• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • ज्ञानवापी केस : क्या होती है कार्बन डेटिंग, कैसे किया जाता है इसका इस्‍तेमाल

ज्ञानवापी केस : क्या होती है कार्बन डेटिंग, कैसे किया जाता है इसका इस्‍तेमाल

Gyanvapi case : हालांकि इसका इस्‍तेमाल चट्टानों या पत्‍थर की उम्र का पता लगाने के लिए नहीं किया जाता है। कार्बन डेटिंग सिर्फ उन चट्टानों के लिए काम करती है, जो 50,000 साल से कम उम्र की हैं।

ज्ञानवापी केस : क्या होती है कार्बन डेटिंग, कैसे किया जाता है इसका इस्‍तेमाल

Photo Credit: सांकेतिक तस्‍वीर

Gyanvapi case : कार्बन डेटिंग सदियों से मौजूद वस्तुओं के इतिहास समेत विभिन्न प्रजातियों के विकास की प्रक्रिया को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

ख़ास बातें
  • याचिका में ‘शिवलिंग’ की कार्बन डेटिंग की मांग की गई है
  • याचिका का मकसद यह जानना है कि वह ढांचा फव्वारा है या शिवलिंग
  • ऐसे में कार्बन डेटिंग काफी महत्‍वपूर्ण हो जाती है
विज्ञापन
वाराणसी का ज्ञानवापी केस (Gyanvapi Case) सुर्खियों में है। वहां की जिला अदालत एक कथित ‘शिवलिंग' की कार्बन डेटिंग की मांग वाली याचिका पर 14 अक्टूबर को फैसला सुनाएगी। दावा किया गया है कि वह ‘शिवलिंग' ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में पाया गया है। याचिका में ‘शिवलिंग' की कार्बन डेटिंग और वैज्ञानिक जांच कराने की मांग की गई है। यह मांग भी है कि जांच के दौरान शिवलिंग को किसी तरह का नुकसान न पहुंचाया जाए। याचिका का मकसद यह जानना है कि वह ढांचा फव्वारा है या शिवलिंग। क्‍योंकि मामला विज्ञान से जुड़ा है और कार्बन डेटिंग इसका मुख्‍य पहलू है, इसलिए हमें यह जानना चाहिए कि आखिर कार्बन डेटिंग होती क्‍या है। 

कार्बन डेटिंग वह प्रोसेस है, जिसकी मदद से पेड़, चमड़ी, बाल, कंकाल आदि की उम्र का पता लगाया जा सकता है। हर वह चीज जिसमें कार्बनिक अवशेष होते हैं, उनकी अनुमानित आयु का पता कार्बन डेटिंग से लगाया जा सकता है। हमारे पर्यावरण में कार्बन के 3 आइसोटोप होते हैं। ये हैं- कार्बन-12 (कार्बन डाईऑक्साइड), कार्बन-13 और कार्बन-14। किसी चीज की आयु का पता लगाने के लिए कार्बन-14 की जरूरत होती है। 

हालांकि इसका इस्‍तेमाल चट्टानों या पत्‍थर की उम्र का पता लगाने के लिए नहीं किया जाता है। कार्बन डेटिंग सिर्फ उन चट्टानों के लिए काम करती है, जो 50,000 साल से कम उम्र की हैं। वैसे कुछ और तरीके भी हैं जिनकी मदद से चट्टानों की उम्र का पता लगाया जा सकता है। 

कार्बन डेटिंग सदियों से मौजूद वस्तुओं के इतिहास समेत विभिन्न प्रजातियों के विकास की प्रक्रिया को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कार्बन डेटिंग के लिए एक शर्त यह है कि इसे केवल उस पदार्थ पर लागू किया जा सकता है जो कभी जीवित था या वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित कर सकता था। दुनिया भर में पुरातत्वविदों, जीवाश्म विज्ञानियों द्वारा वस्तुओं की उम्र का अनुमान लगाने के लिए कार्बन डेटिंग का इस्‍तेमाल सबसे ज्‍यादा किया जाता है। 

उम्र निर्धारण करने की इस तकनीक का आविष्कार 1949 में शिकागो यूनिवर्सिटी के विलियर्ड लिबी ने किया था। इसके लिए उन्हें 1960 में नोबेल पुरस्कार भी दिया गया था। बहरहाल, अब सभी की नजरें अदालत के फैसले पर हैं। 14 अक्टूबर को अगर कार्बन डेटिंग की इजाजत दी जाती है, तो यह देखना दिलचस्‍प रहेगा कि रिसर्चर्स कथित शिवलिंग की उम्र का पता लगाने के लिए उस वस्‍तु से क्‍या और कैसे खोजते हैं। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. TVS Motor जल्द पेश करेगी इलेक्ट्रिक मैक्सी-स्कूटर M1-S, 150 किलोमीटर हो सकती है रेंज 
  2. Rs 30 हजार के अंदर आने वाले ये हैं बेस्ट कैमरा फोन
  3. Moto X70 Air लॉन्च से पहले कीमत का खुलासा, 12GB रैम, 68W फास्ट चार्जिंग जैसे फीचर्स
  4. 100 इंच तक बड़े स्मार्ट TV Dreame ने किए लॉन्च, 4K डिस्प्ले, AI, Dolby Atmos जैसे फीचर्स, जानें कीमत
  5. Fire-Boltt की MRP Rs 11,999 की ब्लूटूथ कॉलिंग स्मार्टवॉच मात्र Rs 999 में खरीदें, Amazon का धांसू ऑफर!
  6. ZEBRONICS के धांसू गेमिंग हेडफोन Rs 1700 की बजाए Rs 775 में, Amazon पर छूट न जाए ऑफर!
  7. OPPO ने 45 घंटे चलने वाले ईयरबड्स OPPO Enco X3s किए पेश, जानें कीमत
  8. Lava Shark 2 लॉन्च हुआ 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ, Rs 7 हजार से कम में खरीदने का मौका
  9. गगनयान मिशन जल्द होगा टेस्ट फ्लाइट के लिए तैयार, ISRO ने दी जानकारी
  10. अगर बृहस्पति न होता ऐसी न होती पृथ्वी! वैज्ञानिकों का दावा
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »