स्मार्टफोन्स के कुछ पार्ट्स पर घटी इम्पोर्ट ड्यूटी, Apple और Xiaomi को होगा फायदा

पिछले कुछ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को स्मार्टफोन सहित इलेक्ट्रॉनिक्स के मैन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर बढ़ावा दिया है

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Written by आकाश आनंद, अपडेटेड: 31 जनवरी 2024 17:22 IST
ख़ास बातें
  • इस फाइनेंशियल ईयर में स्मार्टफोन्स का एक्सपोर्ट 15 अरब डॉलर हो सकता है
  • पिछले कुछ वर्षों में देश में इलेक्ट्रॉनिक्स की मैन्युफैक्चरिंग बढ़ी है
  • अमेरिकी कंपनी Apple ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने की योजना बनाई है

इससे देश में स्मार्टफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा

केंद्र सरकार ने स्मार्टफोन में इस्तेमाल होने वाले कुछ पार्ट्स पर इम्पोर्ट ड्यूटी 15 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दी है। इससे देश में मैन्युफैक्चरिंग करने वाली स्मार्टफोन कंपनियों को फायदा होगा। इनमें दक्षिण कोरिया की स्मार्टफोन Samsung, अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple और चीन की Xiaomi शामिल हैं। 

फाइनेंस मिनिस्ट्री की ओर से जारी नोटिफिकेशन में बताया गया है कि बैटरी कवर, मेन कैमरा लेंस, बैक कवर, प्लास्टिक और मेटल के अन्य मैकेनिकल आइटम्स, GSM एंटीना और अन्य पार्ट्स पर इम्पोर्ट ड्यूटी घटाकर 10 प्रतिशत की गई है। इन कंपोनेंट्स की मैन्युफैक्चरिंग में इस्तेमाल होने वाले इनपुट्स पर इम्पोर्ट ड्यूटी घटाकर शून्य कर दी गई है। 

पिछले कुछ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को स्मार्टफोन सहित इलेक्ट्रॉनिक्स के मैन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर बढ़ावा दिया है। इससे Apple, Xiaomi, Samsung और Vivo जैसी कंपनियों को स्मार्टफोन्स की असेंबलिंग बढ़ाने का इंसेंटिव मिला है। इस महीने की शुरुआत में Reuters ने एक रिपोर्ट में बताया था कि सरकार महंगे स्मार्टफोन्स बनाने में इस्तेमाल होने वाले महत्वपूर्ण कंपोनेंट्स पर इम्पोर्ट ड्यूटी कम करने पर विचार कर रही है। इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) ने एक स्टेटमेंट में बताया था कि इससे देश में स्मार्टफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा। 

पिछले फाइनेंशियल ईयर में देश से स्मार्टफोन्स का एक्सपोर्ट वर्ष-दर-वर्ष आधार पर दोगुना बढ़कर 11.1 अरब डॉलर रहा था। मौजूदा फाइनेंशियल ईयर में यह बढ़कर 15 अरब डॉलर होने की संभावना है। पिछले वर्ष केंद्र सरकार ने सरकार ने लैपटॉप और टैबलेट जैसे IT हार्डवेयर की देश में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए 17,000 करोड़ रुपये के इंसेंटिव वाली प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम 2.0 को मंजूरी दी थी। इससे छह वर्षों में लगभग 3.35 करोड़ रुपये के पर्सनल कंप्यूटर, सर्वर, लैपटॉप और टैबलेट्स जैसे प्रोडक्ट्स का प्रोडक्शन होने का अनुमान है। प्रीमियम स्मार्टफोन मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाले अमेरिकी कंपनी Apple ने भी भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने की योजना बनाई है। कंपनी ने चीन में अपनी मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा हिस्सा भारत में शिफ्ट करने की तैयारी की है। पिछले वर्ष एपल ने देश में दो रिटेल स्टोर्स भी खोले थे। कंप्यूटर डिवाइसेज बनाने एक अन्य बड़ी कंपनी HP ने भी देश में Chromebook लैपटॉप बनाने के लिए टेक्नोलॉजी कंपनी Google के साथ पार्टनरशिप की है। 
 

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Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी ...और भी

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