• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • अरबों साल पहले कैसा रहा होगा मंगल ग्रह, पर्सवेरेंस रोवर के डेटा से मिले सुराग

अरबों साल पहले कैसा रहा होगा मंगल ग्रह, पर्सवेरेंस रोवर के डेटा से मिले सुराग

ये अजीब सेक्‍शन लावा के बहने की वजह से हो सकते हैं, जो वक्‍त के साथ ठंडे हो जाते हैं या अंडरग्राउंड झील से तलछट में जमा हो सकते हैं।

अरबों साल पहले कैसा रहा होगा मंगल ग्रह, पर्सवेरेंस रोवर के डेटा से मिले सुराग

जेजेरो क्रेटर मंगल ग्रह पर उत्तरी लोलैंड्स और दक्षिणी हाइलैंड्स के बीच सिर्टिस मेजर प्लानम में स्थित है।

ख़ास बातें
  • नासा के दो प्रमुख रोवर मंगल ग्रह पर मिशन में जुटे हैं
  • इनमें पर्सवेरेंस रोवर भी शामिल है
  • इसी के डेटा ने वैज्ञानिकों को नई जानकारी दी है
विज्ञापन
मंगल ग्रह पर खोज के मामले में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) सबसे आगे दिखाई देती है। नासा के दो प्रमुख रोवर मंगल ग्रह पर मिशन में जुटे हैं। इनमें शामिल हैं पर्सवेरेंस रोवर (Perseverance rover) और क्‍यूरोसिटी रोवर (Curiosity rover) पर्सवेरेंस रोवर ने पिछले साल 18 फरवरी को मंगल ग्रह के जेजेरो क्रेटर रीजन में लैंड किया था। तभी से यह वहां जीवन के सबूतों की तलाश कर रहा है। पर्सवेरेंस रोवर सभी जरूरी सैंपल्‍स को भी इकट्ठा कर रहा है, जिन्‍हें फ्यूचर मिशन के जरिए पृथ्‍वी पर लाने की तैयारी नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी कर रही हैं। 

रिपोर्ट के अनुसार, इन सैंपल्‍स के पृथ्‍वी पर आने में अभी कई साल हैं, उससे पहले रोवर ने कुछ आश्चर्यजनक डेटा को पृथ्‍वी पर भेजा है। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी और ओस्लो य‍ूनिवर्सिटी के नेतृत्व में एक रिसर्च टीम की स्‍टडी के अनुसार, पर्सवेरेंस के ग्राउंड-पेनेट्रेटिंग रडार ने पाया है कि जेजेरो क्रेटर के नीचे चट्टान की परतें अजीब तरह से झुकी हुई हैं। ये अजीब सेक्‍शन लावा के बहने की वजह से हो सकते हैं, जो वक्‍त के साथ ठंडे हो जाते हैं या अंडरग्राउंड झील से तलछट में जमा हो सकते हैं।

इन फाइंडिंग्‍स का वर्णन करने वाला पेपर हाल ही में जर्नल साइंस एडवांस में दिखाई दिया। जेजेरो क्रेटर मंगल ग्रह पर उत्तरी लोलैंड्स और दक्षिणी हाइलैंड्स के बीच सिर्टिस मेजर प्लानम में स्थित है। यह लगभग 45 किमी व्यास का है। माना जाता है कि यह जगह कभी एक झील हुआ करती थी। 

इस इलाको को खासतौर पर पर्सवेरेंस रोवर के लिए लैंडिंग साइट के रूप में चुना गया था। क्‍यूरियोसिटी रोवर की तरह ही पर्सवेरेंस का मकसद भी उस समय के बारे में जानकारी जुटाना है, जब मंगल की सतह पर पानी बह रहा था। इससे वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद मिलेगी कि आखिर कैसे यह ग्रह सूख गया।  

डेटा का विश्लेषण करने के बाद रिसर्च टीम ने नोट किया कि पर्सवेरेंस ने जिस इलाके को सर्वे किया था, वहां लेयर्ड चट्टानें आम थीं। झुके हुए इलाकों में ज्‍यादा रिफ्लेक्टिव चट्टान की परतें थीं, जो कई दिशाओं में झुकती थीं। फ‍िलहाल यह सब एक लावे के बहने का संकेत देती हैं, जो समय के साथ जम गया होगा। हालांकि इस बारे में ज्‍यादा सबूत तब हासिल होंगे, जब पर्सवेरेंस के सैंपल पृथ्‍वी पर आएंगे और वैज्ञानिक उनका विश्‍लेषण करेंगे। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. 27 इंच बड़ी स्क्रीन, 520Hz रिफ्रेश के साथ ViewSonic गेमिंग मॉनिटर हुआ लॉन्च, जानें फीचर्स
  2. Xiaomi 15 Ultra फोन के कैमरा स्पेसिफिकेशंस कंफर्म, मिलेगा अबतक का सबसे धांसू क्वाड कैमरा सेटअप!
  3. Apple का पहला फोल्डेबल फोन होगा हाइब्रिड डिवाइस! हुआ नया खुलासा
  4. iQOO 15 Pro पहली बार हुआ लीक, 2K डिस्प्ले, 7000mAh बैटरी, घांसू कैमरा से होगा लैस!
  5. JBL Flip 7 पोर्टेबल ब्लूटूथ स्पीकर 14 घंटे की बैटरी, IP68 रेटिंग के साथ हुआ लॉन्च, जानें कीमत
  6. 3 करोड़ साल पुरानी खोपड़ी ने खोला 'भयानक शिकारी' का इतिहास!
  7. 30 हजार में आने वाले AC, Amazon पर मिल रहा जबरदस्त डिस्काउंट
  8. Jio लाई भारत-पाक मैच के लिए धांसू प्लान, 84 दिन वैलिडिटी, डेली 2GB, Jiohotstar फ्री सब्सक्रिप्शन और बहुत कुछ!
  9. Flying Car Video: आ गई उड़ने वाली कार! Rs 2.5 करोड़ है कीमत, सड़क पर चलेगी, आसमान में भी उड़ेगी, देखें वीडियो
  10. भारत में Tesla की सबसे सस्ती कार भी मिलेगी कम से कम Rs 40 लाख में! जानें वजह
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »