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9.2 अरब प्रकाशवर्ष दूर ब्रह्मांड में दिखी 'बिग रिंग'! अपने अंदर समाए है हजारों गैलेक्सी!

एक संभावना यहां ये जताई गई है कि यह बिग रिंग बार्योनिक एकॉस्टिक ऑसिलेशन (BOA) से संबंधित हो सकती है। 

9.2 अरब प्रकाशवर्ष दूर ब्रह्मांड में दिखी 'बिग रिंग'! अपने अंदर समाए है हजारों गैलेक्सी!

Photo Credit: UCLan

ये रिंग इतनी बड़ी है जिसका साइज 1.3 अरब प्रकाशवर्ष की दूरी तक बताया गया है।

ख़ास बातें
  • 9.2 अरब प्रकाशवर्ष दूर मौजूद है रिंग जैसा स्ट्रक्चर।
  • इसका साइज 1.3 अरब प्रकाशवर्ष की दूरी तक बताया गया है।
  • यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लैंकाशिअर की ओर से यह खोज बताई जा रही है।
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ब्रह्मांड अपने पैर कहां तक पसारे हुए है, इसका शायद अनुमान भी लगाना मुश्किल है। आधुनिक विज्ञान बड़े बड़े टेलीस्कोप की मदद से ब्रह्मांड में दूर तक झांकने में कामयाब हो गया है। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने अब 9.2 अरब प्रकाशवर्ष दूर एक ऐसे स्ट्रक्चर को देखा है जिसमें हजारों आकाशगंगाएं और उनके समूह हैं। यह देखने में एक रिंग जैसा लगता है। ये रिंग इतनी बड़ी है जिसका साइज 1.3 अरब प्रकाशवर्ष की दूरी तक बताया गया है। यह इसका व्यास बताया गया है। इसके साइज को एक अनुमान देने के लिए वैज्ञानिकों ने कहा है कि 15 पूर्ण चांद अगर एक के बाद एक साथ में दिखें तो यह इतनी बड़ी है। यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लैंकाशिअर की ओर से यह खोज बताई जा रही है। 

यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लैंकाशिअर (UCLan) में पीएचडी स्टूडेंट एलेक्सिया लोपेज ने 9.2 अरब प्रकाशवर्ष की दूरी पर एक बड़ी रिंग देखी है जो हजारों आकाशगंगाओं से मिलकर बनी है। इससे सोचा जा सकता है कि ब्रह्मांड अनंत है। NDTV के अनुसार एलेक्सिया ने दो साल पहले अंतरिक्ष में ऐसा ही एक बड़ा आर्क (कर्व) देखा था। यह आर्क भी 3.3 बिलियन लाइट ईयर्स जितनी बड़ी थी। ये दोनों स्ट्रक्चर एक ही दूरी से देखे गए, और एक जैसे कॉस्मिक टाइम में दिखे। ये दोनों सिर्फ 12 डिग्री की दूरी पर मौजूद हैं। 

यूनिवर्सिटी ने इस खोज को लेकर एक बयान जारी किया है जिसमें एलेक्सिया ने कहा है कि वर्तमान में जिस तरह से हम ब्रह्मांड को देख रहे हैं उस लिहाज से इन दोनों दैत्याकार स्ट्रक्चर के बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। इनका इतना बड़ा आकार, इनकी शेप, और दोनों का इस तरह से आसपास मौजूद होना हमें बहुत महत्वपूर्ण बात बताता है, लेकिन वो क्या बात है, इसका पता नहीं है। एक संभावना यहां ये जताई गई है कि यह बिग रिंग बार्योनिक एकॉस्टिक ऑसिलेशन (BOA) से संबंधित हो सकती है। 

बार्योनिक एकॉस्टिक ऑसिलेशन शुरुआती ब्रह्मांड से निकल कर आती हैं और आज के समय में वे शंकु के आकार की दिखनी चाहिएं जो कि आकाशगंगाओं की एक व्यवस्था कही जा सकती है। लेकिन फिर बाद में रिंग की गहन स्टडी करने के बाद कहा गया कि यह BOA से मेल नहीं खाती है। यह बहुत ज्यादा बड़ी है और शंकु के आकार की नहीं है। एलेक्सिया ने आगे कहा कि इसके आगे इससे भी बड़ा एक और स्ट्रक्चर नजर आ सकता है। लेकिन बिग रिंग और बड़ी आर्क का एक दूसरे के करीब होना भी बहुत रोमांचित करने वाली बात है, जो ब्रह्मांड की व्यवस्था को समझने के लिए हमें नया नजरिया देती है। 
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हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

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