देश में इलेक्ट्रिक वीकल्स की बिक्री कुल गाडि़यों की बिक्री का एक फीसदी ही है, लेकिन इनको लेकर सरकार और लोगों की दिलचस्पी, कंपनियों का उत्साह बढ़ा रही है। अब देश की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक टू वीलर कंपनी- हीरो इलेक्ट्रिक ने बंगलूरू बेस्ड EV चार्जिंग स्टार्टअप Charzer के साथ पार्टनरशिप की है। दोनों कंपनियों ने जानकारी दी है कि उन्होंने अगले तीन साल में देशभर में एक लाख चार्जिंग स्टेशन इंस्टॉल करने का प्लान बनाया है। जाहिर है इसका फायदा देश के इलेक्ट्रिक टू वीलर मार्केट, लोगों को और इन कंपनियों को होगा।
इस पार्टनरशिप के पहले साल में
Charzer देश के 30 शहरों में 10 हजार चार्जिंग स्टेशन इंस्टॉल करेगा। कंस्यूमर्स के लिए चार्जिंग की सुविधा और उपलब्धता आसान हो, इसके लिए यह स्टार्टअप
हीरो इलेक्ट्रिक डीलरशिप में किराना चार्जर जैसी सेवाएं देगा। साथ ही साथ इलेक्ट्रिक वीकल्स इस्तेमाल करने वाले लोगों को नजदीक के चार्जिंग स्टेशन और बुकिंग स्लॉट का पता लगाने के लिए अपने मोबाइल ऐप और वेबसाइट पर भी सर्विस देगा। इलेक्ट्रिक वीकल्स को चार्ज करने के लिए सब्सक्रिप्शन बेस्ड मॉडल भी उपलब्ध कराया जाएगा।
Charzer की मौजूदगी बंगलूरू, पुणे, दिल्ली, हैदराबाद, मैंगलोर और विशाखापत्तनम समेत देश के 20 शहरों में है। यह पब्लिक प्लेस, अपार्टमेंट और ऑफिसिज के लिए चार्जिंग सॉल्यूशन देने वाला एक ईवी स्टार्टअप है। इस स्टार्टअप के चार्जर सभी इलेक्ट्रिक वीकल्स के मॉडल्स को सपोर्ट करते हैं, क्योंकि ये इंटेलिजेंट सॉफ्टवेयर से चलते हैं और इन्हें सर्टिफाइड प्रोफेशनल्स इंस्टॉल करते हैं।
इस पार्टनरशिप के बारे में हीरो इलेक्ट्रिक के सीईओ सोहिंदर गिल ने कहा है कि कंपनी का मानना है कि मजबूत और अच्छी तरह से तैयार इंफ्रास्ट्रक्चर नेटवर्क भारत में इलेक्ट्रिक वीकल्स के विकास की चाबी है। उन्होंने कहा कि यह असोसिएशन इलेक्ट्रिक वीकल्स की ग्रोथ में मदद करेगा और कंस्यूमर्स को चार्जिंग स्लॉट की बुकिंग और पेमेंट के लिए बेहतरीन अनुभव देगा। हीरो इलेक्ट्रिक का मकसद इलेक्ट्रिक वीकल्स के साथ स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल मोबिलिटी सॉल्यूशंस को बढ़ावा देना है।
यह साझेदारी ऐसे वक्त में हुई है, जब देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है और लोग इलेक्ट्रिक वीकल्स में संभावनाएं देख रहे हैं। केंद्र सरकार भी इसको लेकर काफी एक्टिव है और कुछ दिन पहले ही परिवहन मंत्री नितिन गडकरी एक कार्यक्रम में कह चुके हैं कि अगले दो साल में पेट्रोल और इलेक्ट्रिक गाडि़यों की कीमत बराबर होगी।