क्या आपको विश्वास है कि आपका कीमती डेटा अप्रत्याशित आपदाओं से या साइबर खतरों से सुरक्षित है? यदि हां, तो पहले ये जान लें कि 10 में से 1 कंप्यूटर वायरस का शिकार बनता है और हर रोज हर मिनट 113 फोन चोरी होते हैं । डेटा की क्षति अचानक होती है और संभवतः उसे फिर से हासिल नहीं किया जा सकता इसीलिए भरोसेमंद बैकअप को सुनिश्चित करने के लिए कोई समझौता नहीं किया जा सकता। 31 मार्च को विश्व बैकअप दिवस के तौर पर मनाया जाता है जो हमें इस जरूरी काम का ध्यान दिलाता है। आइए उन आम गलतियों की बात करते हैं जो लोग अक्सर करते हैं और जानते हैं कि उनसे कैसे बचा जा सकता है।
नियमित बैकअप न लेना
सबसे आम गलती है नियमित रूप से डेटा का बैकअप न लेना। चाहे निजी फाइलें हों या महत्वपूर्ण कारोबारी डॉक्यूमेंट, अगर आप नियमित रूप से बैकअप नहीं लेंगे तो डेटा खोने का खतरा रहेगा। अचानक सिस्टम क्रैश हो सकता है या कभी भी मालवेयर अटैक हो सकता है, नतीजतन आपका कीमती डेटा आपकी पहुंच से दूर हो सकता है या हमेशा के लिए खो सकता है। लेकिन आप ऑटोमैटिक बैकअप द्वारा इस तरह की स्थिति से बच सकते हैं।
एक ही बैकअप डिवाइस
एक डिवाइस क्षतिग्रस्त हो सकता है या चोरी हो सकता है, इसलिए एक ही डिवाइस में अपना सारा बैकअप रखना जोखिम भरा साबित हो सकता है। तो पूरी तरह एक ही स्टोरेज पर निर्भर न रहें बल्कि अपने बैकअप स्टोरेज समाधानों में विविधता लाएं और ऐक्स्टर्नल एचडीडी, एनएएस व क्लाउड स्टोरेज के मिश्रण का उपयोग करें। वेस्टर्न डिजिटल का पोर्टेबल एचडीडी
Western Digital's My Passport 5TB तक आसान व किफायती स्टोरेज मुहैया कराता है। स्मार्टफोन के लिए
2-इन-1 फ्लैश ड्राइव जैसे कि
SanDisk Ultra Dual Drive Go USB Type-C और
SanDisk iXpand Flash Drive Luxe सुविधाजनक विकल्प हैं। ये ड्राइव यूएसबी टाईप-सी उपकरणों के साथ कम्पैटिबल हैं; ये फोटो, वीडियो आदि का ऑटोमेटिकली बैकअप ले लेते हैं। बस प्लग और प्ले कीजिए और बिना झंझट किसी भी उपकरण से डेटा ट्रांस्फर कीजिए। अगर आपको भारी मात्रा में डेटा स्टोर करने के लिए डिवाइस चाहिए तो WD(R) की
My Book डेस्कटॉप ड्राइव आपके लिए ही है, यह 22TB तक की स्टोरेज क्षमता में उपलब्ध है।
वर्जन कंट्रोल भूलना
बैकअप लेने के दौरान वर्ज़न कंट्रोल की अनदेखी एक बड़ी गलती है। फाइलों के अनेक वर्ज़न न रखने से यह जोखिम रहता है कि पिछले वर्ज़न के ऊपर करप्टेड या गलत डेटा सेव हो जाए। पर्याप्त वर्ज़निंग सिस्टम के बिना गलतियों को दुरुस्त करना या पुराने वर्ज़न हासिल करना एक चुनौती बन सकता है। वर्ज़न कंट्रोल भूल न जाएं इसके लिए एक सिस्टम तैयार करें जो समय बीतने के साथ आपकी फाइलों में बदलावों पर निगाह रखें। इससे आप जरूरत पड़ने पर पिछले वर्ज़न पर लौट सकेंगे, इस प्रकार आकस्मिक डेटा हानि या करप्शन से सुरक्षा मिलेगी। इस सिस्टम को नियमित रूप से कायम रखने पर आपको नियमबद्ध रहने व अप्रत्याशित घटनाओं हेतु तैयार रहने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, यह देखना भी आवश्यक है कि जिस वर्ज़न का बैकअप आप ले रहे हैं वह सही हो। यह आसान कदम महत्वपूर्ण डेटा पर करप्ट या गलत वर्ज़न की ओवर राइटिंग की रोकथाम में मददगार है। दोहरी जांच सुनिश्चित करती है कि आप अपनी सबसे ज्यादा अप-टू-डेट और सटीक सूचना को सुरक्षित रखें और बैकअप के दौरान त्रुटियों के जोखिम को कम से कम करें।
ऑफ-साइट बैकअप सॉल्यूशंस को अनदेखा करना
बहुत से लोग ऑफ-साइट बैकअप सॉल्यूशंस को अनदेखा करते हैं, वे यह समझते हैं कि लोकल बैकअप पूरी तरह सुरक्षित व काफी हैं। लेकिन सिर्फ लोकल बैकअप पर ही निर्भर रहना आपको साइट विशेष से संबंधित आपदा जैसे आग या चोरी से सुरक्षित नहीं बनाता। ऑफ-साइट बैकअप का मतलब है अपने डेटा की प्रतियों को विभिन्न जगहों पर रखना ताकि अगर आपके इलाके में कुछ बुरा होता है तो भी आपका डेटा सुरक्षित रहे।
विकल्प के तौर पर आप क्लाउड स्टोरेज का उपयोग कर सकते हैं। क्लाउड बैकअप उपकरण रिमोट डेटा स्टोरेज तक इंटरनेट के जरिए पहुंचा जाता है और यह काफी लोकप्रिय है। विभिन्न ऑनलाइन क्लाउड सेवाएं सुरक्षित डेटा स्टोरेज के लिए फाइल सिंक्रोनाइज़ेशन, शेयरिंग और ऐनक्रिप्शन जैसे फीचर मुहैया कराती हैं।
ऐनक्रिप्शन को समझना
बैकअप में ऐनक्रिप्शन को प्राथमिकता न देना एक बड़ी गलती है। अन-ऐनक्रिप्टेड बैकअप को स्टोर करना आपके संवेदनशील डेटा को जोखिम में डाल देता है, कोई अनधिकृत रूप से उस तक पहुंच सकता है। मजबूत ऐनक्रिप्शन पर अमल यह सुनिश्चित करता है कि अगर आपका बैकअप गलत हाथों में पड़ भी गया तो वह सुरक्षित रहेगा। हालांकि, इसके साथ ही यह सलाह भी दी जाती है कि कोई ऐसा अनोखा ही ऐनक्रिप्शन सॉल्यूशन इस्तेमाल न कर लें की बाद में खुद आप भी उसे हासिल नहीं कर पाएं। WD के
My Passport एचडीडी और
My Book बिल्ट-इन 256-बिट एईएस हार्डवेयर ऐनक्रिप्शन से लैस हैं, साथ में पासवर्ड प्रोटेक्शन भी है, इससे आपका डेटा सुरक्षित रहता है। इसके अलावा, सरल डिक्रिप्शन तथा जरूरत के वक्त डेटा ऐक्सैस करने के लिए समुचित प्रबंधन विधियों का पालन करना भी जरूरी है।