ऐप्पल इंक. ने मंगलवार को बताया कि आईफोन की बिक्री में पहली बार गिरवाट देखी गई है। इसके साथ ही 13 साल में कंपनी को पहली बार रेवेन्यू में गिरावट देखने को मिली है। कहा जा रहा है कि कंपनी को नई तकनीक से लैस स्मार्टफोन बनाने में संघर्ष करना पड़ रहा है।
चीन में कंपनी की बिक्री में एक तिमाही से ज्यादा की गिरावट देखी गई है। अमेरिका के बाद चीन ऐप्पल के लिए सबसे महत्वपूर्ण बाजार है। इसके अलावा कंपनी को इस तिमाही में ग्लोबल रेवेन्यू में भी घाटा देखना पड़ा है।
कंपनी के शेयर में 8 प्रतिशत तक गिरावट हुई है, और फरवरी के बाद से पहली बार 100 डॉलर के नीचे पहुंच गए। ऐप्पल की तरह ही माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प., गूगल के एल्फाबेट इंक और माइक्रोब्लॉग ट्विटर के रेवेन्यू में भी उम्मीद से अलग पिछली तिमाही में गिरावट हुई है।
ऐप्पल के मुताबिक, कंपनी ने दूसरी तिमाही में 51.2 मिलियन आईफोन बेचे, जो कि पिछले साल इसी तिमाही में 61.2 मिलियन की तुलना में कम है। लेकिन विश्लेषकों का अनुमान ऐप्पल ने 50 मिलियन आईफोन डिवाइस ही बेचे।
कई सालों की जबरदस्त बिक्री के बाद अब कई निवशकों को लगता है कि ऐप्पल सैचुरेशन की स्थिति में पहुंच चुकी है। ऐप्पल के सीईओ टिम कुक ने विश्लेषकों को बताया है कि कि स्मार्टफोन बाजार में वृद्धि देखने को नहीं मिल रही थी इसीलिए दुनियाभर में सैचुरेशन का सामना करना पड़ा है।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि ऐप्पल म्यूजिक और ऐप स्टोर में बढ़ोत्तरी की काफी संभावना है। इसका रेवेन्यू 20 प्रतिशत बड़कर 6 बिलियन डॉलर हो गया है और इसने आईमैक व आईपैड से होने वाले रेवेन्यू को पछाड़ दिया है। कुक ने इशारा किया कि ऐप्पल आने वाले समय में और ज्यादा गैजेट पेश कर सकती है। कुक के मुताबिक, ''ऐप्पल का भविष्य बहुत अच्छा है। हमारे स्टोर में कुछ बेहद शानदार इनोवेशन वाले गैजेट कतार में हैं। ''
आईफोन एसई की बढ़ती मांगमार्च में ऐप्पल ने 4 इंच के छोटे स्क्रीन वाला
आईफोन एसई लॉन्च किया। कंपनी ने इस फोन में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी दी थी। ऐप्पल के अनुसार, हालांकि, दूसरी तिमाही में फोन की बिक्री बुहत ज्यादा नहीं हुई। लेसिन कुछ उभरते हुए बाजारों में इस डिवाइस की शुरुआत अच्छी रही।
कंपनी के मुताबिक, ''दुनिया भर में फिलहाल यह स्थिति है कि हम सप्लाई पूरी नहीं कर पा रहे, इस डिवाइस की मांग बहुत ही ज्यादा है। ''