जेम्स वेब टेलीस्कोप का कमाल! सौर मंडल के बाहर ‘एक्सोप्लैनेट’ की पहली तस्‍वीर खींची, आप भी देखिए

यह तस्‍वीर अंतरिक्ष से लिए गए किसी एक्सोप्लैनेट की डायरेक्‍ट इमेज नहीं हैं, लेकिन यह वेब टेलीस्‍कोप की क्षमताओं को बताती है।

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Written by प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 2 सितंबर 2022 12:53 IST
ख़ास बातें
  • तस्वीरों को नासा (Nasa) ने शेयर किया है
  • नासा ने यह भी बताया है हर फोटो अलग क्‍यों दिखती है
  • यह तस्‍वीर जेम्‍स वेब की क्षमताओं को दिखाती है

इमेज में एक्सोप्लैनेट को इन्फ्रारेड लाइट के विभिन्न बैंडों में दिखाया गया है।

Photo Credit: सांकेतिक तस्‍वीर

जब से अंतरिक्ष में तैनात सबसे बड़ी दूरबीन ‘जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप' (James Webb Space Telescope) ने अपना काम शुरू किया है, यह पूरी दुनिया को अंतरिक्ष की अनदेखी तस्‍वीरों से हैरान कर रही है। इस बार यह टेलीस्कोप सौर मंडल के बाहर किसी ग्रह की पहली इमेज को कैप्चर करने में सफल रहा है। टेलीस्‍कोप ने एक एक्‍सोप्‍लैनेट की तस्‍वीर खींची है। गौरतलब है कि ऐसे ग्रह जो सूर्य के अलावा अन्य तारों की परिक्रमा करते हैं, एक्सोप्लैनेट कहलाते हैं। स्‍पेस रिसर्च सेंटर के अनुसार, यह तस्‍वीर अंतरिक्ष से लिए गए किसी एक्सोप्लैनेट की पहली डायरेक्‍ट इमेज नहीं हैं, लेकिन यह वेब टेलीस्‍कोप की क्षमताओं को बताती है। तस्वीरों को नासा (Nasa) ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया है। इमेज में एक्सोप्लैनेट को इन्फ्रारेड लाइट के विभिन्न बैंडों में दिखाया गया है।   

नासा ने यह भी बताया है हर फोटो अलग क्‍यों दिखती है। ऐसा उन इंस्‍ट्रूमेंट्स की वजह से है, जो लाइट को कैप्‍चर करने के लिए इस्‍तेमाल किए गए। नासा ने बताया है कि हरेक इंस्‍ट्रूमेंट के अंदर मास्‍क का एक सेट कोरोनाग्राफ (coronagraph) कहा जाता है, वह लगाया गया था। यह एक्‍सोप्‍लैनेट के तारे की रोशनी को रोकता है, जिसे एक्‍सोप्‍लैनेट को देख पाना मुमकिन होता है। हरेक इमेज में जो छोटा स्‍टार बनाया गया है, उस जगह पर एक्‍सोप्‍लैनेट का असल तारा मौजूद है, जिसकी चमक को तकनीक के जरिए कम किया गया। 
 


नासा ने बताया है कि पहली इमेज में वेब टेलीस्‍कोप के NIRCam का व्‍यू है। यह बैंगनी बार के साथ एक बैंगनी बिंदु दिखाता है। ये बिंदु या डॉट वेब टेलीस्‍कोप ने तैयार किए हैं। दूसरी तस्वीर में भी NIRCam का व्‍यू है। इस बार यह नीले रंग में है। तीसरी इमेज MIRI व्‍यू है, जोकि नारंगी रंग में है और इसमें कोई बार मौजूद नहीं है। चौथी तस्वीर में MIRI व्‍यू को लाल रंग में दिखाया गया है। पांचवीं इमेज बताती है कि यह एक्‍सोप्‍लैनेट ‘HIP 65426 b' है। 

नासा के अनुसार, यह एक्सोप्लैनेट एक विशाल गैस ग्रह है, जिसका मतलब है कि यहां चट्टानी सतह नहीं है और यह रहने योग्य नहीं हो सकता है। यह बृहस्पति के द्रव्यमान का लगभग छह से 12 गुना है और लगभग 15 से 20 मिलियन वर्ष पुराना है। इसके मुकाबले हमारी पृथ्‍वी 4.5 बिलियन वर्ष पुरानी है। एक्सोप्लैनेट की डायरेक्‍ट इमेज ले पाना चुनौतीपूर्ण है क्योंकि इनके तारे ग्रहों की तुलना में बहुत अधिक चमकीले होते हैं। HIP 65426 बी ग्रह भी अपने तारे की तुलना में 10,000 गुना अधिक धुंधला है। 
 

 

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प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ ...और भी

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