कुछ दिन पहले हमने आपसे चर्चा की थी एंड्रॉयड स्मार्टफोन के उन
फीचर की, जो आईफोन में नहीं मिलेंगे। लेकिन आज हम बात करेंगे आईफोन में दिए जाने वाले उन फीचर की, जिन्हें आप चाहकर भी एंड्रॉयड फोन में इस्तेमाल नहीं कर सकते। लेटेस्ट आईओएस अपडेट में हैंडसेट की बैटरी, परफॉरमेंस में सुधार पर ज़ोर दिया गया है। साथ ही कुछ उपयोगी हाई-एंड फीचर भी इसमें शामिल रहते हैं।
वहीं, नए अपडेटिड फीचर से लैस एंड्रॉयड का लेटेस्ट वर्ज़न अब प्रीमियम स्मार्टफोन में दिया जाने लगा है। लेकिन आईओएस के इन फीचर का इस्तेमाल वर्तमान में एंड्रॉयड स्मार्टफोन के यूज़र नहीं कर सकते:
बैटरी और परफॉरमेंस पर नियंत्रण
आईओएस 11.3 के साथ ऐप्पल यूज़र बैटरी और परफॉरमेंस को हैंडल कर सकते हैं। ऐसी सुविधा एंड्रॉयड यूज़र को अब तक नहीं मिली है। बैटरी और परफॉरमेंस से जुड़े पहलुओं को नियंत्रित कर आप फोन से बेस्ट हासिल कर पाने में सक्षम होते हैं।
नए वीडियो फॉरमेट में स्पेस की बचत
एंड्रॉयड यूज़र वीडियो शूट करने के बाद उसे समान क्वालिटी के साथ कंप्रेस नहीं कर सकते। आईओएस 11 वर्ज़न में यह संभव है। अपडेटिड ओएस वर्ज़न में HEIF/HEVC फॉर्मेट में वीडियो रिकॉर्ड किए जाने की सुविधा है। इन फॉर्मेट की मदद से वीडियो की क्वालिटी भी नहीं गिरती और स्पेस भी कम खर्च होता है।
मैसेज सिंक करने का विकल्प
नए अपडेटिड आईओएस में मैसेज ऐप आईक्लाउड सपोर्ट से लैस रहता है। इस तरह आप ऐप्पल की किसी भी डिवाइस के साथ समान आईडी से मैसेज का आदान-प्रदान कर सकते हैं। गूगल के एंड्रॉयड मैसेज ऐप में अभी यह फीचर नहीं आया है।
स्क्रीन रिकॉर्डिंग पहले से मौज़ूद
आईओएस के लेटेस्ट वर्ज़न में स्क्रीन रिकॉर्डिंग डिवाइस में पहले से ही मौज़ूद रहती है। इसमें यूज़र जिफ भी क्रिएट कर सकते हैं। हालांकि, स्क्रीन रिकॉर्डिंग का फीचर कुछ सैमसंग फोन में दिया जाता है। लेकिन कुल मिलाकर सभी एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूज़र को यह सुविधा नहीं मिलती।
प्री-लोडिड एचडी कॉलिंग
लेटेस्ट आईओएस के साथ आईफोन यूज़र को फेसटाइम वीडियो कॉलिंग की सुविधा मिलती है। यह फीचर पहले से ही फोन में लोड होकर आता है। एंड्रॉयड यूज़र को अब तक इसका फायदा नहीं मिला है। एंड्रॉयड स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वालों को इसके लिए थर्ड पार्टी ऐप का सहारा लेना पड़ता है।