टेलिकॉम सेक्टर की दिग्गज
रिलायंस जियो (Jio) अब एआई की दुनिया में भी छा जाना चाहती है। जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश अंबानी ने बुधवार को कहा कि कंपनी ‘इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी', बॉम्बे (IIT) के साथ मिलकर 'भारत-जीपीटी' (Bharat GPT) प्रोग्राम पेश करने की कोशिश में लगी है। इसके अलावा रिलायंस जियो, टेलीविजन के लिए एक ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) लाने के बारे में भी सोच रही है। टेलीविजन ऑपरेटिंग सिस्टम की दिशा में कंपनी पिछले कुछ समय से काम कर रही है।
पीटीआई भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, अंबानी ने आईआईटी बॉम्बे के सालाना कार्यक्रम 'टेकफेस्ट' को संबोधित करते हुए कहा कि कंपनी के लिए विकास का माहौल तैयार करना बहुत महत्वपूर्ण है और 'जियो 2.0' के कॉन्सेप्ट पर पहले से काम चल रहा है।
उन्होंने कहा, 'हम आईआईटी, बॉम्बे के साथ मिलकर ‘भारत जीपीटी' प्रोग्राम लाने के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। हालांकि अभी जेनरेटिव एआई और लैंग्वेज मॉडलों के साथ शुरुआती काम ही हुआ है। अगला दशक इन एप्लिकेशन से ही परिभाषित होगा।
आकाश अंबानी ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज के हरेक सेक्टर में बदलाव लेकर आएगी। एआई को सभी क्षेत्रों में लागू करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। आकाश अंबानी ने यह भी कहा कि उनकी कंपनी मीडिया के क्षेत्र से लेकर वाणिज्य, संचार के क्षेत्र में भी नए प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज लेकर आएगी। टेलीविजन के लिए जियो अपना ऑपरेटिंग सिस्टम लाने पर गंभीरता से काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि कंपनी 5G प्राइवेट नेटवर्क की पेशकश को लेकर उत्साहित है। इसके तहत किसी भी कंपनी को 5G के लिए रिसोर्सेज मुहैया कराए जाएंगे। एआई चैटबॉट की बात करें, तो चैटजीपीटी (ChatGPT) पूरी दुनिया में पॉपुलर हुआ है। माइक्रोसॉफ्ट भी इस दिशा में काम कर रही है। जियो के इस क्षेत्र में आने से भारत को फायदा मिलने की उम्मीद है।