महत्वाकांक्षी टू-इन-वन टैबलेट टी.बुक लॉन्च करने के कुछ दिनों बाद ही स्मार्ट्रोन ने अपना अगला प्रोडक्ट लॉन्च किया है। स्मार्ट्रोन टी.फोन एक खास किस्म के यूज़र के लिए है। यह मजबूत स्पेसिफिकेशन वाला हैंडसेट है। सबसे अहम यह है कि कंपनी ने इसके लिए दूरगामी रणनीति अपनाई है।
हमने इस नए प्रोडक्ट के साथ कुछ वक्त बिताया है (ज्ञात हो कि स्मार्ट्रोन टी.फोन एक्सक्लूसिव तौर पर गैजेट्स 360 पर उपलब्ध है)। और अच्छी बात यह है कि कई सालों से भारतीय कंपनियों द्वारा बनाए जा रहे प्रोडक्ट से यह बहुत अलग है। प्रतिस्पर्धा से भरे एंड्रॉयड स्मार्टफोन मार्केट में स्मार्ट्रोन ने कुछ नया करने की कोशिश है। क्या इस स्टार्टअप में बड़ी कंपनियों से भिड़ने की हिम्मत है? आइए जानते हैं।
लुक और डिजाइनस्मार्ट्रोन टी.फोन दिखने में थोड़ा अलग है। हमारे रिव्यू यूनिट का रियर पैनल ब्राइट ऑरेंज कलर का था। यह पिंक, ब्लू और न्यूट्रल ग्रे कलर में भी उपलब्ध है। हैंडसेट के टॉप और निचले हिस्से अनोखे मेटालिक ग्रे कलर के हैं। 5.5 इंच के स्क्रीन के लिहाज से टी.फोन काफी बड़ा और वज़नदार होने का एहसास देता है। लेकिन यह मार्केट में उपलब्ध सबसे पतले हैंडसेट में से है। इस फोन को एक हाथ से इस्तेमाल करना उतना आसान नहीं है।
आपको फ्रंट पैनल पर टॉप में एक बड़ा सा अलग दिखने वाला कैमरा नज़र आएगा। इस हिस्से में ईयरपीस और कई सेंसर भी मौजूद हैं। बायीं तरफ किनारे पर आपको एक छोटी सी बिंदी नज़र आएगी। यह कई रंग वाला नोटिफिकेशन एलईडी है। इसमें कोई फिंगरप्रिंट रीडर नहीं है। स्मार्ट्रोन के मुताबिक, ज्यादातर कंपनियां सुरक्षा के मापदंड को पूरी तरह से लागू करने में सक्षम नहीं हैं और ऐसे में फिंगरप्रिंट सेंसर किसी काम का नहीं है। अलग डिजाइन पैटर्न के कारण टी.फोन को टफ लुक मिलता है। यह आमतौर पर मिलने वाले स्लिक ग्लास और फुल-मेटल बॉडी वाले फोन से बिल्कुल अलग है।
आपको दायीं तरफ डुअल-सिम ट्रे नज़र आएगा। इसका मतलब है कि आपको माइक्रोएसडी कार्ड और दूसरे सिम कार्ड के बीच में किसी एक को चुनना पड़ेगा। हमने सिम ट्रे को बाहर निकालने पर उसके किनारे को थोड़ा घिसा हुआ पाया। इसे देखकर हम इस बात के लेकर आश्वस्त नहीं है कि यह लंबे समय टिका रह पाएगा या नहीं। पावर और वॉल्यूम बटन दायीं तरफ हैं। उन तक पहुंच पाना बेहद ही आसान है। स्टेंडर्ड 3.5 एमएम ऑडियो जैक टॉप पर है। टाइप-सी यूएसबी पोर्ट निचले हिस्से में। टी.फोन क्विक चार्ज़र के साथ आता है। इसके साथ टाइप-ए टू टाइप-सी यूएसबी केबल, हेडसेट और एक सिम इजेक्ट पिन भी मिलेगा।
स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयरजहां एक तरफ कंपनियां 10,000 रुपये के प्राइस रेंज में ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को लुभाने की कोशिश कर रही हैं, वहीं स्मार्ट्रोन की नज़र थोड़े महंगे स्मार्टफोन में रुचि रखने वाले ग्राहकों पर है। कीमत को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने इस हैंडसेट में पावरफुल फ़ीचर भी दिए हैं। टी.