साल की शुरुआत में मोटोरोला ने एक ट्रू वायरलेस चार्जिंग तकनीक (True wireless charging technology) को दिखाया था। यह काफी हद तक Xiaomi द्वारा दिखाई गई चार्जिंग टेक्नोलॉजी की तरह था, जहां आपको अपनी डिवाइस चार्ज करने के लिए उसे किसी प्रकार के चार्जर पर नहीं रखना होता। इसके बजाय डिवाइस आपके हाथ में रहते हुए भी चार्ज हो सकता है। अब लगभग आधा साल गुज़रने के बाद, कंपनी ने इस टेक्नोलॉजी को अपडेट किया है और इसका नाम भी बदल दिया है।
Motorola ने 'Motorola One Hyper' वायरलेस चार्जिंग टेक्नोलॉजी का नाम बदल कर 'Motorola Air Charging' कर दिया है। कंपनी ने अपने ब्लॉग पोस्ट के जरिए इस टेक्नोलॉजी के बारे में अधिक जानकारी दी। मोटोरोला की ट्रू वायरलेस चार्जिंग टेक्नोलॉजी का नाम तो बदला ही है, साथ ही अब यह पूरी तरह से कार्यशील प्रोटोटाइप में बदल गई है।
कंपनी द्वारा पेश किए गए
टीज़र्स और
ब्लॉग पोस्ट से पता चलता है कि Motorola Air Charging टेक्नोलॉजी एक साथ चार डिवाइस को हवा में ही चार्ज कर सकता है और इसकी चार्जिंग रेंज 3 मीटर तक है। कंपनी ने टेक्नोलॉजी के बारे में विस्तार से बताते हुए जानकारी दी कि यह टेक्नोलॉजी 1600 एंटीना का इस्तेमाल करती है, जो डिवाइस को लगातार स्कैन करती है।
इस तरह की चार्जिंग टेक्नोलॉजी के लिए सबसी बड़ी समस्या मुख्य ट्रांस्मीटर डिवाइस और गैजेट के बीच आने वाली बाधा है। इसके लिए कंपनी का कहना है कि यह काज़ग, चमड़े और इस तरह के अन्य ऑब्जेक्ट के आर-पार भी काम कर सकता है। हालांकि, यह भी बताया गया है कि सुरक्षा के लिहाज से यह इंसान के बीच में आने से चार्जिंग को रोक देता है। इसके लिए कंपनी ने ‘बायोलॉजिकल मॉनिटरिंग टेक्नोलॉजी' का इस्तेमाल किया है।
टेक्नोलॉजी अभी भी प्रोटोटाइप वर्ज़न पर है और इसके लॉन्च को लेकर कंपनी ने किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी है।