VALL-E: 3 सेकंड में आपकी आवाज को कॉपी कर लेगा ये AI मॉडल! जानें कैसे करता है काम

Microsoft के अनुसार, VALL-E मुख्य रूप से एक "न्यूरल कोडेक लैंगुएज मॉडल" है और EnCodec पर आधारित है, जिसे Meta ने अक्टूबर 2022 में पेश किया था।

विज्ञापन
अपडेटेड: 23 जनवरी 2023 20:31 IST
ख़ास बातें
  • VALL-E मुख्य रूप से एक "न्यूरल कोडेक लैंगुएज मॉडल" है
  • Meta द्वारा अक्टूबर 2022 में पेश किए गए EnCodec पर है आधारित
  • मात्र तीन सेकंड के सैंपल से सीख सकता है किसी की आवाज और बोलने का तरीका
Microsoft ने हाल ही में VALL-E की घोषणा की, जो एक नया टेक्स्ट-टू-स्पीच AI मॉडल है। यह मॉडल मात्र तीन-सेकंड का एक ऑडियो सैंपल दिए जाने पर उस व्यक्ति की आवाज की सटीक नकल कर सकता है। VALL-E के डेवलपर्स का मानना ​​है कि GPT-3 जैसे अन्य जनरेटिव AI मॉडल के साथ संयुक्त होने पर इसका उपयोग हाई-क्वालिटी वाले टेक्स्ट-टू-स्पीच एप्लिकेशन, स्पीच एडिटिंग के लिए किया जा सकता है, जिसमें किसी व्यक्ति की रिकॉर्डिंग को एडिट किया जा सकता है और टेक्स्ट ट्रांसक्रिप्ट से बदला जा सकता है।

Microsoft के अनुसार, VALL-E मुख्य रूप से एक "न्यूरल कोडेक लैंगुएज मॉडल" है और EnCodec पर आधारित है, जिसे Meta ने अक्टूबर 2022 में पेश किया था। VALL-E अन्य टेक्स्ट-टू-स्पीच द्वारा आमतौर पर वेवफॉर्म में हेरफेर करके स्पीच में बदलने के विपरीत टेक्स्ट और अकूस्टिक संकेतों से ऑडियो कोडेक कोड को अलग निकालता है। यह समझता है कि किसी व्यक्ति की आवाज कैसी और उसके बोलने का अंदाज कैसा है और EnCodec का उपयोग कर जरूरी डेटा कंपोनेंट (जिन्हें 'टोकन' नाम दिया गया है) और फिर ट्रेनिंग डेटा का इस्तेमाल करता है। 

इस तरह ये सिस्टम उस व्यक्ति की आवाज के साथ उसके बोलने के लहजे को भी समझ जाता है और फिर लिखे गए किसी भी टेक्स्ट को हूबहू उस व्यक्ति की आवाज और उसके बोलने के अंदाज की तरह बोल सकता है।

Microsoft ने Meta की LibriLight ऑडियो लाइब्रेरी का उपयोग करके VALL-E की स्पीच सिंथेसिस कार्यात्मकताओं को ट्रेनिंग दी है। इसमें 7,000 से अधिक वक्ताओं के 60,000 घंटे के अंग्रेजी भाषा के भाषण शामिल हैं, जो मुख्य रूप से लिब्रीवॉक्स पब्लिक डोमेन ऑडियोबुक से प्राप्त किए गए हैं। एक अच्छा रिजल्ट देने के लिए VALL-E के लिए तीन-सेकंड के नमूने में मौजूद आवाज उसके लर्निंग एल्गोरिदम में मौजूद आवाज के समान होनी चाहिए।

VALL-E के जरिए कोई गलत काम न हो या कोई व्यक्ति इसे किसी और के लिए गलत इरादे से इस्तेमाल न करे, इसलिए Microsoft ने VALL-E कोड को दूसरों के लिए उपलब्ध नहीं कराया है। ऐसा प्रतीत होता है कि रिसर्चर्स इस तकनीक के कारण होने वाले संभावित सामाजिक नुकसान से अवगत हैं।
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: , Microsoft
Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. 50MP कैमरा, 4700mAh बैटरी वाले इस Samsung फोन को मात्र 34 हजार में खरीदें
  2. OnePlus Pad 3 हुआ 12GB रैम, 12,140mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानें स्पेसिफिकेशन्स
  3. Jio ने 5G कवरेज, क्वालिटी और अपलोड स्पीड में मारी बाजी, Airtel की डाउनलोड स्पीड पर पकड़ बरकरार!
  4. Jio मात्र 51 रुपये में दे रहा अनिलिमिटेड 5G डाटा, महीने भर की वैधता के साथ
#ताज़ा ख़बरें
  1. Amazon Mega Music Fest Sale: हेडफोन से लेकर ईयरबड्स, स्पीकर, गिटार और स्पीकर पर बंपर डिस्काउंट
  2. OnePlus 13s के लिए गेमिंग एसेसरीज लॉन्च, फोन को ठंडा रखने के लिए 27W मैग्नेटिक कूलर भी आया, जानें कीमत
  3. Motorola Edge 60 जल्द भारत में होगा पेश, टीजर जारी, जानें डिजाइन और स्पेसिफिकेशंस
  4. Xiaomi 16 की बैटरी का खुलासा, Galaxy S26 Ultra और iPhone 17 Pro को देगा टक्कर
  5. 50MP कैमरा, 4700mAh बैटरी वाले इस Samsung फोन को मात्र 34 हजार में खरीदें
  6. Top Smartphones Under Rs 50,000: Motorola, Google, Realme, Oppo के 5 टॉप स्मार्टफोन!
  7. Mahindra की XEV 9e और BE 6 इलेक्ट्रिक SUVs को जोरदार रिस्पॉन्स, 10,000 यूनिट्स की डिलीवरी
  8. भारत में जल्द सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च कर सकती है Elon Musk की Starlink
  9. AI का इस्तेमाल बढ़ने के बावजूद इंजीनियर्स की हायरिंग जारी रखेगी Google
  10. Oppo की Reno 14 के लॉन्च की तैयारी, NBTC साइट पर हुई लिस्टिंग
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.