दुनिया भर में लोकप्रिय मैसेजिंग सर्विस WhatsApp ने भारत में सितंबर के दौरान लगभग 71.1 लाख एकाउंट्स को बैन किया है। अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनी Meta के कंट्रोल वाली इस सर्विस ने IT रूल्स के तहत इन एकाउंट्स पर रोक लगाई है। वॉट्सऐप ने इनमें से लगभग 25.7 लाख एकाउंट्स को यूजर्स की ओर से कोई रिपोर्ट मिलने से पहले खुद बैन किया है।
वॉट्सऐप की ओर से देश के लिए जारी मासिक रिपोर्ट में बताया गया है कि सितंबर में कंपनी को ग्रिवांस अपीलेट कमेटी से छह ऑर्डर मिले थे और इन सभी का पालन किया गया है।
वॉट्सऐप पर भारतीय एकाउंट की पहचान '+91' कंट्री कोड से होती है। यूजर सेफ्टी रिपोर्ट में यूजर्स की ओर से मिली शिकायतों और उन पर वॉट्सऐप की ओर से उठाए गए कदम की जानकारी दी जाती है। इसके साथ ही इस रिपोर्ट में वॉट्सऐप की ओर से इस मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर उत्पीड़न को रोकने के लिए उठाए गए कदमों का भी विवरण होता है। वॉट्सऐप ने अगस्त में देश में 74 लाख एकाउंट्स को बैन किया था। इनमें से लगभग 35 लाख एकाउंट्स को यूजर्स की ओर से रिपोर्ट नहीं मिलने के बावजूद ब्लॉक किया गया था।
इस
रिपोर्ट में बताया गया है कि सितंबर में वॉट्सऐप को यूजर्स से 10,442 रिपोर्ट्स मिली थी। इनमें से बैन की अपील से जुड़ी 7,396 रिपोर्ट्स थी। हाल ही में वॉट्सऐप ने चैनल्स का फीचर शुरू किया था। इसमें यूजर अपनी ओर से ब्रॉडकास्टिंग या खुद से जुड़े अपडेट को अपने फॉलोअर्स के साथ शेयर कर सकते हैं या अपने पसंदीदा वॉट्सऐप चैनल्स को फॉलो कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस फीचर के साथ जुड़े हैं। उनके चैनल को लाखों की संख्या में यूजर्स ने फॉलो किया है। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राजनेताओं के लिए यह फीचर लोगों के साथ जुड़ने का एक महत्वपूर्ण जरिया हो सकता है।
यह एक वन-वे ब्रॉडकास्ट टूल है। इसमें यूजर्स खुद से जुड़ी जानकारियों को अपने फॉलोअर्स तक पहुंचा सकते हैं लेकिन फॉलोअर्स से सीधे कम्युनिकेट नहीं कर सकते। वॉट्सऐप चैनल के जरिए टेक्स्ट मैसेज, फोटो, वीडियो, स्टिकर और पोल भेजा जा सकता है। यह फीचर Updates कहे जाने वाले एक नए टैब में उपलब्ध है। यह फीचर एंड्रॉयड, आईओएस और डेस्कटॉप यूजर्स के लिए उपलब्ध है।