एलन मस्क (Elon Musk) की कमर्शल स्पेस कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) ने इस साल 52 मिशन लॉन्च करने की योजना बनाई है। अगर SpaceX इसमें कामयाब होती है, तो वह एक साल में अबतक के सबसे अधिक लॉन्च पूरे करेगी। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के लिए भी SpaceX पार्टनर की भूमिका में है, खासतौर पर नासा के ह्यूमन स्पेसफ्लाइट प्रोग्राम के लिए। इसके पास इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से अंतरिक्ष यात्रियों और कार्गो को लाने और ले जाने की जिम्मेदारी है। नासा के आर्टेमिस (Artemis) प्रोग्राम के तहत अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर उतारने के लिए भी SpaceX नेक्स्ट जेनरेशन रॉकेट सिस्टम डेवलप कर रही है। इस रॉकेट का नाम स्टारशिप रखा गया है।
SpaceX मुख्य रूप से नासा के प्रोग्राम्स की मदद करती है साथ ही यह कंपनी समय-समय पर दूसरी कंपनियों, इंटरनेशनल कस्टमर्स और अमेरिकी रक्षा विभाग के लिए भी सैटेलाइट लॉन्च करती है। हालांकि इस साल जो 52 लॉन्च करने की योजना है, उनमें से ज्यादातर लॉन्च SpaceX के लिए किए जाएंगे। माना जा रहा है कि ये लॉन्च Starlink के सैटेलाइट के लिए होंगे। Starlink भी स्पेसएक्स का ही भाग है। यह दुनियाभर में सैटेलाइट इंटरनेट पहुंचाने पर काम कर रही है। स्टारलिंक प्रोजेक्ट के लिए SpaceX को लो-अर्थ ऑर्बिट में हजारों छोटे सैटेलाइट लॉन्च करने की जरूरत होगी। SpaceX इन्हें 50-60 सैटेलाइट के बैच में नियमित तौर पर लॉन्च कर रही है।
SpaceX द्वारा इस साल 52 लॉन्च करने की योजना का पता नासा के एयरोस्पेस सेफ्टी एडवाइजरी पैनल की वर्चुअल बैठक के दौरान चला। The Verge की एक
रिपोर्ट ने पैनल के सदस्य और नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री सैंडी मैग्नस के हवाले से लिखा है कि SpaceX ने इस साल 52 लॉन्च करने की योजना बनाई है।
हालांकि ये लॉन्च काफी हद तक मौसम और दूसरे कारणों पर निर्भर करते हैं। लॉन्च अंतिम वक्त तक बदल सकता है। ऐसे में इस लक्ष्य को हासिल करने की कोई गारंटी नहीं है। उदाहरण के लिए, एलन मस्क ने कहा था कि उनकी कंपनी साल 2021 में 48 मिशन शुरू करने का लक्ष्य लेकर चल रही है, लेकिन वह 31 मिशन ही पूरे कर पाई।
SpaceX द्वारा एक महत्वाकांक्षी टारगेट रखना प्रशंसनीय है, लेकिन इस तरह के पैक्ड शेड्यूल के कई नुकसान हैं। उन्हें पूरा ना कर पाने की आलोचना होती है।