हमारे सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह, यानी बृहस्पति (Jupiter) के पास अब सबसे ज्यादा चंद्रमा हैं। 20 दिसंबर से, माइनर प्लैनेट सेंटर (MPC) ने बृहस्पति के 12 पूर्व असूचित चंद्रमाओं की कक्षाओं को पब्लिश किया है। इस खोज ने जोवियन चंद्रमाओं की लिस्ट को 80 से बढ़ाकर 92 कर दिया है। MPC की कक्षीय गणना पुष्टि करती है कि नए चंद्रमा बृहस्पति के चारों ओर कक्षा में हैं। इतने चंद्रमा के साथ जुपिटर अब हमारे सौर मंडल में सबसे ज्यादा चंद्रमा वाला ग्रह बन गया है।
Sky&Telescope.org की
रिपोर्ट के अनुसार, वाशिंगटन में कार्नेगी इंस्टीट्यूशन फॉर साइंस के खगोलशास्त्री स्कॉट शेपर्ड द्वारा की गई टिप्पणियों में दर्जनों नए चंद्रमाओं का पता चला है। इन नए 12 चंद्रमाओं को लेकर स्कॉट की ऑब्जर्वेशन को माइनर प्लैनेट सेंटर (MPC) द्वारा
प्रकाशित किया गया है।
जोवियन सिस्टम में अब 92 चंद्रमाओं की पुष्टि हो चुकी है और इस आंकड़े के साथ बृहस्पति के पास अब सबसे ज्यादा मून हैं। नए खोजे गए चंद्रमा में से कुछ 340 दिनों में अपनी कक्षाओं को पूरा करते हैं और यह बहुत छोटे है और दूर भी हैं। इसके अलावा, बताया गया है इन 12 में से 9 चंद्रमा उन 71 चंद्रमा में से हैं, जो ग्रह के सबसे बाहरी जोवियन चंद्रमाओं में से हैं, जिनकी कक्षाएं 550 दिनों से अधिक हैं।
रिपोर्ट आगे बताती है कि नए खोजे गए चंद्रमाओं में से तीन अन्य 13 में से हैं, जो एक प्रतिगामी दिशा में परिक्रमा करते हैं और ये बड़े और निकट-गैलीलियन चंद्रमाओं व बहुत दूर बाहर की ओर चक्कर लगाने वाले प्रतिगामी चंद्रमाओं के बीच स्थित हैं।
इसके अलावा, बताया गया है कि शेपर्ड की ऑब्जर्वेशन के डेटा ने अंतिम "लापता" जोवियन मून, S/2003 J 10 की पुनर्प्राप्ति की पुष्टि भी की है। ऑब्जर्वेशन ने इसकी कक्षा के ट्रैक को 18 साल तक बढ़ा दिया है।