Elon Musk
Blue Moon Photo : रक्षाबंधन के मौके पर कल पूरी दुनिया ने ‘ब्लू मून' देखा। हालांकि वह नीला चांद नहीं था। यह नाम पश्चिमी देशों से पूर्णिमा को मिला है। खास बात है कि ब्लू मून के साथ ही पूर्णिमा का चंद्रमा एक सुपरमून भी था। ब्लू मून की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं। अरबपति एलन मस्क ने भी ब्लू मून को अद्भुत बताया है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) के अनुसार, ब्लू मून को बुधवार तक देखा जा सकेगा।
एक पोस्ट में एलन मस्क ने लिखा, चंद्रमा अद्भुत लग रहा है। वहीं, सुपरमून उस स्थिति को कहा जाता है, जब चंद्रमा की कक्षा पृथ्वी के सबसे करीब होती है। इसका मतलब है कि चंद्रमा पृथ्वी की कक्षा में अपने निकटतम बिंदु पेरिगी पर पहुंचता है और सामान्य पूर्णिमा से बड़ा दिखाई देता है।
टाइम एंड डेट के अनुसार, ब्लू मून की दो अलग-अलग परिभाषाएं हैं। पहली परिभाषा मौसमी ब्लू मून (seasonal Blue Moon) के लिए है। किसी खगोलीय मौसम में जिसमें चार पूर्णिमाएं होती हैं, उसमें तीसरी पूर्णिमा को ब्लू मून कहा जाता है। आज हो रही पूर्णिमा एक मौसमी ब्लू मून है। यह अगली बार साल 2026 में नजर आएगी। इसके अलावा, मासिक ब्लू मून भी होता है। यह तब होता है जब एक महीने में दो पूर्णिमाएं होती हैं, तब दूसरी पूर्णिमा को ब्लू मून कहा जाता है।
1940 के दशक से ‘ब्लू मून' शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं, 1979 में एस्ट्रोलॉजर रिचर्ड नोले ने ‘सुपरमून' शब्द गढ़ा था। खास बात है कि इस साल लगातार चार सुपरमून दिखाई देंगे। इनमें पहला हम अब देख रहे हैं। दूसरा सुपरमून 17 सितंबर को नजर आएगा। उसे हार्वेस्ट मून के रूप में जाना जाता है। तीसरा सुपरमून 17 अक्टूबर को हंटर मून के रूप में दिखेगा और 15 नवंबर की पूर्णिमा को चौथा सुपरमून होगा, बीवर मून के रूप में जाना जाता है।