एलजी के स्मार्टफोन के लिए यह साल मुश्किलों से भरा रहा है, क्योंकि
एलजी जी6 फ्लैगशिप स्मार्टफोन को भी कामयाबी नहीं मिली है। एक बहुत अच्छा स्मार्टफोन होने के बावज़ूद, कंपनी इस फोन को बेहतर बिक्री के आंकड़ों में बदलने में असफ़ल रही। प्रीमियम सेगमेंट के अलावा भी, एलजी ने अपने बजट या लोकप्रिय सेगमेंट में भी कामयाबी नहीं पाई। अब, अपनी नई क्यू सीरीज़ के साथ, एलजी ने जी6 वाले फ़ीचर देकर लोकप्रिय सेगमेंट में आक्रामक रूख़ अख्तियार किया है। इस नए क्यू सीरीज़ स्मार्टफोन की सबसे अहम ख़ासियत है इसका लंबा फुलविज़न डिस्प्ले।
एलजी ने जुलाई की शुरुआत में अलग-अलग रैम के साथ क्यू6 के
तीन वेरिएंट लॉन्च किए थे। और
भारत में 3 जीबी रैम वाले क्यू6 को पेश किया गया है।
एलजी क्यू6 स्मार्टफोन को 15,000 रुपये से कम की आक्रामक कीमत के साथ लाया गया है। और एलजी को उम्मीद है कि बजट ग्राहकों को यह कीमत पसंद आएगी। बहरहाल क्या डिस्प्ले के दम पर क्यू6 सफल हो पाएगा? आइये जानें।
एलजी क्यू6 डिज़ाइन और बनावट5.5 इंच डिस्प्ले के साथ आने वाला एलजी क्यू6 निश्चित तौर पर हमारे द्वारा हाल ही में इस्तेमाल किया गया सबसे सुविधाजनक स्मार्टफोन है। और इसका श्रेय जाता है इसके बेहद स्लिम स्क्रीन बॉर्डर को। जी6 की तरह डिस्प्ले के किनारे घुमावदार हैं, लेकिन गोरिल्ला ग्लास में 2.5डी कर्व्ड ना होकर फ्लैट है। स्क्रीन का रिज़ॉल्यूशन 2160x1080 पिक्सल है। लेकिन, फोन में मिस्ड होने वाली नोटिफिकेशन के लिए कोई नोटिफिकेशन एलईडी या ऑलवेज़-ऑन डिस्प्ले नहीं है, इसलिए आपको नोटिफिकेशन देखने के लिए डिस्प्ले टर्न ऑन करते रहना होगा। स्क्रीन के ऊपर फ्रट कैमरा और सेंसर के लिए खाली जगह है, जबकि नीचे की तरफ़ सिर्फ एक एलजी लोगो दिया गया है।
इस फोन को बनाने के लिए 7000 सीरीज़ की एल्युमिनयम शीट का इस्तेमाल किया गया है, जो प्रभावित करता है। क्योंकि आमतौर पर इस तरह के मेटल को ज़्यादा महंगे फोन के लिए इस्तेमाल किया जाता है। फोन के किनारे भी, डिस्प्ले के हिसाब से घुमावदार हैं। फोन का रियर प्लास्टिक का बना है और इस पर आसानी से धब्बे पड़ जाते हैं। और रोज़मर्रा के इस्तेमाल के दौरान फोन थोड़ा भद्दा दिख सकता है। फोन पर आसानी से स्क्रैच भी पड़ जाते हैं, इसलिए फोन इस्तेमाल करते समय आपको सावधानी बरतनी होगी।
फोन में बांयीं तरफ़ दिए गए पावर और वॉल्यूम बटन चलाने में ठीकठाक हैं। फोन में दो नैनो-सिम कार्ड और एक माइक्रोएसडी कार्ड के लिए स्लॉट है। पहली स्लॉट में एक नैनो सिम और एक माइक्रोएसडी कार्ड जबकि दूसरे स्लॉट में दूसरे सिम कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस फोन में नीचे की तरफ़ हेडफोन जैक और एक माइक्रो-यूएसबी पोर्ट है। वहीं रियर पर एक मोनो स्पीकर है। फोन में यूएसबी टाइप-सी पोर्ट का ना होना निराश करता है, जबकि फोन सिर्फ यूएसबी 2.0 स्पीड पर काम करता है। अच्छी बात है कि रियर पर कैमरा मॉड्यूल सपाट है और हमें रिव्यू के दौरान किसी तरह के उभार की वज़ह से कोई दिक्कत देखने को नहीं मिली।
