आसुस का ज़ेनफोन 2 रेंज थोड़ा भ्रामक है क्योंकि इस रेंज में कई वेरिएंट मौजूद हैं। अलग चिपसेट, रैम, डिस्प्ले रिज़ॉल्यूशन और स्टोरेज क्षमता के कारण फोन खरीद पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। ऑनलाइन खरीददारी से पहले आपको स्पेसिफिकेशन और कीमत को ठीक से पढ़ने की ज़रूरत पड़ती है। पुराने कंफ्यूजन अभी खत्म भी नहीं हुए हैं कि
आसुस ने ज़ेनफोन 2 के नए मॉडल मार्केट में उतार दिए। हम इस आर्टिकल में
आसुस ज़ेनफोन 2 लेज़र (ज़ेडई550केएल) को रिव्यू करेंगे।
हम जिस डिवाइस को रिव्यू कर रहे हैं, उसमें 5.5 इंच का 720 पिक्सल रिज़ॉल्यूशन वाला स्क्रीन, क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 410 प्रोसेसर और 2जीबी रैम है। वैसे, मार्केट में स्नैपड्रैगन 615 प्रोसेसर और 3जीबी रैम वाला वेरिएंट भी उपलब्ध है।
आपका सवाल होगा कि लेज़र में ऐसा क्या खास है? 9,999 रुपये के इस स्मार्टफोन में लेज़र-पावर्ड ऑटोफोकस सिस्टम है, जो सब्जेक्ट एरिया पर नहीं दिखने वाला लेज़र पैटर्न फायर करता है और फोकस को एडजस्ट कर देता है। सैद्धांतिक तौर पर, यह तेजी से फोकस करने में मदद करेगा और बेहतरीन फोटो का आउटपुट भी देगा। क्या व्यवहारिक तौर पर भी ऐसा होता है? इस रिव्यू में हम यही जानने की कोशिश करेंगे।
आसुस ज़ेनफोन 2 लेज़र (ज़ेडई550केएल) दिखने में
आसुस ज़ेनफोन 2 जैसा है। दोनों ही हैंडसेट के बनावट एक समान हैं। आसुस ने अपने कंसेन्ट्रिक-सर्किल्स पैटर्न डिजाइन को इस डिवाइस में भी बरकरार रखा है। अगर दोनों फोन को एक साथ रख दिया जाए तो अंतर बता पाना मुश्किल हो जाए।
फोन के साइड में कोई भी बटन या कार्ड स्लॉट नहीं है। बॉटम में माइक्रो-यूएसबी पोर्ट को जगह दी गई है। पावर बटन और 3.5एमएम पोर्ट टॉप पर बने हुए हैं। यूज़र इंटरफेस में दिए टच गेस्चर के जरिए आप डिवाइस को डबल टैप करके एक्टिव कर सकते हैं और चुनिंदा ऐप भी लॉन्च कर सकते हैं। डिवाइस को ऑन और ऑफ करने के अलावा आपको पावर की जरूरत नहीं पड़ेगी।
ज़ेनफोन 2 की तरह ज़ेनफोन 2 लेज़र में वॉल्यूम रॉकर डिवाइस के पिछले हिस्से में बने हुए हैं। हम इस स्मार्टफोन के डिस्प्ले से संतुष्ट हैं। एक बजट डिवाइस के लिहाज से यह काफी शार्प है। कलर्स और ब्राइटनेस भी उपयुक्त हैं।
लेज़र स्मार्टफोन में डुअल-टोन फ्लैश कैमरे की बायीं तरफ हैं और लेज़र इसकी दायीं तरफ। बैकपैनल रीमूवेबल है। बैटरी रिप्लेसेबल हैं और सिम कार्ड स्लॉट उसके नीचे बने हुए हैं। लेज़र में हाईब्रिड सिम स्लॉट है और डिवाइस की स्टोरेज 16जीबी। कम स्टोरेज के कारण डुअल-सिम इस्तेमाल करने की संभावना थोड़ी कम पड़ जाती है।