फोन में ऑक्टा-कोर स्नैपड्रैगन 810 चिपसेट है, जो पिछले साल तक क्वालकॉम का सबसे पावरफुल प्रोसेसर था। शुरुआती दिनों में ज्यादा गर्म होने के कारण इस प्रोसेसर की आलोचना हुई थी। स्मार्ट्रोन ने बताया है कि उसने इस प्रोसेसर के लेटेस्ट रिविज़न का इस्तेमाल किया है। आपको 4 जीबी रैम और 64 जीबी की इनबिल्ट स्टोरेज मिलेगी। स्क्रीन 5.5 इंच का है जिसका रिज़ॉल्यूशन 1080x1920 पिक्सल है। आज की तारीख में महंगे स्मार्टफोन में इससे भी ज्यादा रिज़ॉल्यूशन वाले डिस्प्ले दिए जा रहे हैं। हकीकत में इससे बहुत ज़्यादा फर्क नहीं पड़ता। डिस्प्ले पर गोरिल्ला ग्लास 3 की प्रोटेक्शन मौजूद है।
रियर कैमरे में 13 मेगापिक्सल का सेंसर है। इसके साथ डुअल-एलईडी फ्लैश और फेज़ डिटेक्शन ऑटोफोकस फ़ीचर मौजूद हैं। आप इससे 4के रिज़ॉल्यूशन के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। फ्रंट कैमरे के 4 मेगापिक्सल के सेंसर से भी अंधेरे में बेहतरीन सेल्फी लेने का दावा किया गया है। इसके पीछे इनलार्ज्ड पिक्सल का योगदान है, बहुत हद तक यह एचटीसी के अल्ट्रापिक्सल कैमरे की तरह है। टी.फोन में चार माइक्रोफोन हैं जिनके बारे में कंपनी का कहना है कि इनकी मदद से आवाज कम गूंजती है और बैकग्राउंड नॉयज भी कम हो जाता है।
स्मार्ट्रोन में 3000 एमएएच की बैटरी है। यह फोन क्विक चार्ज़िंग 2.0 को सपोर्ट करता है। आप 128 जीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल कर पाएंगे। वाई-फाई 802.11एसी, ब्लूटूथ 4.0, ए-जीपीएस और एफएम रेडियो इस हैंडसेट का हिस्सा हैं। आपको फिंगरप्रिंट रीडर, इंफ्रारेड या एनएफसी नहीं मिलेगा।
टी.फोन एंड्रॉयड 6.0.1 मार्शमैलो के साथ आता है। अच्छी बात यह है कि स्मार्ट्रोन ने अभी से एंड्रॉयड एन अपडेट की बात शुरू कर दी है। इस हैंडसेट में आपको कुछ छोटे-मोटे कस्टमाइजेशन के विकल्प भी मिलेंगे।
आपको स्मार्ट्रोन का अपना ट्रोनएक्स ऐप मिलेगा। इसकी झलक हमें पहले टी.बुक में देखने को मिली थी। यहां पर आप स्मार्ट्रोन के प्रोडक्ट और एक्सेसरी खरीद पाएंगे।
परफॉर्मेंसउम्मीद के मुताबिक, हमें इस स्मार्टफोन की आम परफॉर्मेंस से कोई शिकायत नहीं है। स्क्रीन ठीक-ठाक है, लेकिन कलर को और ज़्यादा वाइब्रेंट होना चाहिए। चौंकाने वाली बात है कि एसर्टिव डिस्प्ले का विकल्प सेटिंग्स ऐप में मौजूद है और डिफॉल्ट मोड में यह ऑफ है। अगर यह वाकई में डिस्प्ले को बेहतर बनाता है और बैटरी की खपत कम करता है तो इसे डिफॉल्ट में ऑन होना चाहिए था। टी.फोन में डीटीएस प्रीमियम साउंड इनहांसमेंट है। इसकी मदद से बहुत साफ आवाज़ आती है, लेकिन यह हमारी उम्मीद के मुताबिक तेज़ आवाज़ नहीं देता। इसके साथ दिए गए हेडसेट की क्वालिटी से हम संतुष्ट नहीं हैं और हम इसका इस्तेमाल गाना सुनने के लिए नहीं करेंगे।
वीडियो रिकॉर्ड करते वक्त, एलटीई डेटा इस्तेमाल करते वक्त या गेम खेलते वक्त हमें रियर हिस्से पर कैमरा लेंस व फ्रंट में ईयरपीस के पास हैंडसेट थोड़ा गर्म होने का एहसास हुआ। बाकी सब काम के दौरान फोन ठंडा रहा। यूआई काफी रिस्पॉन्स देता है।
