National Technology Day 2025: भारत में आज यानी 11 मई को नेशनल टेक्नोलॉजी डे मनाया जा रहा है। यह दिन भारत के तकनीकी इतिहास की दृष्टि से बहुत अधिक महत्व रखता है। आज का दिन भारत के वैज्ञानिकों और उनकी उपलब्धियों को याद करने के लिए समर्पित किया गया है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य हमारे देश में विज्ञान और टेक्नोलॉजी सेक्टर में अभी तक हासिल की गईं उपलब्धियों को सम्मानित करना है। इसके साथ ही इसके मनाने के पीछे लोगों को टेक्नोलॉजी के महत्व से अवगत करवाना और उसमें योगदान देने के लिए प्रेरित करना है। आइए जानते हैं इस दिन का इतिहास कि यह कब, कैसे और क्यों शुरू किया गया।
नेशनल टेक्नोलॉजी डे क्यों मनाया जाता हैनेशनल टेक्नोलॉजी डे आज यानी 11 मई 2025 को जोश के साथ मनाया जा रहा है। इस दिन भारत ने, यानी 11 मई 1998 में राजस्थान के पोखरण में सफल परमाणु परीक्षण किया था। भारत ने उस दौरान लगातार 5 सफल न्युक्लियर टेस्ट किए थे जो ऑपरेशन 'शक्ति' के तहत किए गए थे। इस ऐतिहासिक घटना ने भारत को परमाणु शक्ति के रूप में स्थापित किया और दुनिया को अपनी वैज्ञानिक क्षमताओं का परिचय दिया। इस उल्लेखनीय उपलब्धि के सम्मान में भारत सरकार ने 1999 में 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस (National Technology Day) के रूप में घोषित किया। केंद्रीय रक्षा मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर नेशनल टेक्नोलॉजी डे 2025 पोस्ट भी किया है। देखें-
नेशनल टेक्नोलॉजी डे 2025 थीमहरेक साल विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट बोर्ड (TDB) नेशनल टेक्नोलॉजी डे के लिए एक थीम चुनता है। नेशनल टेक्नोलॉजी डे 2025 थीम है- Innovate for a Sustainable Future यानी 'टिकाऊ भविष्य के लिए नवाचार।' जिसका मतलब है वर्तमान और भविष्य में आने वाली चुनौतियों जैसे क्लाइमेट चेंज, क्लीन एनर्जी, और डिजिटल इनक्लूशन में साइंस और टेक्नोलॉजी की क्या भूमिका रहने वाली है।
नेशनल टेक्नोलॉजी डे शैक्षणिक संस्थान, सरकारी निकाय और टेक कंपनियाँ इनोवेशन और वैज्ञानिक सोच की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सेमिनार, प्रदर्शनियाँ और जागरूकता अभियान आयोजित करती हैं। अब जब भारत ज्ञान से प्रेरित और संचालित अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अपनी यात्रा में आगे बढ़ रहा है, नेशनल टेक्नोलॉजी डे एक बेहतर और आत्मनिर्भर राष्ट्र के निर्माण में टेक्नोलॉजी की परिवर्तनकारी शक्ति को गहरे में अंकित करने का काम करता है।