स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयरआसुस ने अपनी परंपरा से हटते हुए ज़ेनफोन 2 लेज़र ( ज़ेड ई 550 के एल) में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन चिपसेट का इस्तेमाल किया है। हमने जिस वेरिएंट को रिव्यू किया है उसमें स्नैपड्रैगन 410 प्रोसेसर के साथ 2जीबी का रैम है। वैसे, महंगे वाले वेरिएंट में स्नैपड्रैगन 615 चिपसेट के अलावा 3जीबी का रैम मिलेगा। प्रोसेसर के हिसाब से लेज़र थोड़ा महंगा हैंडसेट नज़र आता है। हालांकि, लेज़र ऑटोफोकस कैमरा सेटअप के कारण कीमत सार्थक हो जाती है।
बाकी स्पेसिफिकेशन में 16जीबी की इंटरनल स्टोरेज, 13 मेगापिक्सल का प्राइमरी व 5 मेगापिक्सल का सेकेंडरी कैमरा, 128जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड के लिए सपोर्ट और 3000एमएएच की बैटरी शामिल हैं। बजट डिवाइस होने के बावजूद दोनों ही सिम स्लॉट 4जी को सपोर्ट करते हैं।
आसुस ज़ेनफोन 2 लेज़र एंड्रॉयड 5.0 ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलता है और इसके ऊपर आसुस ने अपने ज़ेन यूज़र इंटरफेस का इस्तेमाल किया है। हम इस यूज़र इंटरफेस के प्रशंसक नहीं हैं, लेकिन यह अपना काम अच्छी तरह से करता है।
यूज़र इंटरफेस में कई चीजें पसंद करने योग्य हैं, जैसे कि बेहतर सिक्योरिटी व कस्टमाइजेशन का विकल्प। आप कैमरे को क्विक-लॉन्च कर सकते हैं, बस वॉल्यूम बटन को डबल टैप करना होगा। आप ऐसे गेस्चर भी चुन सकते हैं जिनके जरिए चुनिंदा ऐप्स अपने आप ही लॉन्च हो जाएंगे, चाहे डिवाइस स्लीप मोड में ही क्यों ना हों। जे़न यूआई में कस्टमाइजेशन के शानदार विकल्प हैं।
कैमराआसुस ज़ेनफोन 2 लेज़र का नाम इसके प्राइमरी कैमरे में मौजूद लेज़र ऑटोफोकस फ़ीचर पर पड़ा है। कागज़ी तौर पर देखा जाए तो स्मार्टफोन के बाकी स्पेसिफिकेशन की तुलना में कैमरा बहुत आगे है। इस तरह का कैमरा सेटअप हमें हाई-एंड डिवाइस में देखने को मिलता है।
उपयुक्त रोशनी और इंडोर सेटिंग में कैमरे की परफॉर्मेंस अच्छी है। हालांकि, डेलाइट में यह वाश्ड आउट इमेज देता है। इसे बहुत हद तक एचडीआर मोड का इस्तेमाल कर या बेहद ही बारीकी से फोकस करके फिक्स किया जा सकता है, लेकिन यह कुछ हद तक परेशान करता ही है। 10,000 रुपये से कम कीमत वाले डिवाइस के लिए फोटो की शार्पनेस और डिटेल उपयुक्त हैं।
एक बात ध्यान रहे कि लेज़र ऑटोफोकस सिस्टम दूर की और खुली जगहों पर तस्वीरों लेने में कम कारगर है। इसकी वजह है छोटा रीसीविंग सेंसर होना। इस कारण से मूविंग ऑब्जेक्ट की तस्वीरें ले पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। इतना साफ है कि ज़ेनफोन 2 लेज़र से कम दूरी वाली तस्वीरें लेने के लिए ज्यादा उपयुक्त है।
कम दूरी की तस्वीरों में ज्यादा इंफॉर्मेंशन तेजी से रिकॉर्ड हो जाते हैं। लेज़र ऑटोफोकस सिस्टम तेजी से काम करता है और साथ में ऑब्जेक्ट पर ढंग से फोकस भी। वैसे, इसका लेज़र सिस्टम आमतौर पर आने वाले ऑटोफोकस सिस्टम से थोड़ा ही तेज है।
