देश की सबसे बड़ी कार मेकर Maruti Suzuki का कहना है कि सेमीकंडक्टर की कमी अगली कुछ तिमाहियों तक रह सकती है। इससे कंपनी के कुछ व्हीकल्स के लिए लंबित ऑर्डर्स की संख्या में और बढ़ोतरी होगी। कंपनी के पास ऐसे ऑर्डर्स की संख्या बढ़कर 3.69 लाख यूनिट्स पर पहुंच गई है।
इनमें सबसे अधिक ऑर्डर्स Ertiga के लिए लगभग 94,000 हैं। कंपनी की Grand Vitara और Brezza के लंबित ऑर्डर्स की संख्या क्रमशः लगभग 37,000 और 61,500 यूनिट्स की है। इसके अलावा Jimny और Fronx के लिए मारुति के पास क्रमशः लगभग 22,000 और 12,000 बुकिंग हैं। सेमीकंडक्टर की शॉर्टेज की वजह से कंपनी को अक्टूबर-दिसंबर के दौरान लगभग 46,000 यूनिट्स के प्रोडक्शन का नुकसान हुआ था। मौजूदा तिमाही में भी कंपनी के
प्रोडक्शन पर कुछ असर पड़ सकता है। मारुति सुजुकी के सीनियर एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (मार्केटिंग एंड सेल्स), Shashank Srivastava ने बताया, "सेमीकंडक्टर की शॉर्टेज जारी है। स्थिति के सामान्य होने की समयसीमा का अनुमान लगाना मुश्किल है।"
उन्होंने कहा कि पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में SUV सबसे आगे 42.6 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ है और 35 प्रतिशत के साथ हैचबैक दूसरे स्थान पर है। इस वित्त वर्ष में पैसेंजर व्हीकल इंडस्ट्री की अभी तक बिक्री लगभग 35.5 लाख यूनिट्स की रही है और यह मार्च के अंत तक 38.8 लाख यूनिट्स तक पहुंच सकती है, जो अभी तक की सबसे अधिक होगी। पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट की ग्रोथ अगले वित्त वर्ष 5-7 प्रतिशत रह सकती है। अगले वर्ष इसकी बिक्री 40 लाख यूनिट्स से अधिक हो सकती है। उनका कहना था कि मारुति का प्रदर्शन इंडस्ट्री से बेहतर रह सकता है।
मारुति की फरवरी में कुल
सेल्स लगभग पांच प्रतिशत बढ़कर 1,72,321 यूनिट्स की रही। यह पिछले वर्ष के इसी महीने में 1.64 लाख यूनिट्स की थी। कंपनी की देश में पैसेंजर व्हीकल सेल्स लगभग 10 प्रतिशत बढ़कर 1,47,467 यूनिट्स पर पहुंच गई। हालांकि, इसके एक्सपोर्ट में 28.4 प्रतिशत की कमी हुई है। पिछले महीने इसकी कुल सेल्स में देश में 1,50,823 यूनिट्स की सेल्स, अन्य OEM को 4,291 यूनिट्स की बिक्री और 17,207 यूनिट्स का एक्सपोर्ट शामिल है। कंपनी ने मिनी और कॉम्पैक्ट सेगमेंट में 1,01,773 यूनिट्स बेची हैं। यह आंकड़ा पिछले वर्ष के इसी महीने में 97,486 यूनिट्स का था।