एक एडवोकेसी ग्रुप ने बताया है कि सऊदी के नेतृत्व वाले हवाई हमलों की वजह से यमन ने शुक्रवार तड़के देश भर में इंटरनेट कनेक्शन खो दिया है। एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले में होदेदा (Hodeida) के शहर को निशाना बनाया गया। नेटब्लॉक्स (NetBlocks) ने कहा है कि देशभर में इंटरनेट एक्सेस को कंट्रोल करने वाली टेलीयमन (TeleYemen) में भारतीय समय के मुताबिक, सुबह 3:30 बजे परेशानी आ गई। टेलीयमन को अब हूती (Houthi) विद्रोहियों द्वारा चलाया जाता है। साल 2014 से हूती विद्रोहियों ने यमन की राजधानी सना पर कब्जा किया हुआ है।
NetBlocks ने कहा है कि एक दूरसंचार भवन पर हवाई हमले के बाद यमन में इंटरनेट कनेक्टिविटी बर्बाद हो गई है। सैन डिएगो स्थित सेंटर फॉर एप्लाइड इंटरनेट डेटा एनालिसिस और सैन फ्रांसिस्को स्थित इंटरनेट फर्म क्लाउडफ्लेयर ने भी यमन में राष्ट्रव्यापी आउटेज को नोटिस किया है। 12 घंटे बाद भी देश में इंटरनेट बहाल नहीं हो सका है।
हूती के अल-मसीरा सैटेलाइट न्यूज चैनल ने कहा कि दूरसंचार भवन पर हुए हमले में कई लोग मारे गए और घायल हुए हैं। हमले से जुड़े कुछ फुटेज भी जारी किए गए हैं। बताया जा रहा है कि खून से लथपथ कई लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है।
इस बीच, अल-मसीरा ने कहा है कि यमन के उत्तरी सादा प्रांत की एक जेल में भी शुक्रवार तड़के एक हवाई हमला हुआ। इस हमले में कई लोग मारे गए और घायल हुए हैं। कितने लोग घायल हुए हैं, इसकी फिलहाल जानकारी नहीं मिल पाई है। वहीं, सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन ने होदेदा के बंदरगाह के आसपास हवाई हमले करने की बात स्वीकार की है। हालांकि गठबंधन ने दूरसंचार बिल्डिंग को टारगेट करने की बात स्वीकार नहीं की है।
समुद्र के नीचे से होते हुए FALCON केबल्स होदेडा पोर्ट पहुंचती हैं, जहां से इंटरनेट को पूरे इलाके में पहुंचाया जाता है। यमन की ज्यादातर आबादी इसी इलाके में रहती है। यहां हुए हमले की वजह से पूरे देश में इंटरनेट सर्विस बंद हो गई है। वैसे FALCON केबल यमन के पूर्वी पोर्ट घायदा में भी पहुंचती है, लेकिन इसका इस्तेमाल ना के बराबर होता है। 2020 में भी एक जहाज के कारण FALCON केबल कट गई थीं। तब भी यमन में इंटरनेट ठप हो गया था।