कैमरा ऐप को यूज़ करना बेहद ही आसान है। आपको इसमें कई विकल्प मिलते हैं। ज्यादातर अहम सेटिंग्स तक पहुंचना बेहद ही सरल है। इसमें कई शानदार फिल्टर और मोड मौजूद हैं जिनमें टाइम लैप्स, डेप्थ ऑफ फिल्ड और जिफ इमेज शामिल हैं। मैनुअल मोड में कई प्रोफेशनल ऑप्शन हैं। कैमरा ऐप की सबसे अहम कमी यह है कि आपको फ्रंट कैमरे से वीडियो रिकॉर्ड करने का विकल्प नहीं मिलता। इसे थर्ड पार्टी कैमरा सॉफ्टवेयर के जरिए फिक्स किया जा सकता है।
परफॉर्मेंसकैमरे की परफॉर्मेंस आसुस ज़ेनफोन 2 लेज़र के पक्ष में जाती है। गौर करने वाली बात है कि इस स्मार्टफोन के बाकी स्पेसिफिकेशन किसी एंट्री लेवल स्मार्टफोन वाले ही हैं, इसलिए इनसे बेसिक परफॉर्मेंस की उम्मीद करें। इसके बावजूद हैंडसेट की परफॉर्मेंस से हमें सुखद अनुभव हुआ। डेड ट्रिगर 2 बहुत ही स्मूथ चला। इस दौरान फोन के गर्म होने या ज्यादा तेजी से बैटरी खत्म होने की समस्या नहीं आई। हमारे टेस्ट वीडियो बिना किसी दिक्कत चले। वैसे कई बार ऐप चलाते वक्त और डिवाइस को अनलॉक करते समय थोड़ा वक्त लगा। वैसे, बजट स्मार्टफोन यूज़र को ये कमी परेशान नहीं करेगी।
आसुस ज़ेनफोन 2 लेज़र के बेंचमार्क टेस्ट के नतीजे बहुत हद तक स्नैपड्रैगन 410 प्रोसेसर से पावर्ड बजट डिवाइस जैसे ही हैं। वैसे, इस कीमत में ज्यादा बेहतर परफॉर्मेंस हासिल की जा सकती है, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि आप प्रीमियम कैमरा टेक्नोलॉजी की कीमत चुका रहे हैं।
वीडियो लूप टेस्ट में फोन की परफॉर्मेंस अच्छी रही। बैटरी फूल चार्ज़ के बाद 14 घंटे तक चली। शायद 3000एमएएच की बैटरी के कारण ऐसा संभव हुआ। दैनिक इस्तेमाल में यह फोन एक दिन से थोड़ा ज्यादा चलेगा।
हमारा फैसलालेज़र ऑटोफोकस टेक्नोलॉजी के कारण आसुस ज़ेनफोन 2 लेज़र 15,000 रुपये से कम की रेंज के बाकी फोन की लीग का नजर नहीं आता। मुख्य तौर पर यह एक बजट डिवाइस है जिसके स्पेसिफिकेशन भी औसत किस्म के हैं, लेकिन शानदार कैमरा टेक्नोलॉजी के कारण यह स्मार्टफोन अपनी एक अलग पहचान बनाता है। इस कीमत में आपको शायद ही इतनी तेजी से बेहतरीन परफॉर्मेंस देने वाला कैमरा फोन मिले।
आउटडोर शूटिंग, अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में थोड़ी कमजोर परफॉर्मेंस और ऐप खुलने में थोड़ा ज्यादा वक्त लगना, आसुस ज़ेनफोन 2 लेज़र की मुख्य कमियां हैं। हालांकि, इस फोन को इस्तेमाल करने पर भरोसे का एहसास होता है। जब आपको जरूरत पड़ेगी, यह फेल नहीं होगा। इसके अलावा, यह दिखने में ठीकठाक है, बिल्ड अच्छी है और बेहतरीन बैटरी लाइफ भी।
10,000 रुपये से कम की कीमत में आसुस ज़ेनफोन 2 लेज़र (ज़ेडई550केएल) संभवतः क्लोज इनवायर्मेंट में सबसे बेहतरीन कैमरा परफॉर्मेंस देता है। अगर आप फोटोग्राफी का शौक रखते हैं तो इस स्मार्टफोन को एक मौका दिया जा सकता है।