अगर आपने अभी तक गौर नहीं किया है, तो बता दें कि क्यू6 में एक बड़ी ख़ामी है और वो है फिंगरप्रिंट सेंसर की कमी। पता नहीं किन कारणों के चलते, एलजी ने यह सिक्योरिटी फ़ीचर फोन में नहीं दिया है। इसकी जगह फोन में फेस रिकग्निशन दिया गया है, जो अच्छी तरह काम करता है लेकिन फोन में कुछ ऐसा ख़ामियां हैं जिनके लिए आपको सजग होना पड़ेगा। डिफॉल्ट तौर पर, फेस रिकग्निशन काफ़ी तेज काम करता है- इसके लिए आपको सिर्फ अपना फोन, चेहरे के सामने लाना होगा और फोन अपने आप अनलॉक हो जाएगा। बहरहाल, कैमरे के सामने किसी यूज़र की तस्वीर लगाकर भी फोन को आसानी से अनलॉक किया जा सकता है। इसके अलावा, यूज़र को सिर्फ एक चेहरा ही रजिस्टर करने की अनुमति है, लेकिन आप तकनीक तौर पर ‘Improve face recognition’ विकल्प में जाकर किसी और का चेहरा भी स्टोर कर सकते हैं। हालांकि, इस फ़ीचर को इस्तेमाल करने के लिए आपको किसी पैटर्न या पिन की जरूरत पड़ेगी।
इसके अलावा फेस रिकग्निशन को और ज़्यादा सुरक्षित बनाने का भी एक तरीका ‘Advanced face recognition’ है। इसको इनेबल करने के साथ ही, 2डी तस्वीर आपके चेहरे की जगह इस्तेमाल नहीं की जा सकती, लेकिन इससे फोन अनलॉक होने में समय लगता है। इसके साथ ही कम रोशनी में भी यह पूरी प्रक्रिया काम नहीं करती।
कुल मिलाकर, क्यू6 दिखने में एक अच्छा डिवाइस है, और इसका श्रेय फोन के डिस्प्ले को जाता है। फोन की बनावट अच्छी है, हाथों में स्थिर रहता है और कुल मिलाकर इसका डिज़ाइन सहूलियत भरा है। लेकिन फोन में फिंगरप्रिंट सेंसर, यूएसबी टाइप-सी पोर्ट और नोटिफिकेशन लाइट ना दिए जाने से हमें निराशा हुई।
एलजी क्यू6 स्पेसिफिकेशन और फ़ीचरक्यू6 एक बहुत दमदार स्मार्टफोन नहीं है और इसमें क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 435 प्रोसेसर है जिसे 10,000 रुपये से कम कैटेगरी वाले फोन
शाओमी रेडमी 4 (
रिव्यू) में भी दियाा गया है। इस फोन में 64-बिट ऑक्टा-कोर प्रोसेसर है जो 1.4 गीगाहर्ट्ज़ की अधिकतम स्पीड के साथ आता है। ग्राफिक्स की बात करें तो फोन में एड्रेनो 505 जीपीयू है। फोन के बेंचमार्क आंकड़े काफ़ी औसत रहे।
दूसरे स्पेसिफिकेशन की बात करें तो फोन में 3 जीबी रैम, 32 जीबी स्टोरेज, ब्लूटूथ 4.2, वाई-फाई बी/जी/एन, यूएसबी-ओटीजी, एफएम रेडियो और 4जी वीओएलटीई हैं। क्यू6 के डायलर ऐप में डायरेक्ट वीडियो कॉल का विकल्प नहीं है, जो कि आमतौर पर सैमसंग के फोन में देखा जाता है। फोन में एंड्रॉयड के लेटेस्ट वर्ज़न को देखकर हमें खुशी हुई, कंपनी ने क्यू6 में एंड्रॉयड 7.1.1 नूगा दिया है। फोन में सिक्योरिटी पैच भी जल्दी और तेज मिलते हैं। (हमारे रिव्यू के दौरान 1 जुलाई)
