भारत में यूज्ड (इस्तेमाल की गई) कारों की मार्केट में उछाल आने की उम्मीद की गई है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आने वाले पांच वर्षों में भारत में इस्तेमाल की गई कारों की खरीदारी में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। रिपोर्ट में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2022 में, प्री-ओन्ड कार बाजार ने वॉल्यूम के मामले में महामारी से पहले के स्तर को वापस हासिल किया है और इसमें तब से 9 प्रतिशत की बढ़ोरती हुई है।
CRISIL के साथ साझेदारी में OLX Autos की रिपोर्ट (Via
TOI) के छठे वार्षिक एडिशन में बताया गया है कि इस अवधि के दौरान, नई कारों की मार्केट में भी अच्छी वृद्धि देखने की उम्मीद है। रिपोर्ट बताती है कि वित्त वर्ष 27 तक 9-11% की वृद्धि के साथ आंकड़ा 48-50 लाख कारों तक पहुंचने की उम्मीद है। इतना ही नहीं, उत्पादन में बढ़ोतरी, यूवी सेगमेंट में निरंतर हलचल और नए प्रोडक्ट लॉन्च के चलते नई कारों के बाजार में वित्त वर्ष 23 में हाई सेल्स होने की बात भी कही गई है ।
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि पुरानी कारों के बाजार में वित्त वर्ष 22 में छोटी कारों (45%) और सेडान (3%) की तुलना में 49% के साथ UV (यूटिलिटी व्हीकल) का मार्केट शेयर सबसे ज्यादा रहा। तुलना के लिए बता दें कि यूवी सेगमेंट वित्त वर्ष 17 में 25% था। इसी अवधि के दौरान, बड़ी कारों की बिक्री में 5% और छोटी कारों की बिक्री में 20% की गिरावट आई है।
OLX प्लेटफॉर्म डेटा के अनुसार, प्री-ओन्ड कार सेगमेंट में सबसे लोकप्रिय UV में Hyundai CRETA, Maruti Brezza, Maruti Ertiga और Mahindra XUV500 आती हैं। वहीं, इस पुरानी कारों में छोटी कारों के सेगमेंट में मारुति का दबदबा बरकरार है। वित्त वर्ष 27 तक छोटी कारों की हिस्सेदारी 2% कम होकर 56% हो जाएगी। आंकड़ें बताते हैं कि प्री-ओन्ड सेगमेंट में 5 साल की औसत वाहन उम्र को देखते हुए सबसे लोकप्रिय छोटी कारें Maruti Baleno, Hyundai Elite i20, Renault Kwid, Maruti Suzuki Dzire and Hyundai Grand i10 हैं।
बात सेडान प्री-ओन्ड सेगमेंट की करें, तो सेडान की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 22 में 12% से घटकर वित्त वर्ष 27 में 7% तक होने की उम्मीद है। प्री-ओन्ड सेगमेंट में होंडा सिटी भारत की पसंदीदा सेडान बनी हुई है।