Meesho ने अपने वर्कफोर्स में से 251 कर्मचारी हटा दिए हैं। जो कि इसके वर्कफोर्स का 15 प्रतिशत बताया गया है। Meesho एक ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म के तौर पर पिछले कुछ महीनों में तेजी से विकसित हुआ है। लेकिन दुनियाभर में मंदी का दौर कंपनियों को वर्कफोर्स कम करने पर मजबूर कर रहा है जिसमें अब Meesho भी शामिल हो गया है। कंपनी ने यह कदम उठाने के पीछे लगातार लाभ को सुनिश्चित करना बताया है।
ग्लोबल स्लोडाउन का असर दुनियाभर में देखा जा रहा है। 2022 से लेकर अब तक पिछले कुछ महीनों में दुनियाभर में लाखों की संख्या में कर्मचारियों को निकाला जा चुका है। मीशो ने भी 15% वर्कफोर्स घटाते हुए 251 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। IANS की
रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने कहा है कि निकाले गए कर्मचारियों को कंपनी पूरी तरह से सपोर्ट करने के लिए प्रतिबद्ध है। हटाए गए कर्मचारियों को सेपरेशन पैकेज देने की बात कही गई है। यह 2.5 महीने से लेकर 9 महीने तक दिया जाएगा, जो कि कर्मचारी के कार्यकाल और पद पर निर्भर करेगा।
रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के प्रवक्ता की ओर से कहा गया है कि मीशो को ऊंचाई पर ले जाने के लिए हम निकाले गए कर्मचारियों के आभारी हैं। इससे पहले मीशो ने भारत के 90 से ज्यादा शहरों में अपने ग्रोसरी संबंधति सुपरस्टोर्स को बंद कर दिया था। उस समय भी काफी लोगों को नौकरियां गंवानी पड़ी थीं। यह संख्या 300 के लगभग बताई गई है। ये सुपरस्टोर कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में थे।
दुनियाभर में
आर्थिंक मंदी का असर देखा जा रहा है। बीते कुछ महीनों में दिग्गज टेक कंपनियों ने कॉस्ट कटिंग के लिए बड़ी छंटनी की घोषणाएं कीं। जिनमें
Amazon, Google, Microsoft, Vodafone Idea के साथ ही कई और बड़े नाम शामिल हैं। हाल ही में आई एक रिपोर्ट में सामने आया था कि जनवरी 2023 में 1 लाख से ज्यादा लोगों ने अपनी नौकरी खोई थी। नौकरी गंवाने वाले लोगों में Amazon, Microsoft, Google, Salesforce जैसी बड़ी फर्मों के कर्मचारी शामिल थे। दिग्गज टेक कंपनियों में छंटनी का सिलसिला अभी भी जारी है।