30 हजार कर्मचारियों को 'वर्क फ्रॉम होम' देकर यह कंपनी बन रही मिसाल

मिगोया की टीम ने कोरोना महामारी के बाद ऑफिसेज को रीडिजाइन किया है।

30 हजार कर्मचारियों को 'वर्क फ्रॉम होम' देकर यह कंपनी बन रही मिसाल

Photo Credit: iStock/Deepak Sethi

Globant दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक है जो इतने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा उपलब्ध करवा रही है। 

ख़ास बातें
  • कंपनी 33 देशों में फैली है और इसमें 30 हजार से ज्यादा कर्मचारी हैं।
  • Globant के CEO मार्टिन मिगोया हैं।
  • टीम ने कोरोना महामारी के बाद ऑफिसेज को रीडिजाइन किया है।
विज्ञापन
टेक दिग्गज कंपनी Globant अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम देकर नई मिसाल कायम कर रही है। कंपनी 33 देशों में फैली है और इसमें 30 हजार से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। कंपनी सभी कर्मचारियों को फुल टाइम वर्क फ्रॉम होम दे रही है। यह अपने आप में बड़ा कदम है क्योंकि Globant दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक है जो इतने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा उपलब्ध करवा रही है। 

Globant के CEO मार्टिन मिगोया हैं। Buenos Aires Times के मुताबिक मिगोया को कर्मचारियों का ऑफिस में आकर काम करना पसंद है लेकिन यह किसी के सिर पर बंदूक रख कर नहीं होना चाहिए। मिगोया ने बताया कि उनके कर्मचारी खुद से ऑफिस में काम करने आते हैं। उन्होंने कहा कि ऑफिस का महत्व वे भलीभांति समझते हैं। उनके लिए ऑफिस जुड़ाव का एक केंद्र है। एक दूसरे का सहयोग करने की जगह है, न कि सिर्फ काम करने की एक जगह। मार्टिन ने कहा, 'हमने देखा कि लोग ऑफिस आ रहे हैं, वे साथ इकट्ठा होते हैं, वे ऑफिस को एक अलग तरीके से इस्तेमाल करते हैं, और हम भी अपने ऑफिसेज को नया रूप दे रहे हैं। ताकि बदलते समय के साथ तालमेल बना रहे।'

मिगोया की टीम ने कोरोना महामारी के बाद ऑफिसेज को रीडिजाइन किया है। व्यक्तिगत डेस्क की जगह राउंड टेबल ज्यादा लगाई गई हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग बैठ सकें, और लॉन्ज के लिए ज्यादा जगह बनाई जा सके। कंपनी की ग्लोबल सीइओ पैट्रिका पोमीज का भी यही मानना है। हाल ही में X पर एक पोस्ट के जरिए उन्होंने अपनी राय रखी। जिसमें पैट्रिका ने कहा कि रिमोट वर्क कोई गलती नहीं थी। ऑफिस आने के लिए बंधे दिन होना तब तक जरूरी नहीं है जब तक कि लोग घर से काम करते हुए प्रेरणा की कमी महसूस न करें। 

पैट्रिका भी स्वायत्ता में विश्वास रखती हैं, और हरेक टीम को यह छूट देने की सिफारिश करती हैं कि वे उसी तरह से काम करें जिसमें वे अपना बेस्ट दे सकें, चाहे फिर वह घर से हो, या ऑफिस से। Globant का यह कदम Alphabet Inc की Google, Microsoft Corp, और Meta से मेल नहीं खाता है। क्योंकि इन कंपनियों ऐसी पॉलिसी लागू की हैं जिससे कि कर्मचारियों को ऑफिस आकर काम करना होगा। भारत में भी इस विषय पर वाद-विवाद चल रहा है। Zerodha के CEO नितिन कामथ ने कुछ समय पहले कहा था कि वर्क फ्रॉम होम का कॉन्सेप्ट उनके कुछ कर्मचारियों के साथ मेल नहीं खा रहा है। निर्णय लेने वाले लोगों के लिए यह मुश्किल हो जाता है क्योंकि वहां कम्युनिकेशन बैरियर आ जाता है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. MG Motor की Windsor EV को जोरदार रिस्पॉन्स, कंपनी को प्रति दिन मिल रही 200 बुकिंग्स
  2. Infinix ने 40 इंच फुलएचडी डिस्प्ले, 16W साउंड के साथ नया स्मार्ट TV किया लॉन्च, जानें कीमत
  3. iPhone 16e को Rs 4 हजार सस्ता खरीदने का मौका! प्री-ऑर्डर के साथ कंपनी लाई धांसू ऑफर
  4. IND vs PAK Live Streaming: भारत-पाकिस्तान के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का महामुकाबला, यहां देखें फ्री!
  5. Tata Motors की बड़ी कामयाबी, 2 लाख से ज्यादा EV की बिक्री
  6. Xiaomi 22.5W फास्ट चार्जर पर भारी छूट, Amazon पर मात्र Rs 599 में खरीदने का मौका!
  7. iPhone 17 में Apple लगाएगी अपनी खुद की WiFi चिप! यहां हुआ खुलासा
  8. Chhaava Box Office Collection Day 8: विक्की कौशल की फिल्म 'छावा' Rs 242 करोड़ के पार, पीएम मोदी ने भी की तारीफ!
  9. क्रिप्टोकरेंसी की सबसे बड़ी चोरी, Bybit एक्सचेंज को हुआ 1.5 अरब डॉलर का नुकसान
  10. 6.5 हजार फीट नीचे समुद्र में तैरने वाली भयानक मछली कैमरा में कैद! देखें वीडियो
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »