाव की जरूरत तो नहीं।

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) का आर्टिमिस 1 मिशन (Artemis 1) सफलता के साथ आगे बढ़ रहा है। जानकारी के अनुसार, नासा के ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट ने सोमवार को चंद्रमा के बेहद नजदीक से उड़ान भरी। इसने चंद्रमा की सतह को 81 मील के दायरे से क्रॉस किया। इस स्‍पेसक्राफ्ट में कोई अंतरिक्ष यात्री मौजूद नहीं है। मिशन को 16 नवंबर को लॉन्‍च किया गया था। तब से यह चंद्रमा का सफर कर रहा है और यह यात्रा अभी 20 दिन और चलेगी। 

नासा में ओरियन प्रोग्राम मैनेजर हॉवर्ड हू ने सोमवार शाम एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान कहा कि वीकल अपना काम कर रहा है। मिशन का एक मकसद यह भी परखना है कि ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट अपने डिजाइन के हिसाब से काम कर रहा है या नहीं। कहीं इसमें किसी बदलाव की जरूरत तो नहीं। इसके बाद ही इस स्‍पेसक्राफ्ट में अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने पर फैसला किया जाएगा। मिशन साल 2024 तक लॉन्‍च हो सकता है। यह तीसरा आर्टिमिस मिशन होगा, जिसमें ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट के साथ-साथ एक स्पेसएक्स वीकल भी होगा। यह चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यात्रियों को लैंड कराएगा। 

नासा ने संभावना जताई है कि इस दशक के अंत तक इंसान चंद्रमा पर लंबे समय के लिए रहने लगेगा। हॉवर्ड हू ने कहा कि आर्टेमिस मिशन हमें एक स्थायी प्‍लेटफॉर्म और ट्रांसपोर्टेशन सिस्‍टम में सक्षम बनाता है। यह हमें सीखने की अनुमति देता है कि उस डीप स्‍पेस एनवायरनमेंट में कैसे काम किया जाए। हॉवर्ड हू ने कहा कि हम चंद्रमा पर एक स्‍थायी कार्यक्रम की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्‍होंने ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट की ओर इशारा करते हुए कहा कि यही वह वीकल होगा जो इंसान को दोबारा चांद पर ले जाएगा। 

ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट अपना सफर तय कर रहा है। यह अभी तक सटीक दिशा में आगे बढ़ रहा है। नासा के अनुसार, ओरियन ने 3 लाख 74 हजार 467 किलोमीटर की दूरी तय कर ली थी। रविवार तक यह चंद्रमा से 63 हजार 570 किलोमीटर दूर था। यह स्‍पेसक्राफ्ट लगभग 600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रहा है। नासा चाहती है कि भविष्‍य में खगोलविद चंद्रमा पर कम से कम दो महीने रहें। लंबे समय तक चांद पर रहने और वहां खोज करने से वैज्ञानिक सफलताएं मिल सकती हैं। 
 

 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Flipkart दिवाली सेल में 3500 रुपये सस्ता मिल रहा Motorola का 50MP कैमरा वाला स्मार्टफोन
#ताज़ा ख़बरें
  1. TCS में वर्कर्स की छंटनी को लेकर बढ़ा विवाद, एंप्लॉयी यूनियन ने लगाया प्रेशर डालने का आरोप
  2. फाइनेंशियल फ्रॉड की चेतावनी देने के लिए ऑनलाइन पेमेंट्स इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म लॉन्च करेगा RBI
  3. OnePlus Nord 6 जल्द हो सकता है लॉन्च, IMEI पर हुई लिस्टिंग
  4. क्या आपके अगले स्मार्टफोन के बॉक्स से गायब हो जाएगी चार्जिंग केबल? इस कंपनी ने शुरू किया ट्रेंड
  5. Samsung Galaxy S26 Ultra में मिल सकता है 6.9 इंच QHD+ AMOLED डिस्प्ले
  6. अब ‘चश्मा’ बनेगा वॉलेट! स्मार्ट ग्लास से होगा UPI पेमेंट, फोन की जरूरत नहीं
  7. Realme 15 Pro 5G Game of Thrones लिमिटेड एडिशन भारत में हुआ लॉन्च, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  8. JBL Tour One M3 और Smart Tx वायरलेस हेडफोन्स भारत में लॉन्च: मिलेगा 70 घंटे का प्लेबैक और स्मार्ट टच डिस्प्ले
  9. Amazon Sale: Samsung के स्मार्टफोन्स को भारी डिस्काउंट के साथ खरीदने का मौका
  10. IMC 2025: Jio का JioBharat सेफ्टी फर्स्ट फोन हुआ पेश, जानें खासियतें
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.