पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) और राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। ममता ने सोमवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया। ममता ने कहा कि वह बंगाल के राज्यपाल के ट्वीट से परेशान हो गई थीं। उन्होंने राज्यपाल पर गंभीर आरोप भी लगाए। वहीं, जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी को भेजे गए एक वॉट्सऐप मेसेज के कंटेंट को ट्विटर पर शेयर किया है।
राज्यपाल के अनुसार, उन्होंने मुख्यमंत्री को जो संदेश भेजा था, उसमें लिखा था- ‘संवैधानिक पदाधिकारियों के बीच संवाद और सद्भाव लोकतंत्र का सार है। यह आपसी सम्मान के साथ खिल सकता है। मेरी तरफ से आपके लिए हमेशा सर्वोच्च व्यक्तिगत सम्मान रहा है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने अपने ट्वीट में यह भी बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनका मेसेज सोमवार सुबह 10.25 बजे ‘रीड' किया था।
इससे पहले दोपहर में राज्य की मुख्यमंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें बताया कि उन्होंने ट्विटर पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ को ‘ब्लॉक' किया है।
ममता बनर्जी ने अपने बयान में कहा कि हर सुबह और शाम वह (राज्यपाल) हम पर आरोप लगाते हैं और हमला करते हुए ट्वीट करते हैं। जैसे कि वह एकमात्र सर्वोच्च हैं और हम बंधुआ मजदूर हैं। मैं इसे स्वीकार नहीं कर सकती। आज मैंने उन्हें ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया है। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर ‘फोन टैप करने' और राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (DGP) को ‘धमकी देने' का भी आरोप लगाया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता बनर्जी ने कहा कि हम पिछले एक साल से धैर्यपूर्वक पीड़ित हो रहे हैं। उन्होंने (राज्यपाल) कई फाइलों को मंजूरी नहीं दी है। वह हर फाइल को लंबित रख रहे हैं। वह नीतिगत फैसलों के बारे में कैसे बोल सकते हैं।
ममता बनर्जी ने यह भी बताया कि उन्होंने राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘कई पत्र' लिखे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्हें (राज्यपाल) क्यों नहीं हटाया? पेगासस गवर्नर हाउस से दौड़ रहा है। वह फोन टैप कर रहा है। इस बीच, तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने भी सोमवार को कहा कि उन्होंने भी ट्विटर पर राज्यपाल को ‘ब्लॉक' किया था।