एक वक्त था, जब स्मार्टफोन मार्केट में प्रीमियम सेगमेंट में ऐपल (Apple) और सैमसंग (Samsung) जैसे ब्रैंड्स की बादशाहत होती थी। चाइनीज टेक कंपनियों को इसे चुनौती दी। हुवावे (Huawei) प्रीमियम स्मार्टफोन कैटिगरी में बड़ा नाम बनकर उभरी। हालांकि अमेरिकी प्रतिबंधों ने कंपनी की ग्रोथ को काफी गिरा दिया, उस खाई को भरा अन्य चीनी ब्रैंड्स ने। आज चीन समेत दुनियाभर के देशों में चीनी टेक ब्रैंड्स प्रीमियम स्मार्टफोन कैटिगरी में अपना मार्केट शेयर बढ़ा रहे हैं। हम जिन आंकड़ों की बात करने जा रहे हैं, वो चीन से जुड़े हैं और काउंटरपॉइंट रिसर्च (Counterpoint Research) में सामने आए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रीमियम सेगमेंट (400 डॉलर और उससे ऊपर) का मार्केट शेयर 2021 की दूसरी तिमाही में 31% से बढ़कर 2022 की दूसरी तिमाही में 33% हो गया है। हालांकि प्रीमियम हैंडसेट की यूनिट सेल्स में 10% की गिरावट आई है। इसके बावजूद इस सेगमेंट ने पूरे मार्केट से बेहतर प्रदर्शन किया है, क्योंकि ओवरऑल सेल्स में 14% की गिरावट है।
रिपोर्ट की सबसे खास बात है कि वीवो (Vivo) हुवावे को पीछे छोड़कर चीन का दूसरा सबसे बड़ा प्रीमियम स्मार्टफोन ब्रैंड बन गया है। इसमें प्रमुख भूमिका वीवो की एक्स सीरीज ने निभाई है। वीवो ने एक्स80 सीरीज से दूसरे ब्रैंड्स को चौंकाया है। ब्रैंड के प्रीमियम मार्केट शेयर में सालाना आधार पर 504 फीसदी की ग्रोथ हुई है। चीन के प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में वीवो की हिस्सेदारी 13 फीसदी पहुंच गई है। कंपनी सिर्फ Apple से पीछे है, जिसके पास 46 फीसदी मार्केट शेयर है।
हुवावे के सबब्रैंड के तौर पर पहचाने जाने वाले ऑनर ने भी बड़ी छलांग लगाई है। आंकड़े बताते हैं कि ऑनर 9 फीसदी मार्केट शेयर के साथ छठे स्थान से चौथे स्थान पर पहुंच गया है। यह Xiaomi और Oppo से भी आगे है। दोनों ब्रैंडों की हिस्सेदारी 8 फीसदी है। हुवावे ने सबसे ज्यादा मार्केट शेयर एक साल में गंवाया है। इसके बाद भी वह 11 फीसदी मार्केट शेयर के साथ तीसरे नंबर पर है। शाओमी को भी एक फीसदी मार्केट शेयर का नुकसान हुआ है।
खास यह भी है कि 1 हजार डॉलर से ऊपर के प्रीमियम सेगमेंट में Apple ने 147 फीसदी की ईयर ऑन ईयर ग्रोथ दर्ज की है। वह इस सेगमेंट में लीडर है। सैमसंग ने भी इस सेगमेंट में 133 फीसदी की ग्रोथ देखी है।