ऊबर (Uber) अपने विकलांग राइडर्स को 2 मिलियन डॉलर (करीब 15.98 करोड़ रुपये) से अधिक का भुगतान करेगी। कैब एग्रीगेटर कथित तौर पर न्याय विभाग के साथ समझौता कर चुका है, और विकलांग राइडर्स से वेटिंग फीस वसूलने के बदले अब उन्हें इस रकम को वापस चुकाएगा। बता दें, ऊबर अपने राइडर्स से वेटिंग टाइम फीस पॉलिसी के तहत एक प्रतिक्षा का एक शुल्क लेता है, जो तब वसूला जाता है, जब राइडर द्वारा सेट लोकेशन पर कैब पहुंचने के बाद, राइडर अपनी यात्रा शुरू करने में 2 मिनट से ज्यादा का समय लेता है।
Business Insider India के
अनुसार, अपनी वेटिंग टाइम पॉलिसी के तहत विकलांग राइडर्स से वेटिंग फीस वसूलने की वजह से Uber को अब उन सभी राइडर्स को कुल 2 मिलियन डॉलर चुकाने होंगे। राइडर द्वारा सेट लोकेशन पर कैब के पहुंचने के बाद भी यदि राइडर अपनी यात्रा को शुरू नहीं करता है और कैब ड्राइवर को 2 मिनट से ज्यादा इंतजार करना पड़ता है, तब Uber राइडर पर प्रति मिनट के हिसाब से वेटिंग फीस वसूलती है। वेटिंग फीस की दर देश या रीजन के हिसाब से भिन्न होती हैं।
रिपोर्ट बताती है कि न्याय विभाग ने नवंबर 2021 में नीति को लेकर Uber पर मुकदमा दायर करते हुए कहा था कि कंपनी की पॉलिसी विकलांग लोगों के साथ भेदभाव करती है, जिन्हें कार में बैठने के लिए अतिरिक्त समय की आवश्यकता हो सकती है।
इसके बाद, बीते सोमवार DOJ (न्याय विभाग) ने एक प्रेस बयान में कहा कि ऊबर उन 1,000 से अधिक सवारियों को 1.7 मिलियन डॉलर के सैटलमेंट पॉट से भुगतान करेगा, जिन्होंने वेटिंग फीस वसूलने की शिकायत करने के लिए कंपनी को संपर्क किया था।
सैटलमेंट समझौते से जुड़े एक शिकायत नोटिस में कहा गया है कि शिकायत करने वाले इन 1,000 लोगों को Uber से कम से कम $600 (करीब 48,000) मिलेंगे। लगभग 1,000 के बीच विभाजित पॉट का मतलब होगा कि प्रत्येक व्यक्ति लगभग $1,700 (करीब 1,35,000 रुपये) तक प्राप्त कर सकता है।