माइक्रोसॉफ्ट ने गुरुवार को घोषणा की कि उसका लेटेस्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम दुनिया भर के करीब 30 करोड़ डिवाइस पर इस्तेमाल किया जा रहा है। नया विंडोज 10 लैपटॉप, डेस्कटॉप, स्मार्टफोन, एक्सबॉक्स वन कंसोल और अन्य डिवाइस में ऑपरेटिंग सिस्टम का काम करता है।
माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज और डिवाइस ग्रुप के कॉरपोरेट वाइस प्रेसिडेंट यूसुफ मेहंदी ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, ''अब घर, स्कूल, छोटे व्यापारियों, बड़ी कंपनियों और अन्य संस्थान में ज्यादा तेजी से विंडोज 10 इस्तेमाल किया जा रहा है। पहले की तुलना में अब ज्यादा लोग विंडोज 10 को चुन रहे हैं।"
अपग्रेड की प्रक्रिया में तेजी आने के पीछे विंडोज 10 के मुफ्त अपग्रेड का 29 जुलाई तक ही उपलब्ध होना मुख्य वजह बताई जा रही है।
इसके बाद यह नए डिवाइस में पहले से इंस्टॉल होगा, या फिर इसे अलग से खरीदा जा सकता है। घर के कंप्यूटर के लिए यह 119 डॉलर में उपलब्ध होगा।
इस टेक्नोलॉजी कंपनी को उम्मीद है कि विंडोज 8 को मिली निराशाजनक प्रतिक्रिया के बाद वह विंडोज 10 के जरिए मार्केट में ज्यादा तेजी से विस्तार करने में कामयाब रहेगी। ख़ासकर मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम में, जहां पर गूगल के एंड्रॉयड और ऐप्पल के आईओएस से बहुत पीछे है।
भले ही पर्सनल कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर मार्केट में माइक्रोसॉफ्ट का बोलबाला है, लेकिन दुनिया के बेहद ही कम स्मार्टफोन पर विंडोज ओएस का इस्तेमाल किया जाता है।
30 करोड़ यूज़र में विंडोज 10 से लैस नए कंप्यूटर और डिवाइस के साथ अपग्रेड किए हुए सिस्टम शामिल हैं।
माइक्रोसॉफ्ट ने 2018 तक कुल 100 करोड़ डिवाइस तक विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इस तरह से वह ऐप्पल के बराबरी पर पहुंच जाएगी जिसने इस साल ही 1 बिलियन डिवाइस पर आईओएस इस्तेमाल किए जाने की जानकारी दी थी।
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