बाजार में सस्ते स्मार्टफोन उतारने के लिए रिलायंस जियो ने मीडियाटेक के साथ साझेदारी की है। मंगलवार को मीडियाटेक ने नई दिल्ली में आयोजित एक इवेंट में रिलायंस जियो के साथ हुई इस साझेदारी से पर्दा उठाया। ये स्मार्टफोन एंड्रॉयड ओरियो (गो एडिशन) पर आधारित होंगे। बता दें कि एंड्रॉयड ओरियो (गो एडिशन) उर्फ एंड्रॉयड गो, एंड्रॉयड ओरियो का कमज़ोर वर्ज़न है, जिसे सस्ते हैंडसेट के लिए तैयार किया गया है। जियो और मीडियाटेक की जुगलबंदी से तैयार होकर आने वाले इस स्मार्टफोन की कीमत
जियो फोन के इर्द-गिर्द होने की संभावना है।
एंड्रॉयड गो आधारित इस स्मार्टफोन की कीमत और फीचर के बारे में अभी आधिकारिक तौर पर कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है। इवेंट में मीडियाटेक ने बताया कि उसके पास लेटेस्ट चिपसेट में एमटी6739 और एमटी6580 हैं, जो एंड्रॉयड गो प्लेटफॉर्म को सपोर्ट करते हैं। बता दें कि चिप निर्माता कंपनी मीडियाटेक ने पिछले महीने एंड्रॉयड ओरियो (गो एडिशन) को सपोर्ट करने के लिए गूगल से हुए करार का ऐलान किया था। कंपनी का यह भी कहना था कि साल 2018 के पहले क्वॉर्टर तक उसका बजट स्मार्टफोन वैश्विक बाजार में लॉन्च हो जाएगा। यह समयसीमा रिलायंस जियो के एंड्रॉयड गो फोन के लिए भी हो सकती है।
गूगल ने एंड्रॉयड ओरियो (गो एडिशन) की भारत में घोषणा पिछले महीने ही की थी। नई दिल्ली में हुए इवेंट में मीडियाटेक ने अपना चिपसेट एमटी6739 पेश किया, जो एंड्रॉयड ओरियो (गो एडिशन) पर डुअल कैमरा, फेस अनलॉक और डुल 4 जी वीओएलटीई जैसे फीचर देने में सक्षम है। यहां तक कि नया चिपसेट 512 एमबी और 1 जीबी रैम विकल्प के साथ बेहतर काम करने में भी सक्षम बताया गया है। इन खूबियों के मद्देनज़र उम्मीद की जा सकती है कि यूजर को एंड्रॉयड गो स्मार्टफोन बेहद कम कीमत में मिलेगा।
आपको बता दें कि 'सस्ते स्मार्टफोन' लाने की दौड़ में सिर्फ जियो और मीडियाटेक ही नहीं, बल्कि माइक्रोमैक्स, एचएमडी ग्लोबल जैसे मोबाइल निर्माता भी शामिल हैं। खबर है कि
माइक्रोमैक्स भी जल्द ही भारत गो स्मार्टफोन लॉन्च करेगी। भारत गो को लेकर कंपनी का दावा है कि यह गूगल के एंड्रॉयड ओरियो (गो एडिशन) प्रोग्राम के तहत उसका पहला स्मार्टफोन होगा। एचएमडी ग्लोबल को लेकर भी अफवाहें हैं कि वह अगले महीने आयोजित होने वाले एमडब्ल्यूसी 2018 में एंड्रॉयड गो डिवाइस पर आधारित
नोकिया 1 स्मार्टफोन लॉन्च कर सकती है।
क्यों खास है एंड्रॉयड गो एडिशन
दरअसल, एंड्रॉयड गो एडिशन, एंड्रॉयड 8.0 ओरियो का एक ऑप्टिमाइज़्ड वर्ज़न है, जिसे कम कीमत वाले स्मार्टफोन के लिए बनाया गया है। ओरियो गो पर चलने वाले डिवाइस में 15 प्रतिशत तेज स्टार्टअप टाइम होगा। कंपनी ने लॉन्च करते वक्त कहा था कि पहले से इंस्टॉल आने वाले ऐप ऑप्टिमाइज़ होने पर 50 प्रतिशत कम स्टोरेज की ख़पत करेंगे। वहीं, गूगल का कहना है कि एक औसत ओरियो गो डिवाइस में इन ऑप्टिमाइज़ेशन के साथ 1,000 अतिरिक्त तस्वीरें स्टोर की जा सकेंगी। ओरियो गो में स्टैंडर्ड वर्ज़न में दिए गए सिक्योरिटी फ़ीचर होंगे, इनमें गूगल प्ले प्रोटेक्ट शामिल है। गो एडिशन डिवाइस डिफॉल्ट तौर पर एक्टिव डेटा सेवर फ़ीचर के साथ आएगा। यूज़र कोई भी ऐप डाउनलोड करने में सक्षम होंगे, लेकिन इसमें एक नया सेक्शन है, जिसमें ख़ासतौर पर गो एडिशन डिवाइस के लिए ऑप्टिमाइज़ किए गए ऐप शामिल हैं, जैसे फेसबुक लाइट और फ्लिपकार्ट। गूगल ऐप्स को लो-एंड डिवाइस के साथ बेहतर काम करने के इरादे से ऑप्टिमाइज़ किया गया है। और असिस्टेंट, जीमेल, क्रोम, सर्च, मैप्स, यूट्यूब और जीबोर्ड गो वर्ज़न सभी ओरियो गो डिवाइस में प्रीलोड आएंगे।