सरकार इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी सेक्टर में डिज़ाइन और इनोवेशन इकोसिस्टम तंत्र को आगे बढ़ाने के अपने प्रयासों के तहत एक ऑपरेटिंग सिस्टम विकसित करने पर विचार कर रही है। इसकी जानकारी संसद में बुधवार को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर अपने बयान के जरिए दी। ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) मोबाइल फोन या कंप्यूटर सिस्टम में मौजूद होते हैं, जैसे मोबाइल फोन पर Google Android, Apple iOS और कंप्युटर के लिए Microsoft Windows या Linux ऑपरेटिंग सिस्टम।
समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को ससंद में कहा कि सरकार मोबाइल फोन के लिए भारत में विकसित एक खास OS पर विचार कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि कहा कि सरकार द्वारा इसके लिए अभी तक कोई धन आवंटित नहीं किया गया है।
चंद्रशेखर ने कहा, "इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी में एक वाइब्रेंट डिज़ाइन और इनोवेशन इकोसिस्टम बनाने के सरकार के प्रयासों के तहत सरकार ऑपरेटिंग सिस्टम के विकास पर विचार कर रही है।"
रिपोर्ट आगे कहती है कि कांग्रेस सांसद कार्ति पी चिदंबरम द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या ओएस केवल भारत में उपलब्ध होगा, चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार में ऐसी कोई नीति नहीं है, जो भारत के बाहर भारतीय सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट के निर्यात और उपयोग को प्रतिबंधित करती हो।
सरकार पिछले कुछ समय से विदेशी कंपनियों के ऑपरेटिंग सिस्टम को बदलने के लिए मेड-इन-इंडिया समाधान पर विचार कर रही है। इससे पहले
जनवरी में, चंद्रशेखर ने कहा था कि सरकार एक ऐसी पॉलिसी लाने की योजना बना रही है, जो Google के Android और Apple के iOS के ऑप्शन के रूप में एक स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने के लिए इंडस्ट्री को इकोसिस्टम मुहैया कराएगी। चंद्रशेखर का मानना है कि स्मार्टफोन में दो ऑपरेटिंग सिस्टम- Android और iOS का कब्जा है, जो हार्डवेयर इकोसिस्टम को भी चला रहे हैं।
उन्होंने बताया कि MeitY और भारत सरकार की दिलचस्पी एक नया हैंडसेट ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने की है और इसे लेकर लोगों से बात की जा रही है। उनका कहना है कि सरकार एक स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) के डेवलपमेंट के लिए स्टार्ट-अप और अकैडमिक इकोसिस्टम के भीतर क्षमताओं की तलाश कर रही है।