एलजी की डिफॉल्ट थीम बहुत हल्की नहीं है लेकिन आप इन्हें कस्टमाइज़ कर सकते हैं। और सेटिंग ऐप के जरिए बहुत हद तक स्टॉक एंड्रॉयड का अहसास पा सकते हैं। फोन में स्क्रीन पर नीचे की तरफ़ ऑनस्क्रीन नेविगेशन बटन है जिन्हें कस्टमाइज़ और री-ऑर्डर किया जा सकता है। इसके अलावा, सिम स्विच करने या नोटिफिकेशन शेड को नीीचे करने के लिए एक चौथा बटन भी है। डिफॉल्ट सिंगल लेयर लुक को ट्रेडिशनल ऐप ड्रॉर लेआउट से बदला जा सकता है। इसके अलावा गूगल असिस्टेंट भी है।
फोन में एलजी मोबाइल स्विच ऐप है, जिससे पुराने डिवाइस का डेटा क्यू6 में आसानी से भेजने में मदद मिलती है, RemoteCall Service के जरिए यूज़र एलजी कस्टमर केयर, परेशानी हल करने के लिए आपके फोन को कंट्रोल कर सकते हैं, एलजी प्रोडक्ट की जानकारी और थीम के लिए पोर्टल LG Smart World में मिलती है। स्मार्ट डॉक्टर की मदद से आप फोन की बैटरी, स्टोरेज और रैम यूज़ेज जांच सकते हैं। नोटिफिकेशन शेड में एक टॉगल भी है जिसे Capture+ नाम दिया गया है, जिससे स्क्रीनशॉट पर कलाकारी करने के साथ टेक्स्ट भी लिखा जा सकता है।
सेटिंग ऐप, दो टैब में बंटा हुआ है जिससे किसी फ़ीचर को ढ़ूंढने में मदद मिलती है। डाउनलोड किए गए ऐप को 18:9 स्क्रीन के स्केल पर एडजस्ट किया जा सकता है। गेम ऐप के साथ भी ऐसा ही है, आस्पेक्ट रेशियो को स्विच किया जा सकता है लेकिन ऐसा करने से ऐप रीस्टार्ट हो जाएगा। कई दूसरी सेटिंग के जरिए फॉन्ट, टेक्स्ट साइज़ और मोटाई व ब्लू लाइट फिल्टर की सेटिंग बदली जा सकती है।
एलजी क्यू6 परफॉर्मेंस, कैमरा और बैटरी लाइफखराब़ बेंचमार्क आंकड़ों के बावज़ूद, क्यू6 सभी जरूरी काम आसानी से हो जाते हैं। हमें फोन का इंटरफेस अच्छा लगा। चौंकाने वाली बात है कि मल्टीटास्किंग करना आसान है और ऐप तेजी से लोड होते हैं। फोन सामान्य इस्तेमाल के दौरान गर्म नहीं होता, लेकिन मेटल फ्रेम गेम खेलते समय गर्म हो जाता है। क्यू6 में अधिकतर 3डी गेम खेलने लायक फ्रेमरेट के साथ अच्छी तरह खेले जा सकते हैं। Xenowerk जैसे गेम आसानी से चलते हैं लेकिन Asphalt 8 जैसे गेम खेलने में दिक्कत होती है।
एलजी ने एक ‘Game battery saver’ नाम का फ़ीचर दिया है। यह ग्राफिक्स रेंडरिंग और फ्रेमरेट की क्वालिटी एडजस्ट कर सकता है, ताकि बैटरी की खपत कम हो सके। हमने देखा कि एसफाल्ट 8 के फ्रेमरेट में थोड़ा सुधार होता है लेकिन गेम उतने अच्छे से नहीं चला जितनी कि उम्मीद थी। इसके अलावा ‘Break time’ नाम का भी एक फ़ीचर है जो फोन इस्तेमाल ना करने के दौरान गेम पॉज़ कर देता है और स्क्रीन ब्राइटनेस व प्रोसेसर की परफॉर्मेंस कम कर देता है।
क्यू6 का डिस्प्ले, मीडिया प्लेबैक के लिए अच्छा है। हालांकि फोन में 4के वीडियो फाइल नहीं चलतीं। स्क्रीन थोड़ा रिफलेक्ट करता है लेकिन ब्राइटनेस अच्छी रहती है और कलर भी अच्छे से सैचुरेट होते हैं। गेम और मीडिया देखते व सुनते समय स्पीकर काफ़ी तेज बजते हैं, लेकिन चूंकि स्पीकर पीछे की तरफ़ हैं इसलिए सबसे बेहतर अनुभव नहीं मिलता है।