बेंचमार्क नतीजे अच्छी परफॉर्मेंस की ओर इशारा करते हैं। हैवी ग्राफिक्स वाले गेम भी आसानी से चले। हमारे वीडियो लूप टेस्ट में फोन की बैटरी 11 घंटे 10 मिनट तक चली। दिन में कुछ वक्त तक 4जी डेटा इस्तेमाल करने और गेम खेलने के बाद इसकी बैटरी आसानी से एक दिन तक चली।
हमने जब टी.फोन को पहली बार ऑन किया और सेटअप करने की कोशिश की तो हमें कैमरा ऐप ने सबसे ज्यादा निराश किया। इसमें कोई मोड नहीं था और कोई क्रिएटिव टूल भी नहीं। हमें फ्रंट और रियर कैमरे के बीच स्विच करने के लिए भी मेन्यू खोलना पड़ रहा था। हमें ऑप्शन के लिए तीन पेज के विकल्प मिले। फ्लैश टॉगल मेन्यू के तीसरे स्तर पर मिला।
कई बार ऐप ने तस्वीर को स्टोर करने में कुछ सेकेंड का वक्त लिया और इस कारण से अगली तस्वीर लेने में थोड़ी देरी हुई। ऐसे में लगातार तस्वीरें खींचना संभव नहीं है। दूसरा कैमरा ऐप इस्तेमाल करने पर ये सारी समस्याएं दूर हो गईं, लेकिन ऑटोफोकस इसके बाद भी कई बार अजीब ढंग से काम करता रहा।
स्मार्ट्रोन से बात करने पर हमें पता चला कि इस ऐप के लिए अपडेट जारी किया गया है। लेकिन हमने पाया कि यह फोन के फर्मवेयर अपडेट टूल या गूगल प्ले पर उपलब्ध नहीं था। हम इसको मैनुअल अपडेट के जरिए पा सके। नए ऐप का वर्ज़न 2.1 है। इस वर्ज़न में कैमरा ऐप को पूरी तरह से बदल दिया गया है।
फोटो लेते वक्त कैमरा ऐप में कई बार फोकस की दिक्कत आई, ख़ासकर कम रोशनी में। आमतौर पर भी स्क्रीन पर टैप करने के बाद फोकस लॉक होने में ज़रूरत से ज्यादा वक्त लगा। लेकिन जब हमने समय देकर तस्वीर ली तो वो ठीक-ठाक आईं। तस्वीरों को फुल साइज़ में देखने में पाया कि इनमें टेक्सचर और डिटेल की भारी कमी थी। रात में ऑटोफोकस करने में और दिक्कत हुई। फ्रंट कैमरे से ली गई तस्वीरें निराशाजनक थीं।
हमारा फैसलास्मार्ट्रोन ने ज़ोर देकर कहा है कि टी.फोन को भारत को ध्यान में रखकर बनाया गया है। हम भी चाहते हैं कि घरेलू कंपनी अंतरराष्ट्रीय मार्केट में नाम कमाए। टी.फोन में पसंद करने लायक बहुत सारी बातें हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि कंपनी ने स्मार्टफोन कंपनियों की आपाधापी का हिस्सा ना बनकर कुछ अलग देने की कोशिश की है। कीमत आक्रामक है, ख़ासकर इसके स्पेसिफिकेशन और फ़ीचर को देखा जाए तो। हालांकि, कई लोग सस्ते फोन की क्षमता से भी संतुष्ट हो जाते हैं।
बैटरी लाइफ टी.फोन की सबसे अहम खासियत है। फिंगरप्रिंट रीडर जैसे सहूलियत देने वाले फ़ीचर होते तो और अच्छी होता। हमें कंपनी की ट्रॉनएक्स सर्विस से भी बहुत उम्मीदें हैं। स्मार्ट्रोन को अपने ग्राहकों के लिए आउट ऑफ बॉक्स अनुभव को और बेहतर बनाने पर काम करना पड़ेगा। नए कैमरा ऐप ने तो हमारी समस्या को दूर कर दी, लेकिन ऐसे अपडेट का क्या फायदा जब यूज़र को उसे पाने के लिए बहुत मशक्कत करनी पड़े। इससे ज्यादा बेहतर फिनिश के साथ बनाया गया स्नैपड्रैगन 820 प्रोसेसर से लैस शाओमी मी 5 इसी प्राइस रेंज में उपलब्ध है, लेकिन हमें उम्मीद है कि टी.फोन के भी दीवानों की कोई कमी नहीं है। यह एक नई महत्वाकांक्षी कंपनी की ओर से मजबूत पेशकश है और हम स्मार्ट्रोन के अगले कदम पर ज़रूर नज़र रखेंगे।