• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • Aditya L1 Mission Launched : भारत की ‘सौर उड़ान’, आदित्‍य एल 1 मिशन लॉन्‍च, 120 दिन बाद पहुंचेगा सूर्य के करीब

Aditya L1 Mission Launched : भारत की ‘सौर उड़ान’, आदित्‍य एल-1 मिशन लॉन्‍च, 120 दिन बाद पहुंचेगा सूर्य के करीब

Aditya L1 Mission Launched : आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर मिशन ने उड़ान भरी।

Aditya L1 Mission Launched : भारत की ‘सौर उड़ान’, आदित्‍य एल-1 मिशन लॉन्‍च, 120 दिन बाद पहुंचेगा सूर्य के करीब

Photo Credit: ISRO

लाइव टेलिकास्‍ट के दौरान इसरो ने मिशन के सफल लॉन्‍च की पुष्टि कर दी है।

विज्ञापन
Aditya L1 Mission Launched : स्‍पेस साइंस की दुनिया में भारत ने आज एक और इतिहास रच दिया। भारतीय स्‍पेस एजेंसी इसरो (ISRO) का सौर मिशन (India Solar Mission) आदित्‍य एल-1 (Aditya L1) सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में लॉन्‍च हो गया। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर मिशन ने उड़ान भरी। लाइव टेलिकास्‍ट के दौरान इसरो ने मिशन के सफल लॉन्‍च की पुष्टि कर दी है। पीएसएलवी-सी57 रॉकेट के जरिए आदित्‍य एल-1 स्‍पेसक्राफ्ट ने उड़ान भरी है, जो 120 दिनों के लंबे सफर पर निकल गया है। 

करीब 4 महीने बाद यह पृथ्‍वी से 15 लाख किलोमीटर दूर सूर्य-पृथ्वी के लैग्रेंज बिंदु पर पहुंचेगा, जिसे L1 पॉइंट कहा जाता है। यही वह जगह होगी, जहां से भारत की पहली स्‍पेस बेस्‍ड सोलर ऑब्‍जर्वेट्री हमारे सूर्य को मॉनिटर करेगी और उसकी हर हरकत को हम तक पहुंचाएगी। खास यह है कि 120 दिनों में आदित्‍य एल-1 स्‍पेसक्राफ्ट जो दूरी तय करेगा, वह पृथ्‍वी और सूर्य के बीच दूरी का सिर्फ 1 फीसदी है। लेकिन वहां L1 पॉइंट ऐसी जगह है, जहां से सूर्य पर हमेशा नजर रखी जा सकेगी।  
शनिवार का दिन भारत के लिए एक और कामयाबी लेकर आया। चंद्रयान-3 मिशन के बाद इसरो का सौर मिशन लॉन्‍च हो गया। सुबह से ही लोग मिशन के लॉन्‍च होने का इंतजार कर रहे थे। इसरो के यूट्यूब चैनल समेत तमाम प्‍लेटफॉर्म्‍स पर सुबह 11 बजकर 20 मिनट से लाइव टेलिकास्‍ट शुरू कर दिया गया था। 

उल्‍टी गिनती शुरू होते ही लोगों की धड़कनें बढ़ गईं। पीएसएलवी-सी57 रॉकेट ने जैसे ही उड़ान भरी, श्रीहर‍िकोटा समेत देशभर में इस लॉन्‍च को देख रहे लोग तालियां बजाने लगे। रॉकेट का लिफ्ट ऑफ नॉर्मल था, जो आसमान को चीरते हुए आगे बढ़ गया। 

यह भारत का पहला सौर मिशन है, जिसका मकसद सूर्य के कोरोना (सूर्य की सबसे बाहरी परत) का ऑब्‍जर्वेशन करना है। स्‍पेसक्राफ्ट अपने साथ 7 पेलोड लेकर गया है। सभी पेलोड अलग-अलग वेव बैंड में फोटोस्फेयर (प्रकाशमंडल), क्रोमोस्फेयर (सूर्य की दिखाई देने वाली सतह से ठीक ऊपरी सतह) और सूर्य की सबसे बाहरी परत (कोरोना) का ऑब्‍जर्वेशन करने में मदद करेंगे।

आदित्य-एल1 मिशन पूरी तरह से स्वदेशी है। इसे तैयार करने में कई राष्ट्रीय संस्थानों की भागीदारी है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इसका प्राइमरी इंस्‍ट्रूमेंट ‘विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ' (वीईएलसी) है। जब आदित्‍य ऑब्‍जर्वेट्री अपना काम शुरू कर देगी, तब वीईएलसी, इसरो के ग्राउंड स्‍टेशन को रोजाना 1440 तस्‍वीरें भेजेगा। इन तस्‍वीरों को परखकर वैज्ञानिक यह जान पाएंगे कि सूर्य में किस तरह की हलचलें हो रही हैं।  
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. OnePlus का 50MP कैमरा, 5500mAh बैटरी वाला फोन हुआ 16 हजार से भी सस्ता
  2. Infinix Smart 10 कल होगा भारत में लॉन्च, 5,000 mAh की बैटरी
  3. पाकिस्तान में एंट्री करेगी चाइनीज EV मेकर BYD, अगले वर्ष लॉन्च करेगी पहली इलेक्ट्रिक कार!
  4. Realme 15 5G, 15 Pro 5G भारत में लॉन्च; इनमें है 12GB तक रैम और 7000mAh बैटरी, जानें कीमत
  5. अमेरिकी टेक कंपनियों में भारतीयों की एंट्री बैन? ट्रंप के इस बयान ने सबको हिला डाला
  6. Samsung के Galaxy S26 Ultra में मिल सकती है 5,000mAh की बैटरी
  7. Google के Pixel 10 Pro Fold में मिल सकता है बड़ा डिस्प्ले, नए कलर ऑप्शंस
  8. ChatGPT ने बचाई मेरी मां की जान, जब डॉक्टर हुए फेल तो AI ने पहचाना बीमारी का कारण: X पर महिला का दावा
  9. Zelio Gracy+ फेसलिफ्ट लॉन्च: फुल चार्ज में 130 Km की रेंज, चलाने के लिए नहीं चाहिए लाइसेंस, जानें कीमत
  10. iQOO Z10 Turbo Pro+ में मिल सकती है 8,000mAh की पावरफुल बैटरी 
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »