अगर आप AC उपयोग करते हैं तो अक्सर यह बात सुनी होगी कि 24°C पर तापमान सेट करने पर बिजली का बिल ज्यादा नहीं आता है। हालांकि, इसको लेकर आधिकारिक तौर पर कोई नियम नहीं आया था, लेकिन लोगों के बीच यह बात चलती है। अब केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को बताया कि भारत जल्द ही AC के तापमान के स्टैंडर्ड को लेकर एक प्रयोग करने वाला है। इस तरह के पहले प्रयोग में भारत AC के तापमान को 20°C से 28°C के बीच स्टैंडर्ड करने के लिए तैयारी कर रहा है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि एयर कंडीशनिंग स्टैंडर्ड के मामले में जल्द ही एक नया प्रावधान लागू किया जा रहा है। AC के लिए तापमान स्टैंडर्ड को 20°C से 28°C के बीच सेट किया जाएगा, जिसका मतलब है कि एसी से 20°C से कम ठंडा या 28°C से ज्यादा गर्म नहीं कर पाएंगे। यह अपनी तरह का पहला प्रयोग है, जिसका उद्देश्य तापमान सेटिंग को स्टैंडर्ड करना है।
क्या है नया नियम
भारत में बेचे जाने वाले सभी नए
AC में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक होना चाहिए। नया नियम सभी क्षेत्रों जैसे कि आवासीय, कमर्शियल जैसे कि मॉल, होटल, ऑफिस और थिएटर समेत एसी व्हीकल में लागू होना चाहिए। इस नियम से सरकार को उम्मीद है कि कंज्यूमर्स को 3 साल में 18 हजार-20 हजार करोड़ रुपये तक बचत होगी। इसके अलावा बिजली की खपत और कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी।
भारत में क्यों हुई इसकी जरूरत
भारत में एसी तापमान को सेट करने के पीछे सबसे पहले वजह रिकॉर्ड तोड़ बिजली की मांग है, जो कि हाल ही में 241 गीगावाट तक पहुंच गई। शहरों के बढ़ने और तापमान में इजाफा होने के चलते एसी का उपयोग लगातार बढ़ता जा रहा है। सरकार बिजली ग्रिड पर दबाव कम करने और बिजली के बिल कम करने के लिए यह कदम उठा रही है। सबसे अहम और आखिरी कार्बन उत्सर्जन में कटौती करनी बहुत जरूरी है, जिसमें यह कदम बहुत अहम साबित होगा।