नासा (Nasa) ने ‘एस्ट्रोनॉमी पिक्चर ऑफ द डे' के तहत शनि ग्रह के चंद्रमा टाइटन (Titan) की तस्वीर शेयर की है। इस तस्वीर में टाइटन के 6 चेहरे दिखाए गए हैं। शनि का चंद्रमा कई मायनों में खास है। रिपोर्टों के अनुसार, यह हमारे सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा चंद्रमा है और पृथ्वी के चंद्रमा से भी विशाल है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी का कहना है कि हमारे सौरमंडल में सिर्फ बृहस्पति ग्रह का चंद्रमा गैनीमेड (Ganymede) ही शनि के चंद्रमा से बड़ा है।
कई और खूबियां टाइटन को बाकी चंद्रमाओं यहां तक कि ग्रहों से भी अलग बनाती हैं।
वैज्ञानिकों की नजर हमेशा से टाइटन पर रही है।
नासा के
अनुसार, टाइटन का वातावरण घना है। पृथ्वी के अलावा टाइटन ही ऐसी दुनिया है, जिसकी सतह पर लिक्विड बॉडीज की मौजूदगी है।
टाइटन का रेडियस लगभग 2575 किलोमीटर है। यह पृथ्वी के चंद्रमा से लगभग 50 प्रतिशत चौड़ा है। यह बर्फीला उपग्रह अपने मुख्य ग्रह शनि से करीब 12 लाख किलोमीटर दूर स्थित है। टाइटन का वातावरण बर्फीला है। ऐसी में यह तस्वीर कहां से आई, यह जानना भी दिलचस्प हो जाता है।
नासा ने साल 2004 में शनि ग्रह की ओर कैसिनी अंतरिक्ष यान को भेजा था। इसने 2017 तक शनि की परिक्रमा की और उस दौरान टाइटन की तस्वीरों को कैद किया था। बताया जाता है कि स्पेसक्राफ्ट में लगे विज़ुअल और इन्फ्रारेड मैपिंग स्पेक्ट्रोमीटर (VIMS) की मदद से टाइटन की तस्वीर खींची गई थी। तस्वीर में बहुत डिटेल तो नहीं है, लेकिन यह झलक देती है कि टाइटन कैसा होगा।
टाइटन के घने वातावरण और बर्फीले क्षेत्र की वजह से बहुत क्लीयर तस्वीर अभी मौजूद नहीं है। जिस इन्फ्रारेड मैपिंग स्पेक्ट्रोमीटर (VIMS) की मदद से टाइटन की तस्वीर खींची गई थी, उसमें दो कैमरे थे। एक ने दृश्य तरंगदैर्घ्य (visible wavelengths) को मापा, दूसरे ने इन्फ्रारेड को मापा। इससे वैज्ञानिकों को टाइटन के वातावरण का अध्ययन करने में मदद मिली। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी टाइटन को और एक्सप्लेार करना चाहती है। बताया जाता है कि उसने साल 2027 में रोटरक्राफ्ट मिशन को लॉन्च करने की योजना बनाई है।