13 मेगापिक्सल के रियर कैमरे से अच्छी डिटेलिंग के साथ लैंडस्केप और मैक्रो तस्वीरें मिलती हैं। तस्वीरों में कलर अच्छे रहते हैं और फोकस भी काफ़ी तेजी से होता है। क्यू6 कैमरे के व्यूफाइंडर में एक डीएसएलआर-स्टाइल ग्रीन स्क्वायर है जो ऑटोफोकस पॉइंट दिखाता है, लेकिन इसका मतलब हमेशा यह नहीं होता कि सब्जेक्ट फोकस में है। सबसे बेहतर होता है कि उचित फोकस पाने के लिए व्यूफाइंडर में अपने सब्जेक्ट पर टैप करें। कम रोशनी में भी कैमरे से अच्छी तस्वीरें आती हैं लेकिन थोड़ा नॉयज़ रहता है और बैकग्राउंट में टेक्स्ट जैसी जानकारी भी पढ़ी जा सकती है।
रिकॉर्ड किए जाने वाले वीडियो की क्वालिटी अच्छी रहती है लेकिन रिज़ॉल्यूशन 1080 पिक्सल तक सीमित है। सेटिंग में एक ‘Steady recording’ टॉगल को इस्तेमाल करने पर फुटेल काफ़ी स्थिर रहती है। 5 मेगापिक्सल के फ्रंट कैमरे से बेहद औसत सेल्फी आती हैं लेकिन आपको एक वाइड-एंगल मोड मिलता है जिससे कई सारे लोग आसानी से फ्रेम में फिट हो जाते हैं।
कैमरा ऐप सादा है और नेविगेट करने में आसान है। सभी बटन और टॉगल उम्मीद के मुताबिक सही जगह दिए गए हैं। फोन में एक स्क्वायर कैमरा मोड है जो जी6 में दिए गए मोड की तरह ही है। इससके जरिए आधे स्क्रीन को व्यूफाइंडर के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं और दूसरे हिस्से को अपने शॉट के फ्रेम के लिए। एलजी ने सोशल मीडिया पर फटाफट शेयरिंग के लिए एक छिपा हुआ क्राउज़ल भी दिया है।
बैटरी लाइफ अच्छी है लेकिन 3000 एमएएच की बैटरी लगातार वीडियो देखने के दौरान तेजी से खत्म होती है। हमारे वीडियो लूप टेस्ट में बैटरी 10 घंटे से कम चली, जो कि अच्छा नहीं है। फास्ट चार्जिंग सपोर्ट का ना होना भी निराश करता है।
हमारा फैसला18:9 स्क्रीन आस्पेक्ट रेशियो निश्चित तौर पर स्मार्टफोन की दुनिया में लोकप्रिय होने वाला है। और एलजी क्यू6 अपने बजट दाम के बावज़ूद इस प्रीमियम फ़ीचर से लैस है और यही इसका सबसे बड़ा सेलिंग पॉइंट भी है। बल्कि, कुछ सालों के बाद भी क्यू6 को शायद मॉडर्न दिखना चाहिए। अपनी कैटेगरी में यह सबसे दमदार स्मार्टफोन नहीं है, लेकिन अगर आप दमदार स्पेसिफिकेशन वाले फोन की तलाश में हैं तो
शाओमी रेडमी नोट 4 (
रिव्यू),
हॉनर 6एक्स (
वीडियो रिव्यू) और
सैमसंग गैलेक्सी जे7 प्राइम (
रिव्यू) जैसे विकल्प मौज़ूद हैं।
क्यू6 अपने डिज़ाइन और डिस्प्ले के चलते रेस में बना हुआा है, और हमें कस्टम एंड्रॉयड यूआई का कस्टमाइज़ेशन लेवल भी पसंद आया। इन चीजों के अलावा, फोन में कुछ दूसरी अच्छी चीजें भी हैं। फोन में गेम और ऐप की ज़्यादा मांग को बजट लेवल प्रोसेसर सीमित कर देता है। रियर कैमरा शानदार है लेकिन फ्रंट कैमरा बेहतर हो सकता था। बैटरी लाइफ भी बहुत अच्छी नहीं है। इसके अलावा फिंगरप्रिंट सेंसर का ना होना भी फोन को असुविधाजनक बनाता है।
हमारी सलाह है कि अगर आप एक ख़ूबसूरत लुक वाले फोन की तलाश में है और थोड़ा प्रदर्शन करना चाहते हैं तो एलजी क्यू6 एक अच्छा विकल्प है।