UFO यानी अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट हमेशा से लोगों को रोमांचित करते आए हैं। आज तक यह पता नहीं चल पाया है कि आसमान में उड़ने वाले ये ऑब्जेक्ट कहां से आते हैं और कहां चले जाते हैं। दुनिया भर में UFO देखे जाते हैं। अमेरिका में तो इनकी जांच सरकारी स्तर पर शुरू हो गई है। हाल में “द एपोस्टल्स ऑफ अपोलो” की लेखिका कैरल मेर्श ने अपनी किताब ‘ए बाइबल ऑन द मून' का अपडेटेड वर्जन रिलीज किया है। इसमें अपोलो 11 में शामिल रहे बज एल्ड्रिन (Buzz Aldrin) की मिशन कंट्रोल से हुई एक बातचीत के बारे में लिखा गया है। इसमें एक अजीब अंतरिक्ष यान के बारे में बातचीत की गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, बज एल्ड्रिन ने अपोलो 11 के मिशन के दौरान कोई अजीब चीज नोटिस की थी। उन्होंने मिशन कंट्रोलर से रॉकेट की पोजिशन के बारे में सवाल किया था। उन्होंने कुछ ऐसा देखा था, जिसे नजदीक से ऑब्जर्व किया जा सकता था। एल्ड्रिन ने कहा था कि अगर वह चीज अपोलो रॉकेट का हिस्सा नहीं थी, तो वह सिर्फ एक UFO रहा होगा। एक और घटना जिसका जिक्र किया गया है, वह अपोलो 11 के कमांडर नील आर्मस्ट्रांग के ‘ह्यूस्टन, द ईगल हैड लैंडेड' कहने के तुरंत बाद हुई थी।
गौरतलब है कि साल 2005 में एक चैनल से बातचीत में भी एल्ड्रिन ने यह जानकारी दी थी कि अपोलो 11 मिशन के चालक दल ने अंतरिक्ष में अजीब चीजों को देखा था। अपोलो 11 मिशन साल 1969 में लॉन्च हुआ था। इसके जरिए इंसान ने पहली बार चंद्रमा पर कदम रखा था। हालांकि एल्ड्रिन और उनके सहयोगियों ने कभी भी एलियंस पर सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा। सिर्फ यह कहा गया था कि मिशन के दौरान कुछ ऑब्जेक्ट पहचाने नहीं जा सके थे।
गौरतलब है कि अमेरिका की सरकार UFO के बारे में जानने के लिए गंभीरता से काम कर रही है। कुछ महीनों पहले ही अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने कहा था कि वह वैज्ञानिकों की एक ऐसी टीम बनाने जा रही है जो आकाश में होने वाली इन घटनाओं की जांच करेगी। इसके बाद नासा ने 16 लोगों की टीम बनाई। UAP जिसे अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग फिनॉमिना कहा जाता है, वह UFO का ही रीब्रैंड वर्जन है। रिसर्च के तहत अनक्लासिफाइड डेटा का इस्तेमाल करके एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसे अगले साल सार्वजनिक किया जाएगा।
लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।